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नॉएडा सुपरटेक ट्विन टावर में गिराने की कैसी हैं तैयारी, जानिए पूरी खबर
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: नोएडा सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट में अवैध रूप से बने ट्विन टावर को तोड़ने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। दोनों टावरों को 21 अगस्त को ध्वस्त किया जाना है। जिसके लिए तकरीबन 9,800 सरियों में सुराख कर बारूद लगाया जाएगा। वहीं, विस्फोट के दौरान सरिये नहीं टूटेगा, बल्कि उसका मूड ऊपर से फैल जाएगा। विस्फोट के बाद करीब 35 हजार मीट्रिक टन मलबा निकलेगा। जिसकी साफ सफाई का जिम्मा ध्वस्तीकरण करने वाली एजेंसी का ही होगा। इसके अलावा मलवे को फैलने से रोकने के लिए 30 मीटर ऊंचे कंटेनर लगाए जाएंगे और बेसमेंट के चारों ओर स्टील से इमारत को कवर किया जाएगा।
निकले हुए मलबे से भरा जाएगा बेसमेंट को: ट्विन टावर को ध्वस्त करने वाली एडिफिस कंपनी ने अब से पहले केरल के मराडु ने इसी तरह एक 18 मंजिल टावर को ध्वस्त किया था। जिस दौरान सभी सरिये टूटे नहीं, बल्कि उसका मुंह ऊपर से खुल गया था। इसी तरह अब ट्विन टावर को ध्वस्त करा जाएगा। ध्वस्तीकरण के बाद 35 हजार मीट्रिक टन मलबा निकलेगा। जिससे साफ करने में करीब तीन महीने का समय लगेगा। ट्रकों के जरिये एक महीने बाद मंगलवार को सीएडडी वेस्ट प्लांट पर लजाया जाएगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमों को ध्यान में रखा जाएगा। निकले हुए आधे मलबे से बेसमेंट को भरा जाएगा। बाकी के बचे आधे मलबे को वेस्ट प्लांट पर लजाया जाएगा। बेसमंट को भरने के बाद उसको हरित क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
वेस्ट से बने सामान को कंपनी अपने प्रयोग में या उसे बेच सकती: नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया है कि सेक्टर-80 में लगे सीएडडी वेस्ट प्लांट की क्षमता महज 300 मीट्रिक टन है। यहां पर पहले ही ज्यादा भार है। ऐसे में टावरों से निकले मलबे के लिए अलग से प्लांट लगाने पर विचार किया जा रहा है। यह प्लांट भी सेक्टर-80 में ही लगाया जाएगा। जहां पर मलबे से टाइल्स और अन्य सामान बनाए जाएंगे। वेस्ट से बने सामान को कंपनी अपने प्रयोग में या उसे बेच सकती है।