दिल्ली-एनसीआर

खिलाड़ियों के साथ हो रही नाइंसाफी

Shreya
5 July 2023 7:45 AM GMT
खिलाड़ियों के साथ हो रही नाइंसाफी
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दिल्ली। दिल्ली के त्याग राज स्टेडियम में 24 जून को हुए एशियन गेम्स के ट्रायल को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। जहां पर ट्रायल में शामिल हुए कुराश खेल से संबंधित खिलाड़ियों ने धांधली का आरोप लगाया है। खिलाड़ियों ने कहा है कि खुलेआम हमारे साथ बेईमानी की गई है जिसके बाद खिलाड़ियों ने खेल मंत्रालय इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन में शिकायत भी की है।

बता दें कि चैन प्रतियोगिता को एक सप्ताह बीत चुका है लेकिन अभी तक चयनित खिलाड़ियों की सूची जारी नहीं की गई है वहीं खिलाड़ियों का कहना है कि जगदीश टाइटलर रोजाना खिलाड़ियों को अलग-अलग समय पर अपने आवास पर बुलाकर पैसों की डिमांड करते हैं। जिसके कारण खिलाड़ी दर-दर धक्के खाते हुए घूम रहे हैं।

खिलाड़ियों ने दोबारा से ट्रायल कराने की रखी मांग

खिलाड़ियों का कहना है कि वह हरियाणा से आते हैं और दिल्ली की त्याग राज में 24 जून को ही प्रतियोगिता में उनके साथ बेईमानी की गई जबकि वह खेल में आ गए थे उनकी मांग है कि दोबारा से ट्रायल कराया जाए खिलाड़ियों का आरोप है कि जो ऊंचे पदों पर बैठे हैं उन्होंने हमारे साथ भेदभाव किया है हमने फाइट जीती थी लेकिन हमारा लिस्ट में नाम नहीं दिया गया जब हमने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की इसके बाद लिस्ट जारी की गई है और उस लिस्ट में हमारा नाम ही नहीं है।

खिलाड़ियों ने अभी बताया कि इस पूरे मामले को लेकर उन्होंने इंडियन ओलिंपिक संघ के दफ्तर में पहुंचकर अधिकारियों से मुलाकात की है उन्होंने आश्वासन दिया है कि आपके साथ न्याय होगा कई लेटर उन्होंने खेल मंत्री इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन संघ की अध्यक्ष पीटी उषा को भी लिखा है।

इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के दफ्तर पहुंचे खिलाड़ी

खिलाड़ियों की मांग है कि एशियन गेम्स के लिए चल रहे ट्रायल को दोबारा किया जाए। खिलाड़ी अपने साथ हुई बेईमानी को लेकर सोमवार को इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के दफ्तर पहुंचे जहां उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की दफ्तर निकलने के बाद खिलाड़ियों ने बताया कि हमारे साथ बहुत ही नाइंसाफी हुई है। 24 जून को त्याग राज स्टेडियम में हमने एशियन गेम्स के लिए ट्रायल दिया था हमने जीत भी दर्ज की थी और लिस्ट में हमारा ही नाम नहीं है। खिलाड़ियों से पैसे लेकर उनके नाम लिस्ट में दिए गए हमारे से भी पैसे मांगे नहीं दिए तो हमारा लिस्ट से नाम हटा दिया गया और यह सब पहले जो मंत्री रहे जगदीश टाइटलर उनके द्वारा किया जा रहा है कई बार उन्होंने हमें अपने आवास पर बुलाया है हमसे पैसे की भी डिमांड की। खिलाड़ियों का यह भी कहना है कि इस वक्त जगदीश टाइटलर किसी भी पद पर मौजूद नहीं है फिर भी उनकी देखरेख में सारा काम किया जा रहा है।

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