दिल्ली-एनसीआर

नोएडा में भी मंकी पॉक्स को लेकर स्वास्थ्य विभाग हुई अलर्ट, अस्पताल में बनाया गया कंट्रोल रूम

Admin Delhi 1
26 July 2022 3:04 PM GMT
नोएडा में भी मंकी पॉक्स को लेकर स्वास्थ्य विभाग हुई अलर्ट, अस्पताल में बनाया गया कंट्रोल रूम
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एनसीआर नॉएडा न्यूज़: केरल में मंकी पॉक्स का मरीज मिलने के बाद राज्यों में भी इसे लेकर चिंता बढ़ गई है। देश की राजधानी दिल्ली में भी मंकी पॉक्स एक केस सामने आया है। राजधानी से सटे होने के वजह से नोएडा को भी हाई अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद इस बीमारी से लड़ने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। बता दें नोएडा के जिला अस्पताल में एक खास वार्ड बनाया गया है। जिले में अगर कोई भी मंकी पॉक्स का मरीज आता है तो उसे यहां पर भर्ती किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि इस बीमारी को लेकर गलत अफवाह ना फैलाएं।

अस्पताल में बनाया गया कंट्रोल रूम: स्वास्थ्य विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें बताया गया है कि किसी भी मरीज को बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते निकलते हैं तो वह तुरंत डॉक्टर से दिखाएं। अगर किसी मरीज को मंकी पॉक्स निकलता है तो वह तत्काल सीएमओ में बनाए गए कंट्रोल रूम में संपर्क करें। बता दें अभी मंकी पाक्स से बचाव का सबसे बड़ा रास्ता सावधानी ही है। इसलिए जितना हो मास्क, सैनिटाइजेशन और उचित दूरी का इस्तेमाल करें।

कंट्रोल रूम बनाकर तैयार: हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से सेक्टर-39 में बनाए गए जिला अस्पताल की नई बिल्डिंग में कंट्रोल रूम बनाकर तैयार किया गया है। इस कंट्रोल रूम में मरीज फोन करके संपर्क कर सकते है। सीएमओ ने बताया कि किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या और जागरूकता कार्यक्रम के संबंध में कंट्रोल रूम के नोडल अफसर डा. जीके मिश्रा के मोबाइल नंबर 9675322617 और उनके सहायक दिनेश गौड़ से 9899965203 पर संपर्क कर सकते हैं।

मंकी पॉक्स की 4 स्टेज:

1 पहली स्टेज पर कोई व्यक्ति अगर संक्रमित होता है तो वह लक्षण महसूस करना शुरू कर देता है। यह लक्षण अपर रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़े होते हैं और काफी हद तक बुखार जैसे लगते हैं। पहली स्टेज के लक्षणों में आपको बुखार, शरीर में दर्द और थकान महसूस हो सकती है।

2 मंकी पॉक्स की दूसरी स्टेज में बुखार जैसे लक्षण तो रहते ही हैं, साथ ही स्किन पर थोड़ी संख्या में कुछ गांठ दिखनी शुरू हो जाती हैं।

3 मंकी पॉक्स की तीसरी स्टेज पर लिम्फैडेनोपैथी हाथों, पैरों, चेहरे, मुंह या प्राइवेट पाट्र्स पर होने वाले दानों या चकत्ते में बदल सकती है।

4 मंकी पॉक्स की चौथी यानी आखिरी स्टेज पर ये दाने या चकत्ते उभर कर बडे़ दाने हो जाते हैं या कुछ ऐसे पस्ट्यूल में बदल जाते हैं जिनमें मवाद भरी होती है।

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