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दिल्ली-एनसीआर
विश्वविद्यालय कैंपस को लेकर एलजी-सीएम में विवाद, दोनों ने किया उद्घाटन एक साथ
Rani Sahu
8 Jun 2023 7:59 AM GMT
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नई दिल्ली (आईएएनएस)| दिल्ली सरकार और दिल्ली एलजी के बीच एक बार फिर नया विवाद उठ खड़ा हुआ है। इस बार यह विवाद दिल्ली सरकार द्वारा निर्मित गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के नए कैंपस के उद्घाटन को लेकर रहा। गुरुवार को कैंपस का उद्घाटन किया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना दोनों ही गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) के नए परिसर का उद्घाटन करने पहुंचे। बाद में दोनों ने मिलकर यहां इस नए परिसर का उद्घाटन किया।
इससे पहले बुधवार को कैंपस के उद्घाटन की जानकारी साझा करते हुए आम आदमी पार्टी ने बताया था कि कैंपस का उद्घाटन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किया जाएगा। वहीं राजनिवास का कहना है कि इसके उद्घाटन के लिए एलजी वीके सक्सेना से समय मांगा गया था और एलजी कैंपस का उद्घाटन करने पहुंचे थे।
इस बीच कुछ अति उत्साही कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के यहां पहुंचने पर उनके खिलाफ नारेबाजी भी की। आईपी यूनिवर्सिटी ईस्ट कैंपस को लेकर एलजी के दावों पर शिक्षा मंत्री आतिशी का कहना है कि चुनी हुई सरकार के काम का श्रेय लेने की भूख में एलजी को यह नहीं भूलना चाहिए कि शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा सभी स्थानांतरित विषय हैं। केजरीवाल सरकार इन तीनों क्षेत्रों पर पिछले आठ वर्षों से लगन से काम कर रही है। आज आप दिल्ली की सड़कों पर जाएं और किसी भी नागरिक से पूछें कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति किसने लाई, तो वे कहेंगे अरविंद केजरीवाल, वे यह नहीं कहेंगे कि भाजपा द्वारा नियुक्त एलजी ने शिक्षा पर काम किया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक उपराज्यपाल द्वारा चुनी हुई सरकार के काम का श्रेय लेने की कोशिश करना बेहद अशोभनीय है, उन्हें इस तरह की ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए। आईपीयू कैंपस उन तीन स्टेट यूनिवर्सिटी कैंपस का हिस्सा है, जिन्हें केजरीवाल सरकार जमनापार या ट्रांसयमुना क्षेत्र में विकसित कर रही है, साथ ही एनएसयूटी ईस्ट कैंपस और डीटीयू ईस्ट कैंपस भी। यह सार्वजनिक ज्ञान है कि यह परिसर मनीष सिसोदिया के दिमाग की उपज और ड्रीम प्रोजेक्ट था। वर्तमान एलजी को दिल्ली भेजे जाने से काफी पहले, इसकी योजना से लेकर, इसके निर्माण और पाठ्यक्रम की देखरेख, मनीष सिसोदिया परियोजना के हर पहलू में शामिल रहे हैं।
दिल्ली में छात्रों को वल्र्ड-क्लास उच्च शिक्षा के लिए गुरु गोबिंद सिंह इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के पूर्वी कैंपस का 18.75 एकड़ के क्षेत्र में निर्माण करवाया गया है। यह यूनिवर्सिटी अपने पूर्वी कैंपस में छात्रों को बीटेक इन ऑटोमेशन एंड रोबोटिक्स, बीटेक इन आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस, बीटेक इन आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लनिर्ंग आदि जैसे आधुनिक कोर्स ऑफर करेगी।
