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यहां जानिए आखिर क्यों किया गया, 2,000 रुपये का नोट चलन से बाहर
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को अचानक से एक बड़ा फैसला लिया। इस फैसले में बैंक ने एक बार फिर नोटबंदी करते हुए 2000 रूपये के नोट को बंद कर दिया। यानि अब ये 2000 के नोट चलन में नहीं रहेंगे। इस दौरान रिजर्व बैंक ने भी अन्य बैंकों को यह सलाह दी है कि वे 2000 के नोटों को वो अब लोगों को देना बंद कर दें। आपको बता दें कि क्लीन नोट पॉलिसी के तहत आरबीआई ने इसे बंद करने का बड़ा फैसला किया है। इस फैसले के बाद 2 हजार के नोट केवल सितंबर के महीने तक ही देखने को मिलेंगे। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर इस नोट को क्यों बंद किया गया।
2000 रुपये का नोट की इस तरह से हुई थी शुरुआत
साल 2016 का वह समय जब नोटबंदी हुआ था उसके कुछ ही महीनें के बाद में इसकी शुरुआत हुई थी। उस समय सरकार की तरफ से 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद किया गया था। उस समय जनता काफी गुस्से में भी दिखाई दे रही थी। उसके बाद रिजर्व बैंक ने बड़ा फैसला लेते हुए 2000 रुपए के नॉट की शुरुआत की थी। वहीं लोग उस समय कह रहे थे कि इसमें ई सारे सिक्योरिटी फीचर्स दिए गए हैं।
ये है नोटबंदी से कनेक्शन
नोटबंदी के समय 80 फीसदी हिस्सा में केवल 500 और 1000 रुपए का नोट चल रहा था। जब इसे बंद किया गया तो इसकी भरपाई करना आरबीआई के लिए एक बहुत ही बड़ा चुनौती बन गया। ऐसे में यह दावा किया गया था कि अगर 24 घंटे भी इसकी छपाई की गई तो भी यह कम पड़ जाएगा। ऐसे में 2 हजार का नोट की शुरुआत हुई थी। साल 2017 तक इस 2000 के नोट की अर्थव्यवस्था में 50 फीसदी हिस्सेदारी हो गई थी।
इस वजह से किया गया बंद
RBI के मुताबिक ये बताया गया कि 2 हजार रूपये का नोट लोग बहुत ही कम प्रयोग कर रहे थे। ऐसे में क्लीन नोट पॉलिसी के तहत इसे चलन से हटाने का फैसला किया गया। हालांकि आरबीआई की तरफ से नोटों को बदलने के लिए पूरा समय भी दिया गया है।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।