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दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा के हाईटेक इंतजाम होंगे, जानिए कब खोला जाएगा

Renuka Sahu
8 Feb 2022 2:10 AM GMT
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा के हाईटेक इंतजाम होंगे, जानिए कब खोला जाएगा
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फाइल फोटो 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को अगले कुछ महीनों में ही राजस्थान की सीमा तक यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को अगले कुछ महीनों में ही राजस्थान की सीमा तक यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। फिलहाल, उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली (एटीएमएस) के तहत आठ लेन वाले इस एक्सप्रेसवे पर सड़क सुरक्षा के लिहाज काफी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। एक्सप्रेसवे पर हर पांच सौ मीटर की दूरी पर उच्च तकनीक वाले कैमरे लगाए जा रहे हैं। वहीं, हर 20 किलोमीटर की दूरी पर गश्त वाहन की सुविधा मिलेगी। कोई वाहन यदि पांच मिनट से ज्यादा एक्सप्रेसवे के किनारे रुकता है तो नियंत्रण कक्ष को इसकी जानकारी हो जाएगी और आपात स्थिति में मौके पर तत्काल मदद पहुंचाने में मदद मिलेगी।

सोहना से सफर की शुरुआत
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे हरियाणा के सोहना से शुरू होगा। 1380 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का काम यूं तो अक्तूबर 2023 तक पूरा होगा, लेकिन पांच चरण के कार्य इसी वर्ष अप्रैल तक पूरे हो जाएंगे। लिहाजा, कुछ ही महीनों में सोहना से अलवर तक 156 किलोमीटर की सड़क यातायात के लिए खोल दी जाएगी।
अलग से निविदा नहीं
एक्सप्रेसवे लगभग तैयार हो चुका है। अभी इस पर अन्य इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं। खासकर, सड़क सुरक्षा की दृष्टि से एटीएमएस को मंजूरी दी गई है। एटीएमएस के तहत काम समय से पूरा हो सके, इसके लिए अलग से निविदा प्रक्रिया नहीं अपनाई गई है। पहले से ही एक्सप्रेसवे पर काम कर रही कंपनियों को ही यह काम भी सौंपा गया है।
हादसा होने पर तुरंत मदद
सामान्य तौर पर एक्सप्रेसवे पर 700 मीटर से एक किलोमीटर के बीच कैमरे होते हैं लेकिन यहां हर पांच सौ मीटर पर कैमरे लगेंगे, ताकि नियंत्रण कक्ष को उच्च गुणवत्ता वाली फुटेज मिल सके और वाहनों की गतिविधि पर आसानी से नजर रखी जा सके। इससे वाहनों में खराबी आने या कोई हादसा होने की स्थिति शीघ्र पता चल जाएगी। एक्सप्रेसवे पर गश्त वाहनों की संख्या भी बढ़ाई गई है।
तापमान, प्रदूषण का हाल जान सकेंगे
एक्सप्रेसवे पर चलते वक्त लोग मौसम का हाल भी जान सकेंगे। हर पांच किलोमीटर पर इसके लिए बोर्ड लगाए जा रहे हैं, जिस पर तापमान, प्रदूषण का स्तर और अगले 24 घंटे के संभावित मौसम का हाल प्रदर्शित होगा।
24 घंटे निगरानी
सोहना में नियंत्रण कक्ष बनाया जा रहा है, जो शून्य किलोमीटर पर स्थित होगा। यहां से 125 किलोमीटर के हिस्से पर नजर रखी जाएगी। नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करेगा।
देश का सबसे हराभरा एक्सप्रेसवे
एनएचएआई के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग का कहना है कि यह देश का सबसे हराभरा एक्सप्रेसवे होगा। इसमें बीच के हिस्से में आठ लेन में पौधे लगाए जा रहे हैं। सोहना से लेकर अलवर तक पौधे लगाने का 80 फीसदी का पूरा हो गया है। शेष 20 फीसदी काम एक्सप्रेसवे निर्माण का काम पूरा होने पर होगा।
राजधानी में वाहनों का दबाव कम होगा
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे अभी सोहना से शुरू होगा जो मार्च 2024 तक दिल्ली और यूपी से जुड़ेगा। इसके लिए 90 किलोमीटर का संपर्क पथ बनाया जा रहा है। छह लेन की इस सड़क का 60 किलोमीटर हिस्सा सराय काले खां तक होगा, जबकि 30 किलोमीटर हिस्सा बल्लभगढ़ से जेवर हवाईअड्डे को जोड़ेगा। 60 किलोमीटर वाले हिस्से पर निविदा के बाद निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है। वहीं, जेवर हवाईअड्डे से बल्लभगढ़ तक 30 किलोमीटर की सड़क को बनाने के लिए निविदा की प्रक्रिया चल रही है। 90 किलोमीटर का संपर्क पथ तैयार होने के बाद दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद न जाकर, वाहन सीधे एक्सप्रेसवे पर पहुंच सकेंगे। इससे राजधानी और इससे सटे शहरों में वाहनों का दबाव कम होगा।
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