इस कैंपस में वर्तमान कि जरूरतों को ध्यान में रखते हुए रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन, डिजाईन एंड इनोवेशन, फायर-मैनेजमेंट, लिबरल आर्ट सहित 5 स्पेशलाइज्ड सेंटर बनाये जा रहे है। साथ ही यहां एक वल्र्ड-क्लास सेंट्रल लाइब्रेरी का निर्माण भी किया गया है। आईपी यूनिवर्सिटी के इस पूर्वी कैंपस में कई विशेषताएं हैं इनमें, 5 स्टार रेटिंग के मानकों के हाईटेक परिसर का निर्माण हुआ है। नेट जीरो एनर्जी कंसम्पशन के साथ कैंपस बिजली की जरूरतों को यह खुद पूरा करेगा। यहां भूजल संचयन के साथ जीरो सीवेज डिस्चार्ज की व्यवस्था है। तापमान कम करने के लिए फ्लाइएश से बनी ईंट का प्रयोग हुआ है। सौर ऊर्जा से यह पूरा कैंपस जगमगाएगा, हर बिल्डिंग के ऊपर सोलर पैनल की व्यवस्था है।
आईपी यूनिवर्सिटी के पूर्वी कैंपस में प्रशासनिक खंड, ऑडिटोरियम, शिक्षण खंड एवं खेल खंड शामिल है। इसके अतिरिक्त परिसर में अलग से लाइब्रेरी ब्लॉक भी बनाया गया है।
यहां 9 मंजिला 2 व 7 मंजिला अकादमिक ब्लाक बनाया गया है। परिसर में 4 लेक्च र हॉल है, जिनमें प्रत्येक कि क्षमता 120 लोगों की है। साथ ही 100 लोगों की क्षमता वाले 24 क्लासरूम भी मौजूद है। यहां 300 लोगों कि क्षमता वाला स्पोर्ट्स हॉल भी बनाया गया है, साथ ही 5 मंजिला ऑडिटोरियम ब्लॉक भी बनाया गया है जिसकी कुल क्षमता 650 है।
--आईएएनएसपति के घोटाले के लिए आईएफएस ऑफिसर को ईडी का समन
(13:24)
Enforcement Directorate.(Facebook)लखनऊ, 8 जून (आईएएनएस)| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) की अधिकारी निहारिका सिंह को समन जारी कर 600 करोड़ रुपये के अनी बुलियन इंडस्ट्री (एबीआई) घोटाला में उनकी भूमिका के संबंध में 15 दिनों के भीतर जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा है। निहारिका एबीआई के मालिक अजीत कुमार गुप्ता की पत्नी हैं और फिलहाल इंडोनेशिया में पोस्टेड हैं। ईडी ने उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अजीत कुमार गुप्ता के खिलाफ दर्ज की गई 30 एफआईआर और शिकायतों के आधार पर 2019 में एबीआई के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।
एसटीएफ ने लखनऊ पुलिस के साथ मिलकर 16 जुलाई 2020 को अजीत कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया था।
जांच के दौरान निहारिका की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई थी।
बाद में 2021 में ईडी ने पीएमएलए मामले में आईएफएस अधिकारी का नाम जोड़ा।
सूत्रों ने कहा कि अजीत कुमार गुप्ता के खिलाफ जांच के दौरान, उनकी अधिकारी पत्नी से जुड़े कुछ लेन-देन और पैसे के हस्तांतरण की जांच की गई और अब इसे उनके द्वारा सत्यापित करने की आवश्यकता है।
2006 बैच की आईएफएस अधिकारी, निहारिका ने टोकियो और पूर्वी एशियाई देशों में दक्षिणी अफ्रीका डिवीजन के उप प्रमुख के रूप में कार्य किया है।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि कंपनी ने सबसे पहले एनी बुलियन ट्रेडर्स, एनी कमोडिटी ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड, आई विजन इंडिया क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, एनी बुलियन इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों में पोंजी योजनाएं शुरू कीं।
ईडी के सूत्रों ने कहा, इसने प्लॉट के रूप में भारी रिटर्न का वादा कर लोगों को कंपनी में निवेश करने का लालच दिया। कंपनी ने निवेशकों को समझाने के लिए पोस्ट-डेटेड चेक भी जारी किए।
--आईएएनएस
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