दिल्ली-एनसीआर

गांजा तस्करी के बड़े मामले का खुलासा, चार गिरफ्तार

Admin4
10 Dec 2022 3:08 PM GMT
गांजा तस्करी के बड़े मामले का खुलासा, चार गिरफ्तार
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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस (Police) की अपराध शाखा की ईस्टर्न रेंज दो की टीम ने नशे के कारोबार में लिप्त एक महिला सहित 04 इंटरस्टेट ड्रग सप्लायरों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है, जिनके कब्जे से कुल 95 किलोग्राम गंजा बरामद किया गया है. इस मामले में गिरफ्तार आरोपितों की पहचान, नूर मोहम्मद, उज्ज्वल कुमार, लक्ष्मी सिंह और आजाद उर्फ राकल के रूप में हुई है. ये बिहार (Bihar) के सारण, आसाम के करबि आंगलोंग और दिल्ली के शहादरा जिले के रहने वाले हैं. पुलिस (Police) ने इन्हें उस समय दबोचा जब ये विशाखापत्तनम, आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh) से गांजे की खेप लेकर डिलीवरी करने दिल्ली पहुंचे थे.
स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव के अनुसार, अपराध शाखा की ईस्टर्न रेंज दो की टीम को ड्रग्स सप्लायर और पेडलरों कि निगरानी कर उनकी पकड़ का काम सौंपा गया था. इसके लिए डीसीपी सतीश कुमार और एसीपी राज कुमार साहा की देखरेख में इंस्पेक्टर आशीष दाहिमा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था.
पुलिस (Police) टीम सूत्रों को सक्रिय कर नशे के कारोबारियों के बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. इसी क्रम में अपराध शाखा को सूत्रों से कुछ ड्रग सप्लायरों के आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh) के विशाखापत्तनम से गांजे की खेप लेकर सप्लाई के लिए दिल्ली आने की सूचना मिली थी.
जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस (Police) ने दिलशाद गार्डन के जे एंड के पॉकेट के पास ट्रैप लगा कर अप्सरा बॉर्डर की तरफ से सीमापुरी की तरफ आ रहे आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh) के नंबर वाली इनोवा गाड़ी को रोका. जिसमें एक महिला सहित कुल 03 लोग सवार थे. पूछताछ में ड्राइवर की पहचान नूर मोहम्मद, जबकि अन्य महिला-पुरूष सवारों की लक्ष्मी सिंह और उज्ज्वल कुमार के रूप में हुई.
गाड़ी की तलाशी में 05 प्लास्टिक के कट्टे में कुल 72.2 किलोग्राम गंजा बरामद हुआ. पूछताछ में उन्होंने बताया कि वो विशाखापत्तनम से गांजे को खरीद कर लाये थे, जिसे आगे सीमापुरी के आज़ाद उर्फ राकल को डिलीवर करने वाले थे.
उनकी निशानदेही पर पुलिस (Police) ने आज़ाद उर्फ राकल को भी उसके घर से दबोच लिया और उसके पास से 22.795 ग्राम गंजा भी बरामद किया गया. आरोपितों ने बताया कि वो बल्क में गांजे को खरीदते थे, और फिर आजाद को दे देते थे, जिसे आगे वो छोटे-छोटे पैकेटों में कर के बेचता था.
विशाखापत्तनम से गांजे की खेप को पकड़े जाने से बचने के लिए वो महिला आरोपी ड्राइवर के साथ वाली सीट पर बैठती थी, जिससे पुलिस (Police) को उनके फैमिली मेंबर होने का भ्रम हो और उनकी जांच ना कि जाए. इस मामले में पुलिस (Police) सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.
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