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भारतीय वकील, राजनीतिज्ञ और राजनयिक- सुषमा स्वराज

mukeshwari
9 Jun 2023 7:26 PM GMT
भारतीय वकील, राजनीतिज्ञ और राजनयिक- सुषमा स्वराज
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आज आपको सुषमा जी के जीवन के बारे में कुछ बातें बतायेगे। सुषमा जी अपने व्यक्तिगत जीवन में बहुत साहसिक और साधारण थी। उनका नाम भारतीय जनता पार्टी के तेज तर्रार नेताओं में गिना जाता था। वह एक प्रखर वक्ता के साथ-साथ एक सख्त प्रशासक, लोकप्रिय नेता और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व की धनी थीं। सुषमा जी का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला छावनी में एक पंजाबी ब्राह्मण परिवार में हुआ था उनके पिता का नाम हरदेव शर्मा और माता का नाम श्रीमती लक्ष्मी देवी था। उनके माता-पिता मूल रूप से पाकिस्तान लाहौर के धरमपुरा इलाके के रहने वाले थे। उनके पिता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक प्रमुख सदस्य थे। उनके जन्म का नाम सुषमा शर्मा था जो विवाह के बाद सुषमा स्वराज हो गया था। उन्होंने अंबाला छावनी के सनातन धर्म कॉलेज में शिक्षा प्राप्त की और संस्कृत व राजनीति विज्ञान में स्नातक (बी.ए) किया। सुषमा स्वराज जी तीन साल तक लगातार एस.डी कालेज छावनी की सर्वश्रेष्ठ एन सी सी कैडेट रहीं और हरियाणा के भाषा विभाग द्वारा आयोजित एक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उन्हें लगातार तीन वर्षों तक सर्वश्रेष्ठ हिंदी स्पीकर का पुरस्कार मिला। इनकी रुचि शास्त्रीय संगीत, कविता, ललित कला और नाटक में भी थी। इन्हें कविता और साहित्य पढ़ना भी अच्छा लगता था। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से कानून की पढ़ाई की है। 1973 में सुषमा भारतीय सर्वोच्च न्यायलय में अधिवक्ता के पद पर कार्य करने लगी।

सुषमा जी का विवाह आपातकाल के समय 13 जुलाई 1975 को उनके एक सहकर्मी और साथी वकील स्वराज कौशल से हुआ। ये दंपति आपातकालीन आंदोलन के दौरान मिले। स्वराज कौशल, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के एक वरिष्ठ अधिवक्ता और एक आपराधिक वकील के रूप में कार्य किया। कौशल जी छह साल तक राज्यसभा में सांसद रहे इसके अलावा वे 1990 से 1993 तक मिजोरम प्रदेश के राज्यपाल भी रहे। वह अभी तक के सबसे कम आयु में राज्यपाल का पद प्राप्त करने वाले व्यक्ति हैं। वह 1998 से 2004 तक संसद सदस्य थे।

सुषमा जी और कौशल जी की एक पुत्री, बांसुरी है, जो ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक है और इनर टेम्पल से कानून में बैरिस्टर है। सुषमा स्वराज की बहन वंदना शर्मा हरियाणा में लड़कियों के लिए एक सरकारी कॉलेज में राजनीति विज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनके भाई डॉ. गुलशन शर्मा अंबाला में स्थित एक आयुर्वेद चिकित्सक हैं। आपातकाल के बाद, सुषमा जी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। बाद में, वह भाजपा की राष्ट्रीय नेता बनीं। सुषमा जी के भाषण देने की कला हर किसी को बहुत प्रभावित करती थी, सुषमा जी जब भाषण देती थी तो ऐसा लगता था कि उनकी जुबान पर माँ सरस्वती विराजमान हो। सुषमा जी हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी और कन्नड़ भाषा सहित और कई भाषाओं में धारा प्रवाह भाषण देती थीं।

सुषमा स्वराज ने नरेंद्र मोदी सरकार में मई 2014 से मई 2019 तक भारत के विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया। वह इंदिरा गांधी के बाद इस पद को संभालने वाली दूसरी महिला थीं। वह सात बार संसद सदस्य और तीन बार विधान सभा सदस्य के रूप में चुनी गईं। वह 25 साल की उम्र में 1977 में भारतीय राज्य हरियाणा की सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनीं। उन्होंने 1996 में प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 13-दिवसीय सरकार के दौरान केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने अक्टूबर 1998 में एक छोटी अवधि के लिए दिल्ली की 5वीं मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।

अमेरिकी दैनिक वॉल स्ट्रीट जर्नल द्वारा सुषमा स्वराज को भारत का “सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला राजनेता” कहा गया। उन्होंने सूचना और प्रसारण मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल में सितंबर 2000 से जनवरी 2003 तक इस पद पर रहीं। वह जनवरी 2003 से मई 2004 तक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और संसदीय मामलों की मंत्री थीं।

विदेश मंत्री के रूप में, उन्होंने गीता नाम की 23 वर्षीय भारतीय लड़की को जो सुनने और बोलने में अक्षम थी उसे भारत वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो 15 वर्षों से पाकिस्तान में फंसी हुई थी। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से 2019 का भारतीय आम चुनाव नहीं लड़ा और इसलिए 2019 में दूसरे मोदी मंत्रालय में शामिल नहीं हुई।

सुषमा स्वराज जी को स्पेन ने 19 फरवरी 2019 में ग्रैंड क्रॉस ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ सिविल मेरिट से सम्मानित किया। एम्स नई दिल्ली के डॉक्टरों के अनुसार, सुषमा स्वराज जी का 6 अगस्त 2019 की रात को 67 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्हें सार्वजनिक मामलों के क्षेत्र में मरणोपरांत 2020 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।

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प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।

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