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मनीष सिसोदिया का भाजपा पर बड़ा आरोप: सीरियल किलर की तरह चुनी हुई सरकारों को हटा रही है भाजपा

Admin Delhi 1
27 Aug 2022 11:01 AM GMT
मनीष सिसोदिया का भाजपा पर बड़ा आरोप: सीरियल किलर की तरह चुनी हुई सरकारों को हटा रही है भाजपा
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नयी दिल्ली न्यूज़: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा आज एक सीरियल किलर की तरह जनता द्वारा चुनी हुई सरकारों को मारने में जितनी उर्जा लगाती है उससे कम मेहनत में बच्चों के लिए स्कूल-अस्पताल बनवाकर लोगों को बेहतर शिक्षा-इलाज दे सकती है। श्री सिसोदिया ने शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में कहा कि भाजपा आज एक सीरियल किलर की तरह जनता द्वारा चुनी हुई सरकारों को मारने में जितनी उर्जा लगाती है, उससे कम मेहनत में बच्चों के लिए स्कूल-अस्पताल बनवाकर लोगों को बेहतर शिक्षा-इलाज दे सकती है। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली की जनता ने प्यार के साथ चुना है। हमारे साथ दिल्ली की जनता की वोट की ताकत है। कोई हमें खरीद नहीं सकता। इसलिए ये लोग मेरे खिलाफ एक बार नहीं एक हजार बार रेड करवा लें पर इन्हें कुछ नहीं मिलेगा। मेरे खिलाफ एक पैसे की बेईमानी का सबूत नहीं मिलेगा। मैंने ईमानदारी के साथ काम किए ,। बच्चों के लिए शानदार स्कूल बनवाए। दिल्ली में पढ़ाई का शानदार माहौल तैयार किया।

उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल अच्छा काम करने पर प्रोत्साहित करते है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छा काम करने वालों के घर रेड डलवाते है, फर्जी एफआईआर करवाते है। कही भी कोई अच्छा काम करे तो प्रधानमंत्री असुरक्षित महसूस करने लगते है। यही कारण है कि आजादी के 75 सालों बाद भी भारत शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में इतना पिछड़ा हुआ है क्योंकि देश में अच्छा काम करने वालों को प्रोत्साहित करने के बजाय उन्हें काम करने से रोका जाता है। उप मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि 19 अगस्त की सुबह मेरे पास विश्व के सबसे बड़े अख़बारों में शामिल न्यूयॉर्क टाइम्स की एक क्लिपिंग आई। जिसके फ्रंट पेज पर दिल्ली का एजुकेशन मॉडल छाया हुआ था। मुझे यह देख कर एक भारतीय के नाते बेहद गर्व हुआ‌ साथ ही यह ख़ुशी भी हुई कि कोरोना के दौरान जिस न्यूयॉर्क टाइम्स में गंगा नदी के पास हजारों की संख्या में जलती लाशों कि तस्वीरें छपी थी, जो देश में कोरोना के कु-प्रबंधन को दर्शा रही थी। जिसे देख के हर भारतीय को पीड़ा हुई थी। वहां आज हमारे अच्छे कामों की तारीफ़ हो रही है| उन्होंने कहा कि मैं यह खबर पढ़ ही रहा था कि मेरे यहां सीबीआई को भेज दिया गया और मेरे खिलाफ जो एफआईआर दर्ज की गई थी वो पूरी तरह से फर्जी थी। उन्होंने कहा कि मेरे घर 14 घंटे तक सीबीआई की रेड चली। सीबीआई ने घर का हर-एक कोना छान मारा लेकिन उनको कुछ नहीं मिला। मेरे खिलाफ एक पैसे की बेईमानी का सबूत नहीं मिला। उन्होंने कहा कि ये लोग मेरे खिलाफ एक बार नहीं एक हजार बार रेड करवा लें पर इन्हें कुछ मिलेगा नहीं। क्योंकि मैंने ईमानदारी के साथ काम किए हैं। बच्चों के लिए शानदार स्कूल बनवाएं है, टीचर्स के साथ मिलकर पूरी दिल्ली में पढ़ाई का शानदार माहौल तैयार किया है। अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को आगे बढ़ाया है और अगर यह करना गुनाह है तो मैं हर सजा भुगतने के लिए तैयार हूँ।

