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दिग्गजों के विकल्प की तलाश? MP और Chhattisgarh में मुख्यमंत्री के चेहरे पर सस्पेंस बरकरार, राजस्थान में भी लागू होगा मध्य प्रदेश का फॉर्मूला!

SANTOSI TANDI
29 Sep 2023 7:24 AM GMT
दिग्गजों के विकल्प की तलाश? MP और Chhattisgarh में मुख्यमंत्री के चेहरे पर सस्पेंस बरकरार, राजस्थान में भी लागू होगा मध्य प्रदेश का फॉर्मूला!
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MP और Chhattisgarh में मुख्यमंत्री के चेहरे पर सस्पेंस बरकरार, राजस्थान में भी लागू होगा मध्य प्रदेश का फॉर्मूला!
मध्य प्रदेश इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इन तीन राज्यों में चुनाव के लिए कमर कस रही है. पार्टी उम्मीदवारों की सूची जारी कर रही है और रणनीति बनाने के लिए लगातार बैठकें हो रही हैं. बीजेपी जहां मध्य प्रदेश में सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है, वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ में 5 साल का सूखा खत्म करने के लिए पूरा जोर लगा रही है. लेकिन इन सबके बीच बीजेपी के तीन दिग्गज नेताओं शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे सिंधिया और रमन सिंह के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है. ये तीनों दिग्गज लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं. शिवराज जहां मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, वहीं वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और रमन सिंह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
दरअसल, इस बार बीजेपी ने तीन राज्यों में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया है. बीजेपी इन तीनों राज्यों में उनके उत्तराधिकारियों की तलाश कर रही है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रह चुके रमन सिंह के चुनाव लड़ने को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. वहीं, शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा को टिकट मिल सकता है लेकिन उन्हें सीएम के चेहरे के तौर पर पेश नहीं किया जाएगा.
बीजेपी ने मध्य प्रदेश में तीन केंद्रीय मंत्रियों को मैदान में उतारकर सीएम का विकल्प खुला रखा है. बीजेपी ने सोमवार को 39 उम्मीदवारों की सूची जारी की, जिसमें 3 केंद्रीय मंत्रियों और 4 सांसदों के नाम शामिल हैं. पार्टी ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रहलाद सिंह पटेल को मैदान में उतारा है. अब यही फॉर्मूला राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी अपनाने की बात कही जा रही है.
राजस्थान में भी लागू होगा मध्य प्रदेश का फॉर्मूला!
सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान में बीजेपी मध्य प्रदेश के फॉर्मूले पर चलते हुए केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतार सकती है. इनमें प्रमुख नाम केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत का है. केंद्रीय कानून मंत्री और बीकानेर से सांसद अर्जुन राम मेघवाल. इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री और जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का नाम भी शामिल है. राजसमंद सांसद दीया कुमारी लड़ सकती हैं विधानसभा चुनाव. मध्य प्रदेश के बाद केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को टिकट देकर बीजेपी यह संदेश भी देना चाहती है कि बीजेपी के पास सीएम चेहरे की कमी नहीं है. साथ ही नए और मजबूत चेहरे कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे. नए चेहरों की ताजगी दिखेगी और चुनाव प्रचार में धार आएगी.
वहीं दूसरी ओर बीजेपी राजस्थान का रण जीतने के लिए बड़ी तैयारी कर रही है. इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा खास रणनीति बना रहे हैं. बुधवार को जयपुर में कोर ग्रुप के साथ करीब 6 घंटे चली बैठक में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, गजेंद्र सिंह शेखावत और वसुंधरा राजे शामिल हुए.
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान वसुंधरा राजे और अमित शाह के बीच आधे घंटे तक अलग से बातचीत हुई. बैठक के बाद पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया. उन्होंने कहा कि पार्टी ही पार्टी तय करेगी. उपरोक्त संसदीय बोर्ड करेगा उपरोक्त अधिकारी करेंगे। लेकिन अभी तक इस विषय पर चर्चा नहीं हुई है. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, कल सभी विषयों पर चर्चा हुई. तमाम राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई है. चुनाव किस दिशा में जा रहा है और सरकार की विफलताओं पर भी चर्चा की गई है. राजस्थान की जनता के मुद्दों पर चर्चा हुई है. हम कैसे चुनाव करा सकते हैं इस पर भी चर्चा हुई. हम उनके मार्गदर्शन पर काम करेंगे
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