दिल्ली-एनसीआर

भारत, संयुक्त अरब अमीरात ने सतत औद्योगिक विकास में सहयोग पर किया समझौता

Rani Sahu
5 Oct 2023 2:26 PM GMT
भारत, संयुक्त अरब अमीरात ने सतत औद्योगिक विकास में सहयोग पर किया समझौता
x
नई दिल्ली (आईएएनएस)। भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने सतत औद्योगिक विकास में निकट सहयोग के लिए अमीरात पैलेस में गुरुवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये। संयुक्त अरब अमीरात के उद्योग और उन्नत प्रौद्योगिकी मंत्री सुल्तान अल जाबेर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन सात प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित है, जिसमें आपूर्ति श्रृंखला में लचीलापन, नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता, स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान, अंतरिक्ष प्रणाली, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, उद्योग 4.0 और उन्नत प्रौद्योगिकियां, मानकीकरण और मेट्रोलॉजी शामिल हैं।
आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन बनाने के लिए दोनों देश कच्चे माल की आपूर्ति के अवसरों की पहचान में सहयोग करेंगे।
वे औद्योगिक वृद्धि और विकास के लिए औद्योगिक सक्षमता और प्रोत्साहन पर सर्वोत्तम प्रथाओं को भी साझा करेंगे - उदाहरण के लिए ऊर्जा, भूमि, कैपेक्स, ओपेक्स, प्रौद्योगिकी और श्रम जैसे क्षेत्रों में।
ऊर्जा क्षेत्र में, भारत और संयुक्त अरब अमीरात ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों, स्मार्ट ग्रिड और नवीकरणीय ऊर्जा तथा ऊर्जा दक्षता में अनुसंधान एवं विकास को आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगे।
इसी तरह, स्वास्थ्य और जीव विज्ञान में दोनों देश फार्मासूूटिकल्स के विकास, जैव प्रौद्योगिकी के उपयोग और अनुसंधान एवं विकास में सहयोग करेंगे।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात भी अंतरिक्ष प्रणालियों में घनिष्ठ सहयोग के माध्यम से अपने संबंधित अंतरिक्ष उद्योगों को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
समझौता ज्ञापन देशों को संचार और पृथ्वी अवलोकन के साथ-साथ अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए छोटे उपग्रहों के वाणिज्यिक विकास, प्रक्षेपण और उपयोग में सहयोग करने में मदद करेगा।
अंतरिक्ष क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के अलावा, देश अंतरिक्ष से संबंधित सामग्रियों के लाइसेंसिंग के विकास में भी सहयोग करेंगे।
एआई के क्षेत्र में, संयुक्त अरब अमीरात और भारत अंतरिक्ष क्षेत्र, ऊर्जा, स्वास्थ्य देखभाल और आपूर्ति श्रृंखलाओं में एआई प्रौद्योगिकियों की तैनाती में सहयोग करेंगे।
दोनों देश प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स में क्षमताओं को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करेंगे।
अल जाबेर ने समझौते पर टिप्पणी करते हुए कहा: "यूएई नेतृत्व के दृष्टिकोण के अनुरूप, हम स्थायी और आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक क्षेत्रों में भारत के साथ यूएई के मजबूत संबंधों को देखते हुए उन्नत प्रौद्योगिकी और स्थिरता मानकों के अनुरूप औद्योगिक क्षेत्र को और विकसित करने के लिए इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करते हुए हमें खुशी हो रही है।"
गोयल ने कहा, "यह समझौता ज्ञापन उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में सहयोग के प्रयासों को विकसित करने और एक संस्थागत ढांचे के निर्माण के लिए नए दरवाजे खोलता है। यह अंतरिक्ष, स्वास्थ्य देखभाल, नवीकरणीय ऊर्जा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे कई अन्‍य महत्‍वपूर्ण क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने और विकसित करने में मदद करेगा।"
Next Story