श्री सिसोदिया ने कहा कि आजादी के 75 सालों के बाद भी भारत में बच्चों को औसतन मात्र छह साल की शिक्षा मिलती है जबकि अन्य देशों जैसे ब्रिटेन में यह आंकड़ा 13 साल, जापान में 13 साल, जर्मनी में 14 साल है। दक्षिण-अफ्रीका जिसे अंग्रेजों ने भारत की तरह ही लूटा वहां भी बच्चों को औसतन 10 साल शिक्षा मिलती है‌। उन्होंने कहा कि 75 सालों तक शिक्षा का बुरा हाल रहा जिसे हमने दिल्ली में ठीक करने का काम किया है। यहां बच्चों को शानदार शिक्षा मिल रही है।‌एक रिक्शावाले के बच्चे को भी इतनी शानदार शिक्षा दे रहे है कि वो बिना किसी महंगी कोचिंग के आईआईटी में दाखिला ले पा रहा हैं। द्वारका के अपार्टमेंट में कपडे प्रेस करने वाले का बच्चा आईआईटी मुम्बई से एरोनॉटिक्स इंजीनियरिंग कर रहा है तो खिचड़ीपुर की झुग्गी में रहने वाली हाउस मेड की बच्ची नीट की परीक्षा पास कर एमबीबीएस कर रही है। आज जनता अरविंद केजरीवाल के कामों से खुश है और अपना भविष्य संवारता देख रही है। वहीं इन अच्छे कामों को देखकर भाजपा को अपना भविष्य उजड़ता हुआ दिख रहा है| क्योंकि अगर बच्चों को अनपढ़ रखेंगे तो भाजपा उन्हें अपनी गुंडागर्दी में लगा पाएगी लेकिन बच्चे पढ़-लिख गए तो कोई भाजपा के नफरत और गुंडागर्दी को आगे नहीं बढ़ा पाएगा।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश के इतिहास में भ्रष्टाचार का पहला मुद्दा होगा जिसमें सरकार को भी फायदा हुआ है और जनता को भी फायदा हुआ है। टीवी डिबेट पर भाजपा का कोई प्रवक्ता 10 हजार करोड़, दूसरा 8 हजार करोड़ का, कोई 1100 करोड़ क तो कोई 144 करोड़ का भ्रष्टाचार बताता है। सीबीआई बोलती है कि सूत्रों के अनुसार एक कम्पनी ने दूसरे के अकाउंट में एक करोड़ रुपये भेजे तो यह भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि पहले भाजपा ने मेरे खिलाफ माहौल बनाया, सीबीआई की रेड करवाई, सीबीआई को कुछ नहीं मिला और अब ईडी आएगी तो उसे भी कुछ नहीं मिलेगाय उन्होंने कहा कि इन्होने संदेश भेजकर कहा कि आप पार्टी तोड़कर भाजपा में शामिल हो जाओ।‌आपके खिलाफ चल रहे ईडी-सीबीआई के केस खत्म कर दिए जाएंगे और दिल्ली का मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं खुद टूटने के लिए तैयार नहीं हूँ तो अपनी पार्टी के दूसरे साथियों को क्या तोडूंगा। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में मुख्यमंत्री, मंत्री बनने या किसी पद पर बैठने नहीं आया। मैं शिक्षा बदलने आया हूँ और अरविंद केजरीवाल का साथ दे रहा हूँ। उनके मार्गदर्शन में काम कर रहा हूँ क्योंकि अरविंद केजरीवाल एकमात्र ऐसे नेता हैं जो भारत के हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, हर बच्चे को शानदार इलाज देने का काम कर सकते है। आज देश में बच्चों को औसत 6 साल की शिक्षा मिल रही है उसे 14-15 साल तक लेकर जा सकते है।

उन्होंने आगे कहा कि आज अरविंद केजरीवाल के कामों की हर तरफ चर्चा है।‌2015 तक दिल्ली के सरकारी स्कूल टीन-टप्पड वाले स्कूल, गड्ढे वाले स्कूल, टेंट वाले स्कूल के नाम से जाने जाते थे। लेकिन हमने सरकारी स्कूलों की सूरत को बदलने का काम किया। हमने दिल्ली में 700 नए स्कूलों की बिल्डिंग बनाई और इसमें दिल्ली के बच्चों का भविष्य बना रहे हैं। अब ये स्कूल लैब वाले स्कूल, स्विमिंग पूल वाले स्कूल, रोबोटिक्स वाले स्कूल के नाम से जाने जाते हैं। हमने 19 हजार नए शिक्षकों की भर्ती की, बच्चों का रिजल्ट और कॉन्फिडेंस बढ़ा। श्री सिसोदिया ने कहा कि यदि आज अरविंद केजरीवाल देश के प्रधानमंत्री होते और किसी और पार्टी का कोई मंत्री ऐसे शानदार कम कर रहा होता तो श्री केजरीवाल उसके प्रति घटिया सोच नहीं रखते। उसके घर सीबीआई की रेड नहीं करवाते बल्कि उसे प्रोत्साहित करते।‌अरविंद केजरीवाल अच्छा काम करने पर प्रोत्साहित करते है और प्रधानमंत्री अच्छा काम करने वालों के घर रेड डलवाते हैं, फर्जी एफआईआर करवाते हैं। कहीं‌भी कोई अच्छा काम करे तो मोदी जी असुरक्षित महसूस करने लगते है। कोई भी अच्छा काम करे तो उसपर एफआईआई, सीबीआई-ईडी की रेड करवा दो,‌ऐसी हरकत घटिया सोच को प्रदर्शित करती है। यही कारण है कि आजादी के 75 सालों बाद भी भारत शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में इतना पिछड़ा हुआ है। यदि देश के नेता काम करने वालों को रोकने की घटिया सोच से ऊपर उठते तो भारत आज शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में अन्य देशों की तुलना में बहुत आगे होता।

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