दिल्ली-एनसीआर

10 रुपए के लिए बच्चे की हत्या, पैसे नहीं देने पर मारा चाकू

Rani Sahu
8 Jun 2022 12:41 PM GMT
10 रुपए के लिए बच्चे की हत्या, पैसे नहीं देने पर मारा चाकू
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देश में अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा हैं

Refusing to give 10 rupees minor got the death sentence : देश में अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा हैं। आए दिन चाकूबाजी, लूट, हत्या और बलात्कार जैसे कई मामले सामने आते हैं। इन अपराधों के बीच की बार ऐसे मामले भी सामने आते हैं, जो दिल को झकझोर देते हैं। ऐसा ही एक मामला देश की राजधानी दिल्ली से सामने आया है। इस मामले में महज 10 रुपए के लिए एक बच्चे की हत्या कर दी गई।

दरअसल, सेंट्रल दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके में सिगरेट खरीदने के लिए 10 रुपये देने से इनकार करने पर चार लोगों को कथित रूप से एक नाबालिग की हत्या कर दी। पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है
रामजस स्कूल के पास मिला था नाबालिग का शव
Refusing to give 10 rupees minor got the death sentence : पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान प्रवीण (20), अजय (23) और जतिन (24) के रूप में हुई है, जो सभी बाबा फरीदपुरी के निवासी हैं और सोनू कुमार (20) आनंद पर्वत निवासी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस को रामजस स्कूल के पास नाबालिग का शव सड़क के किनारे पड़ा मिला। उसके पेट के ऊपरी हिस्से में चाकू से वार किया गया था। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान आनंद पर्वत निवासी विजय के रूप में हुई है।
पूछतछ में आरोपियों ने किया खुलासा
Refusing to give 10 rupees minor got the death sentence : पुलिस उपायुक्त (केंद्रीय) श्वेता चौहान ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज और गुप्त मुखबिरों की मदद से सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। चौहान ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि रविवार को उनका मृतक के साथ सिगरेट को लेकर विवाद हुआ था। मृतक के ही इलाके में रहने वाले सोनू ने उससे सिगरेट खरीदने के लिए 10 रुपये देने को कहा।
पैसे नहीं देने पर मारा चाकू
Refusing to give 10 rupees minor got the death sentence : पुलिस ने कहा कि सिगरेट के लिए 10 रुपए देने से मना करने पर हाथापाई शुरू हो गई, जिसके परिणामस्वरूप दर्जी सोनू और उसके साथियों ने पीड़ित को चाकू मार दिया। पुलिस ने कहा कि प्रवीण एक कारखाने में मजदूर के रूप में काम करता था, जबकि अजय कमर्शियल वाहन चलाता था और जतिन एक जूते की दुकान में सेल्समैन था।
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