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खालिस्तानी आतंकियों ने की दिल्ली में कई जगहों पर बम धमाकों की प्लानिंग, मगर प्लान पर फिर गया पानी, जी20 शिखर सम्मेलन स्थलों और होटलों को भी बनाया था निशाना, इस वजह से फेल हुई प्लानिंग

SANTOSI TANDI
29 Sep 2023 7:14 AM GMT
खालिस्तानी आतंकियों ने की दिल्ली में कई जगहों पर बम धमाकों की प्लानिंग, मगर प्लान पर फिर गया पानी, जी20 शिखर सम्मेलन स्थलों और होटलों को भी बनाया था निशाना, इस वजह से फेल हुई प्लानिंग
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मगर प्लान पर फिर गया पानी, जी20 शिखर सम्मेलन स्थलों और होटलों को भी बनाया था निशाना, इस वजह से फेल हुई प्लानिंग
दिल्ली भारत ने दुनिया की 20 आर्थिक महाशक्तियों के समूह जी-20 के शिखर सम्मेलन का जोरदार आयोजन दिल्ली में किया है. 20 दिन बाद भी इस घटना की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है, लेकिन इस घटना के दौरान भारत की पूरी दुनिया में बेइज्जती हो सकती थी. यह न केवल अपमानजनक होगा, बल्कि पूरी दुनिया की नजरों में भारत हमेशा के लिए असुरक्षित देशों की श्रेणी में आ जाएगा, जिससे हमारी पूरी अर्थव्यवस्था ठप हो जाएगी। ये सब हो सकता था अगर सुरक्षा एजेंसियों ने सही वक्त पर खालिस्तानी आतंकियों की साजिश को नाकाम न किया होता. दरअसल खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से जुड़े आतंकियों ने भारत को नीचा दिखाने और पूरी दुनिया का ध्यान अपने कथित जनमत संग्रह की ओर खींचने की साजिश रची थी. साजिश दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन से ठीक पहले बड़े पैमाने पर बम विस्फोट करने की थी, जिससे जी-20 शिखर सम्मेलन रद्द हो जाता और भारत के लिए जवाब देना मुश्किल हो जाता.
मेट्रो स्टेशनों और हवाई अड्डों पर धमाके होने थे
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एसएफजे ने दिल्ली मेट्रो और दिल्ली एयरपोर्ट के कई स्टेशनों पर बम फेंकने की योजना बनाई थी. इस साजिश की जानकारी जी20 शिखर सम्मेलन से ठीक पहले केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई मल्टी-एजेंसी बैठक में सामने आई थी. इस बैठक में देश की सुरक्षा से जुड़ी सभी प्रमुख एजेंसियां ​​शामिल हुईं.
पन्नू के वॉयस मैसेज ट्रेस करने से हुआ खुलासा
सुरक्षा एजेंसियों की इस बैठक में मौजूद एक सूत्र के मुताबिक, एसएफजे से जुड़े एक सदस्य के भारतीय मोबाइल नंबर पर 31 अगस्त को एक वॉयस मैसेज आया था. ब्रिटेन से आया यह वॉयस मैसेज गुरपतवंत सिंह पन्नू की आवाज में था, जिसमें खालिस्तानी आतंकी दिल्ली में बम धमाकों की बात कर रहे थे. इस मैसेज में कहा गया था कि ये धमाके दिल्ली एयरपोर्ट और कई मेट्रो स्टेशनों पर होने वाले हैं. इसका मकसद खालिस्तानी जनमत संग्रह की गूंज पूरी दुनिया में सुनाना था.
जी20 शिखर सम्मेलन स्थलों और होटलों को भी निशाना बनाया गया
जी-20 शिखर सम्मेलन स्थल यानी भारत मंडपम और विदेशी मेहमानों की मेजबानी करने वाले होटलों को भी निशाना बनाने की योजना बनाई गई थी। ये जानकारी 31 अगस्त को ही सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इंटरसेप्ट की गई एक और कॉल से मिली. ये साजिश भी खालिस्तानी आतंकियों द्वारा रची जा रही थी. गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक और वॉयस मैसेज इंटेलिजेंस ब्यूरो ने 1 सितंबर को इंटरसेप्ट किया था. इसमें भी दिल्ली एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशनों पर बम विस्फोट की बात दोहराई गई. साथ ही इन जगहों पर खालिस्तानी झंडा फहराने की भी बात कही गई थी. इसके जरिए वे भारत सरकार को संदेश देना चाहते थे.
साजिश में थे खालिस्तानी आतंकी-पंजाबी गैंगस्टर
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक इस साजिश के पीछे खालिस्तानी आतंकियों और पंजाबी गैंगस्टरों का गठजोड़ सामने आया है. पन्नू ने साजिश रचने में फिलीपींस में स्थित एक गिरोह संचालित करने वाले गैंगस्टर मनप्रीत सिंह पीटा की मदद ली। पीटा की दोस्ती अर्श डल्ला से है, जो कनाडा में रहता है और पंजाब में गैंग चलाता है. पीटा की मदद से पन्नू अर्श दल्ला के जरिए बम ब्लास्ट की पूरी साजिश को अंजाम देना चाहता था, लेकिन उससे पहले ही एनआईए मनप्रीत सिंह पीटा और उसके भाई मंजीत को फिलीपींस से डिपोर्ट कर भारत ले आई थी.
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