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देश के सभी राज्यों में गृह मंत्रालय ने 30 नवंबर तक बढ़ाए कोविड से जुड़े दिशानिर्देश, कंटेनमेंट जोन में रहेगा लॉकडाउन

Kunti Dhruw
28 Oct 2021 1:49 PM GMT
देश के सभी राज्यों में गृह मंत्रालय ने 30 नवंबर तक बढ़ाए कोविड से जुड़े दिशानिर्देश, कंटेनमेंट जोन में रहेगा लॉकडाउन
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भारत (India) भर के राज्यों में त्योहारों के मौसम के बाद कोरोना वायरस (coronavirus cases) के बढ़ने के अंदेशे को देखते हुए.

नई दिल्‍ली. भारत (India) भर के राज्यों में त्योहारों के मौसम के बाद कोरोना वायरस (coronavirus cases) के बढ़ने के अंदेशे को देखते हुए गृह मंत्रालय (union home ministry) ने कोविड से जुड़े दिशा निर्देशों (Covid Guidelines) को 30 नवंबर तक बढ़ाने का फैसला लिया है. गृह मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि दोबारा खुलने के दिशानिर्देश, पिछले महीने जारी किए गए थे. इसके तहत सिनेमा हॉल, मनोरंजन पार्क और खिलाड़ियों के लिए स्वीमिंग को खोलने की अनुमति जारी की गई थी. ये अनुमति 30 नवंबर तक कंटेनमेंट जोन के बाहर अभी भी जारी रहेगी. इससे पहले 30 सितंबर को दिशानिर्देश जारी किए गए थे जिन्हें 31 अक्‍टूबर तक लागू रहना था.

आदेशानुसार, इस दौरान कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन का सख्ती से पालन जारी रहेगा. मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव और प्रशासकों को अपने क्षेत्र में कोविड के बचाव के तरीकों को अपनाने का परामर्श जारी किया है. साथी ही जमीनी स्तर पर लोगों को मास्क पहनने, शारीरिक दूरी अपनाने और हाथ की सफाई का सख्ती से पालन करवाने को कहा है. मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए. त्‍योहारों को देखते हुए बाजारों का संचालन और भीड़-भाड़ से बचने के लिए राज्‍योंं को निर्णय लेना होंगे.जानकारों का मानना है कि यह वायरस किसी भी इमारत के अंदर या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर आसानी से फैल सकता है. यह कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) एक संक्रामक बीमारी है जो SARS-CoV-2 वायरस के कारण होती है. कोविड-19 की चपेट में आए ज़्यादातर लोगों को सर्दी जैसे लक्षण हल्‍का बुखार आदि होते हैं और वे बिना खास इलाज के ठीक हो जाते हैं. केवल कुछ लोगों में तेज बुखार, सांस लेने में दिक्‍कत जैसे लक्षण सामने आते हैं और डॉक्‍टरी परामर्श और दवाओं से वे अपने घरों में रहते हुए ठीक हो सकते हैं. बहुत ही कम लोगों को कोरोना संक्रमण के कारण अस्‍पतालों में भर्ती होना पड़ता है.
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