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यात्रा और पर्यटन सूचकांक में 54वें स्थान पर खिसका भारत, जानिए कौन है नंबर वन

Renuka Sahu
25 May 2022 2:16 AM GMT
India slips to 54th place in travel and tourism index, know who is number one
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फाइल फोटो 

यात्रा और पर्यटन के लिए सबसे मुफीद देशों के पैमाने पर भारत 54वें स्थान पर खिसक गया। इससे पूर्व भारत 2019 में 46वें स्थान पर था।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यात्रा और पर्यटन के लिए सबसे मुफीद देशों के पैमाने पर भारत 54वें स्थान पर खिसक गया। इससे पूर्व भारत 2019 में 46वें स्थान पर था। अमेरिका, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी, स्विटजरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, सिंगापुर और इटली इस सूची के शीर्ष दस में बने हुए हैं।

विश्व आर्थिक फोरम का यात्रा और पर्यटन संबंधी द्विवार्षिक अध्ययन दर्शाता है कि इस क्षेत्र में महामारी (कोरोना) के बाद बिगड़े हालात सुधर रहे हैं। हालांकि यह भी सच है कि सुधार असमान है और चुनौतियां बरकरार हैं। यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक में दुनिया की 117 अर्थव्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया गया है। इसमें यात्रा और पर्यटन के क्षेत्र में सतत और लचीले विकास को मुफीद बनाने वाली अर्थव्यवस्थाओं पर मुख्य रूप से जोर दिया गया है।
विश्व आर्थिक फोरम के एविएशन, ट्रेवल एंड टूरिज्म के अध्यक्ष लॉरेन अपिंक ने कहा कि कोविड-19 के दौरान हुई बंदी ने दुनिया की कई अर्थव्यवस्थाओं के लिए यात्रा और पर्यटन के महत्व पर मुहर लगा दी है। अपकिंग ने यह भी कहा कि जैसे-जैसे दुनिया महामारी से उबरेगी दुनिया के देश आगामी दशकों में यात्रा, पर्यटन क्षेत्र की मजबूती के लिए लचीलापन दिखाएंगे और इसमें निवेश करेंगे।
बहरहाल, अंतरराष्ट्रीय पर्यटन कारोबार अभी भी कोरोना काल के पहले से बेहतर नहीं है। टीकाकरण की तेज रफ्तार से इस क्षेत्र में सुधार हुआ है। अब लोग फिर यात्राएं करने लगे हैं। घरेलू और प्रकृति आधारित पर्यटन ने भी रफ्तार पकड़ी है। कई कारोबारियों और पर्यटन स्थलों ने मांग में आए इस बदलाव को स्वीकार किया है। बताया गया है कि अमेरिका के अलावा यूरोप और एशिया प्रशांत क्षेत्र के शीर्ष 10 देशों में जनवरी 2021 की अपेक्षा जनवरी 2022 में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में पर्याप्त इजाफा हुआ है।
क्या है ट्रेवल एंड टूरिज्म डेवलपमेंट इंडेक्स 2021
ट्रेवल एंड टूरिज्म डेवलपमेंट इंडेक्स 2021 इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मक सूचकांक के प्रत्यक्ष मूल्यांकन से संबंधित है। इसका प्रकाशन बीते 15 वर्षों से हर दूसरे साल में किया जाता है।
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