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जानें कितने पढ़े लिखे हैं एमसीडी चुनाव के प्रत्याशी

Admin Delhi 1
4 Dec 2022 5:51 AM GMT
जानें कितने पढ़े लिखे हैं एमसीडी चुनाव के प्रत्याशी
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दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के सभी 250 वार्ड में आज चुनाव होने हैं। इसके लिए कुल 1349 प्रत्याशियों ने चुनावी मैदान में ताल ठोकी है। इनके किस्मत का फैसला आज दिल्ली के 1.45 करोड़ से ज्यादा वोटर्स करेंगे। इनमें 78 लाख पुरुष और 66 लाख महिलाएं हैं। 1,061 ट्रांसजेंडर भी वोटर लिस्ट में हैं। इस बार का चुनाव काफी रोचक है। दिल्ली नगर निगम का परिसीमन बदलने के बाद ये पहली बार चुनाव हो रहा है। इसमें 556 करोड़पति चुनाव लड़ रहे हैं। मतलब इनके पास एक करोड़ या इससे अधिक की संपत्ति है। 139 प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमे भी चल रहे हैं। आइए प्रत्याशियों के बारे में जानते हैं

कितने आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी?

चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे का अध्ययन करने के बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने रिपोर्ट जारी की है। कुल 1349 में से 1336 प्रत्याशियों के रिकॉर्ड चेक किए गए। इनमें से 139 यानी दस प्रतिशत ऐसे प्रत्याशी निकले, जिनपर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 76 पर गंभीर धाराएं लगी हुई हैं। पिछली बार के मुकाबले इस बार दागी प्रत्याशियों की संख्या में तीन प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पिछली बार यानी 2017 में जब दिल्ली एमसीडी के चुनाव हुए थे, तब सात प्रतिशत दागी प्रत्याशी थे। इस बार ये बढ़कर 10 प्रतिशत हो गए हैं। सबसे ज्यादा दागी प्रत्याशी आम आदमी पार्टी के हैं। एडीआर ने आप के 250 में से 248 प्रत्याशियों के हलफनामे की जांच की। इनमें से 18 प्रतिशत यानी 45 दागी निकले। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के 245 प्रत्याशियों की जांच हुई, जिनमें से 11 प्रतिशत आपराधिक छवि वाले निकले। कांग्रेस के 10 प्रतिशत दागी प्रत्याशी हैं। इसके अलावा एआईएमआईएम, समाजवादी पार्टी, आरएलडी, एनसीपी और बसपा के भी प्रत्याशी दागी हैं। इन पार्टियों के उम्मीदवारों की संख्या कम है। मसलन समाजवादी पार्टी ने केवल एक उम्मीदवार खड़ा किया है और वह भी आपराधिक छवि वाला है। इसके अलावा एआईएमआईएम के 15 प्रत्याशी मैदान में हैं और इनमें से 33 फीसदी आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार हैं। आरएलडी के चार उम्मीदवार मैदान में हैं और इनमें से 25 फीसदी पर आपराधिक मामले चल रहे हैं।

कई अमीर प्रत्याशी मैदान में: दिल्ली एमसीडी का चुनाव लड़ रहे 1349 में 556 करोड़पति प्रत्याशी हैं। मतलब इनके पास एक करोड़ या इससे अधिक की संपत्ति है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 151 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके पास पांच करोड़ या इससे अधिक की संपत्ति है। 217 प्रत्याशियों के पास दो से पांच करोड़ रुपये की दौलत है और 365 के पास 50 लाख से दो करोड़ रुपये तक। 320 प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जिनके पास 10 से 50 लाख रुपये तक की संपत्ति है। 283 प्रत्याशियों के पास दस लाख रुपये से कम दौलत है। पिछली बार यानी 2017 के मुकाबले करोड़पति प्रत्याशियों की संख्या में 12 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। 2017 में कुल 30 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति की श्रेणी में थे, जो इस बार बढ़कर 42 प्रतिशत हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के 250 में से 162, आप के 148, कांग्रेस के 107 प्रत्याशी करोड़पति हैं। अगर सबसे अमीर प्रत्याशी की बात करें तो इसका श्रेय भाजपा के रामदेव शर्मा को जाता है। रामदेव के पास कुल 66 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। वह सेंट्रल दिल्ली के 79 वार्ड से चुनाव लड़ रहे हैं। अमीरों की सूची में दूसरे नंबर पर नंदिनी शर्मा का नाम है। नंदिनी के पास कुल 49 करोड़ रुपये की दौलत है। नंदिनी भी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं हैं। तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के जितेंद्र बंसाला हैं। बंसाला के पास कुल 48 करोड़ से ज्यादा की दौलत है।

कर्ज में डूबे तीन बड़े प्रत्याशी: अगर हम टॉप-तीन कर्जदार प्रत्याशियों की बात करें तो आम आदमी पार्टी आगे है। आप के कुलदीप मित्तल पर सबसे ज्यादा कर्ज है। आंकड़ों के अनुसार, कुलदीप के पास कुल 34 करोड़ रुपये की संपत्ति है और 15 करोड़ से ज्यादा का कर्ज। दूसरे नंबर पर भी आप के प्रत्याशी ही हैं। 98 वार्ड सुभाष नगर के प्रत्याशी मंजू सेतिया पर 10 करोड़ रुपये का कर्ज है। मंजू के पास कुल 42 करोड़ रुपये की संपत्ति है। तीसरे नंबर पर अमर कॉलोनी से चुनाव लड़ रहे आप के प्रत्याशी जितेंद्र कुमार हैं। जितेंद्र पर कुल 10 करोड़ रुपये का कर्ज है।

ये भी जान लीजिए

शिक्षिति कितने हैं उम्मीदवार?

इस बार चुनाव में 752 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन्होंने केवल पांचवीं से 12वीं तक की पढ़ाई की है। 487 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन्होंने स्नातक या इससे अधिक की पढ़ाई की है। 12 उम्मीदवार डिप्लोमा होल्डर हैं। 22 उम्मीदवारों ने खुद को केवल साक्षर बताया है। 60 ने अशिक्षित और तीन ने कोई जानकारी नहीं दी है।

प्रत्याशियों की आयु कितनी है?

चुनाव में सबसे ज्यादा 741 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी उम्र 41 से 60 साल के बीच है। 510 उम्मीदवारों की उम्र 21 से 40 साल की है। 73 प्रत्याशी 61 से 80 साल के बीच हैं। 12 प्रत्याशियों के उम्र का जिक्र नहीं है।

महिलाएं कितनी हैं?

दिल्ली एमसीडी चुनाव की सबसे अच्छी बात ये है कि इस बार 50 प्रतिशत से ज्यादा उम्मीदवार महिलाएं हैं। आंकड़ों के अनुसार 693 यानी 52 प्रतिशत महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रहीं हैं। 2017 में इनकी संख्या 49 फीसदी थी। भाजपा और आम आदमी पार्टी ने सबसे ज्यादा 55-55 प्रतिशत महिलाओं को टिकट दिया है। कांग्रेस की 54 प्रतिशत प्रत्याशी महिलाएं हैं।

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