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हथियार देकर भारत के गैंगस्टर्स से शूटर लेती है आईएसआई
दिल्ली न्यूज़: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई व पाकिस्तान में बैठा बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) का आतंकी हरविंदर उर्फ रिंडा भारत के गैंगस्टर को हथियार भिजवा रहा है और बदले में गैंगस्टर से भारत में आतंकी वारदातों के लिए शूटर लेते हैं। पंजाब के मोहाली में पुलिस इंटेलीजेंस के मुख्यालय पर हमला इसी तरह करवाया गया था। हथियार देकर लारेंस बिश्नोई व गोल्डी बरार गिरोह से शूटर दीपक सुरखपुर व नाबालिग को लिया था और इन दोनों से पुलिस मुख्यालय पर आरपीजी से हमला करवाया था। इनका उद्देश्य हथियार भेजकर भारत में अराजकता फैलाना है। इनके साथ चीन भी मिला हुआ है। ये खुलासा दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए गैंगस्टर दीपक उर्फ टीनू ने किया है। उसने बताया कि वह अपने साथियों के साथ हरियाणा के गैंगस्टर कौशल चौधरी व उसके साथ अमित डागर की पुलिस कस्टडी में हत्या करने की साजिश भी रच रहा था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात एसीपी राहुल विक्रम की देखरेख में इंस्पेक्टर विक्रम दहिया, इंस्पेक्टर निशांत दहिया व एसआई मंजीत की टीम ने दीपक को बुधवार को अजमेर, राजस्थान से गिरफ्तार किया था।
दिल्ली पुलिस ने दीपक को बृहस्पतिवार को दिल्ली की कोर्ट में पेश कर आठ दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी के पास से बरामद पांच ग्रेनेड व दो पिस्टल चीन में बनी हैं। ये ग्रेनेड व पिस्टल पाकिस्तान होकर भारत में आई हैं। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए तरण-तारण, पंजाब में इन हथियारों को फेंका गया। यहां से हथियार उठाकर दीपक को दिए गए। उसे ये हथियार गांव आनंदपाल, डीडवाना राजस्थान में करीब एक महीने पहले दिए गए थे। पूछताछ में गैंगस्टर दीपक ने खुलासा किया है कि उसे कौशल चौधरी व उसके साथी अमित डागर की हत्या करने का आदेश दिया गया था। कौशल चौधरी तिहाड़ जेल में व अमित डागर पंजाब की भटिंडा जेल में बंद हैं। गैंगस्टर ने बताया कि उसे दिल्ली व पंजाब में इन दोनों की हत्या पुलिस कस्टडी में करनी थी। उसने ग्रेनेड इसलिए रखे हुए थे कि हमला करने के बाद अगर पुलिस उसे पकड़ती तो वह पुलिस टीम पर ग्रेनेड से हमला कर फरार हो जाता।
नेपाल से पासपोर्ट बनवा कर अमेरिका भागने की फिराक में था: दीपक ने खुलासा किया है कि वह नेपाल से अपना पासपोर्ट बनवा रहा था। इसके लिए उसने बातचीत शुरू कर दी थी और वहां कई लोगों से संपर्क किया था। पासपोर्ट बनने के बाद वह अमेरिका भागने की फिराक में था।
रोहित गोदारा ने दिलवाई थी राजस्थान में शरण: दीपक ने बताया कि वह अजरबैजान में बैठे रोहित गोदारा के संपर्क में था। पंजाब पुलिस की कस्टडी से फरार होने के बाद वह राजस्थान गया था। यहां पर वह आनंदपाल गांव में छिपकर रह रहा था। पंजाब पुलिस ने उसे रिमांड पर लिया था, लेकिन महिला दोस्त की मदद से वह पुलिस की कस्टडी से फरार होने में कामयाब हो गया।