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अवैध टि्वन टावर को लेकर इंक्वायरी कमेटी को मिला जवाब, हमें नही मालुम इस प्रोजेक्ट के बारे में

Admin Delhi 1
25 July 2022 8:49 AM GMT
अवैध टि्वन टावर को लेकर इंक्वायरी कमेटी को मिला जवाब, हमें नही मालुम इस प्रोजेक्ट के बारे में
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एनसीआर नॉएडा न्यूज़: सुपरटेक बिल्डर के एमराल्ड काेर्ट सोसायटी में बने अवैध टि्वन टावर को लेकर दो तरफा कार्रवाई चल रही है। एक तरफ इन्हें गिराने की प्रक्रिया पर तेजी से काम हो रहा है, दूसरी ओर इस भारी-भरकम अवैध निर्माण के लिए जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ इंक्वायरी कमेटी जांच कर रही है। इंक्वायरी कमेटी ने जिन अधिकारियों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था, उनमें से 8 ने अपने जवाब दाखिल किए हैं। कमेटी इन अफसरों के जवाब पढ़कर हतप्रभ है। दरअसल, एक अफसर ने तो यहां तक लिख दिया है कि उसे मालूम ही नहीं, इस नाम का कोई प्रोजेक्ट नोएडा में बनाया गया है।

कैसे-कैसे जवाब अफसरों ने भेजे: अवैध ट्विन्स टावर बनवाने में प्राधिकरण के किन अफसरों की भूमिका रही है, यह पता लगाने के लिए नोएडा अथॉरिटी में चल रही विभागीय जांच में तत्कालीन 8 अधिकारियों ने अपने लिखित जवाब भेजे हैं। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद राज्य सरकार की तरफ से शुरू की जांच में जो आरोप सामने आए हैं, उन पर जिम्मेदार अफसरों ने अलग-अलग जवाब दिए हैं। किसी अधिकारी ने कहा है, "ये मैंने किया ही नहीं है, मैं इस तरह की परियोजनाओं से जुड़े कामकाज नहीं देख रहा था।" किसी ने जो गड़बड़ी की है, उससे अनभिज्ञता जाहिर कर दी है। अभी 3 और अधिकारियाें के जवाब इस विभागीय जांच में आने हैं। एक अफसर ने तो अपने जवाब में यहां तक लिख दिया कि उन्हें मालूम नहीं, इस नाम की कोई परियोजना नोएडा में शुरू हुई थी। कुल 11 अधिकारियों को इंक्वायरी कमेटी की ओर से नोटिस भेजे गए थे।

अथॉरिटी में तैनात रहे 24 अफसरों के खिलाफ चल रही जांच: इस प्रकरण में एसआईटी जांच के बाद अथॉरिटी ने जो एफआईआर करवाई है, उसमें 24 तत्कालीन अधिकारी आरोपी हैं। इन अधिकारियों की तैनाती वर्ष 2004 से 2012 तक अथॉरिटी में रही है। विभागीय जांच में अथॉरिटी को 11 आरोपी अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने की मंजूरी शासन से मिली थी। यह विभागीय जांच अथॉरिटी के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीण मिश्रा कर रहे हैं। आरोप पत्र जारी होने के बाद पहले इन आरोपी अधिकारियों ने कई दस्तावेज अथॉरिटी से मांगे। लगातार जांच को लटकाने और जवाब देने से बचने का प्रयास अफसर कर रहे थे। कई महीने इंतजार करने के बाद अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी को अब अफसरों के जवाब मिलने शुरू हुए हैं।

अब तक इन अफसरों ने एसीईओ को जवाब भेजे हैं: जवाब देने वालों में तत्कालीन प्लानिंग असिस्टेंट टीएन पटेल, नगर नियोजक अशोक कुमार मिश्र, सहायक प्रबंधक अनीता, ऋतुराज व्यास (सीनियर मैनेजर प्लानिंग), प्रॉजेक्ट इंजीनियर बाबूराम, विमला सिंह (तत्कालीन सह नगर नियोजक), एमसी त्यागी (तत्कालीन प्राॅजेक्ट इंजीनियर), मुकेश गोयल (मैनेजर प्लानिंग) शामिल हैं। इनमें ऋतुराज व्यास, विमला सिंह और मुकेश गोयल ने एक-एक आरोप पत्र पर जवाब देने के लिए और समय मांगा है। सुप्रीम कोर्ट में फजीहत होने के बाद नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु महेश्वरी ने मुकेश गोयल को सस्पेंड कर दिया था।

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