दिल्ली-एनसीआर

क्राइम ब्रांच और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अंतरराज्यीय गैंग का हुआ पर्दाफाश, 500 से अधिक दुपहिया वाहन चुरा चूका है गैंग

Admin Delhi 1
14 July 2022 2:47 PM GMT
क्राइम ब्रांच और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अंतरराज्यीय गैंग का हुआ पर्दाफाश,  500 से अधिक दुपहिया वाहन चुरा चूका है गैंग
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दिल्ली ब्रेकिंग न्यूज़: जिले की क्राइम ब्रांच टीम और कविनगर थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश किया है। दोनों टीमों की पुलिस ने दिल्ली.एनसीआर क्षेत्र से 500 से अधिक दुपहिया वाहन चुराने वाले गैंग के सरगना समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। जिनकी निशानदेही पर करीब 35 लाख रुपए कीमत के 40 दुपहिया वाहन बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि गैंग सरगना कौशांबी थाने से वाहन चोरी के मामले में वांछित चल रहा था। जिसके चलते उसकी गिरफ्तारी पर 15 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था।

एसपी क्राइम डा.दीक्षा शर्मा ने बताया कि क्राइम ब्रांच टीम के प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी और टीम के सदस्यों को अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग के बारे में सूचना मिली थी। मुखबिर ने बताया था कि गैंग के सदस्य चोरी के वाहनों को बेचने की फिराक में हैं। जिसके बाद क्राइम ब्रांच टीम ने कविनगर थाना पुलिस की मदद से बम्हैटा अंडरपास के पास से उन्हें पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों में आकाश उर्फ गंजा उर्फ सुनील उर्फ जंगली निवासी मुंडाली मेरठ, खुर्जा नगर बुलंदशहर निवासी रवि गुप्ता, हस्तिनापुर मेरठ निवासी 17 वर्षीय नाबालिग और मेरठ निवासी रिंकू व मोहसिन शामिल हैं। आकाश उर्फ गंजा गैंग का सरगना है। जबकि गैंग के अन्य सदस्य सिहानी गेट के जटवाड़ा इलाके में रहने वाले संजय व सुनील फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं। एसपी क्राइम ने बताया कि कौशांबी थाने से वांछित होने के कारण एसएसपी द्वारा आकाश की गिरफ्तारी पर 15 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था।

32 बार जेल गए सरगना पर हत्या व हत्या के प्रयास के भी केस दर्ज: एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने बताया कि अपराध की दुनिया में गैंग सरगना आकाश गंजा और जंगली के नाम से जाना जाता है। उसपर हत्या, हत्या के प्रयास, आम्र्स एक्ट और वाहन चोरी के करीब तीन दर्जन केस दिल्ली.एनसीआर के थानों में दर्ज हैं। वह 32 बार जेल जा चुका है। पूछताछ में सरगना ने 500 से अधिक दुपहिया वाहन चुराने की बात कबूली है। इसके अलावा रवि गुप्ता पर वाहन चोरी, गैंगस्टर और हत्या के प्रयास के 54 केस दर्ज मिले हैं। रवि चंद माह पूर्व ही जमानत पर जेल से छूटकर आया था। एसपी क्राइम ने बताया कि मोहसिन और पकड़े गए नाबालिग के खिलाफ भी आधा दर्जन केस सामने आए हैं।

पहले सोतीगंज के जावेद व अब्दुल को देते थे चोरी के वाहन: सीओ क्राइम अंशु जैन की मानें तो पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि पूर्व में वह सोतीगंज मेरठ के रहने वाले जावेद और अब्दुल को चोरी के वाहन बेचा करते थे। इन दोनों के जेल चले जाने के बाद उन्होंने पकड़े गए मेरठ निवासी रिंकू और मोहसिन को वाहनों की सप्लाई देना शुरू कर दिया था। सीओ ने बताया कि आरोपी चोरी के एक वाहन को 4 से 5 हजार रुपए रिसीवरों को देते थे। रिसीवर उन्हें काटकर महंगे दामों में उनके पार्ट्स को बेच दिया करते थे। आरोपियों ने मिली रकम से अपने घर का खर्च चलाने और खुद की मौजमस्ती पर खर्च करने की बात कबूली है। सीओ अंशु का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस उन कबाडिय़ों को भी पकडऩे का प्रयास कर रही है, जो चोरी के वाहन खरीद रहे थे।

कविनगर व सिहानी गेट थानाक्षेत्र में बना रखे थे गोदाम: क्राइम ब्रांच टीम प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि आरोपी न सिर्फ मेरठ में चोरी के वाहन खपा रहे थे, बल्कि उन्होंने वाहन छिपाने के लिए सिहानी गेट और कविनगर थानाक्षेत्र में भी गोदाम बनाए हुए थे। आरोपियों की निशानदेही पर इन्हीं गोदामों से चोरी के वाहन बरामद किए गए हैं। प्रभारी की मानें तो गैंग सरगना ने पूछताछ में बताया कि वह वाहन चोरी के लिए भाड़े पर भी लडक़ों को बुलाता था। उसे जिस भी शहर से वाहन चुराने होते थे उस शहर के बस अड्डों या फिर रेलवे स्टेशन पर अपने साथियों को बुलाया करता था। उसके बाद मास्टर चाबी की मदद से वाहनों के लॉक तोडक़र वह वाहन चोरी कर लिया करते थे। चोरी के वाहनों को गोदाम में ले जाकर उनकी नंबर प्लेट देते थे फिर रिंकू और मोहसिन को बेच दिया करते थे।

रिसीवर की डिमांड के मुताबिक चुराते थे वाहन: एसपी क्राइम ने बताया कि आरोपी ऑन डिमांड भी बाइक और स्कूटी चोरी किया करते थे। पकड़े गए रिंकू और मोहसिन जिस भी बाइक या स्कूटी की डिमांड गैंग सरगना आकाश से करते थे वह साथियों के साथ मिलकर उसी वाहन को चुराकर उन्हें बेच दिया करता था। पुलिस की मानें नाबालिग आरोपी वाहन चुराने में काफी एक्सपर्ट है। वह पलक झपकते ही किसी भी दुपहिया वाहन का लॉक तोडक़र चोरी कर लिया करता है। नाबालिग ने पूछताछ में बताया कि वह बीते चंद महीनों से ही गैंग के साथ जुडक़र काम कर रहा था।

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