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गुरुग्रामः आईपीएस धीरज सेतिया भगोड़ा करार, चोरी मामले में आरोपी
हरियाणा में करोड़ों रुपये की चोरी मामले में आरोपी आईपीएस धीरज सेतिया को कोर्ट ने भगोड़ा करार दिया है. आईपीएस धीरज सेतिया अग्रिम जमानत रद्द होने के बाद जिला अदालत ने उसे भगौड़ा घोषित किया है. 20 अगस्त 2021 को खेड़कीदौला थाने में आईपीएस अफसर के खिलाफ 50 लाख की चोरी का मामला दर्ज हुआ था. चोरी के मास्टरमाइंड डॉक्टर सचिंदर जैन नवल और उसके साथ 16 अन्य आरोपियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. लेकिन आरोपी धीरत सेतिया काफी समय से फरार है. जानकारी के अनुसार, इस मामले में गैंगस्टर विकास लगरपुरिया ने अपने गुर्गों के माध्यम से इस कर चोरी को अंजाम दिया था. उस वक़्त धीरज सेतिया डीसीपी वेस्ट का चार्ज संभाले हुए थे. STF गुरुग्राम ने अभी तक सनसनीखेज मामले में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल में तैनात विकास गुलिया, गुरुग्राम के दो नामी डॉक्टरों के साथ अन्य लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 6 से 7 करोड़ कैश, गोल्ड, यूएस डॉलर बरामद किए थे.
हरियाणा सरकार ने 2013 बैच के इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) धीरज कुमार सेतिया (Dhiraj Kumar Setiya) को 12 दिसंबर 2021 को निलंबित (Suspend) कर दिया था. उस वक़्त धीरज रोहतक के सुनारियां में तृतीय IRB में कमांडेंट के पद पर तैनात थे. इस चोरी की जांच जैसे ही STF को मिली तो उसके बाद आईपीएस धीरज सेतिया का नाम सामने आया था. उसके बाद से ही STF लगातार धीरज को जांच में शामिल होने के लिए बुला रही है, लेकिन धीरज सेतिया जांच में शामिल नहीं हुए और जिला अदालत में अग्रिम जमानत याचिका लगाई. इसे अदालत तल्ख टिप्पणी के साथ खारिज कर चुकी है. धीरज सेतिया की जमानत याचिका रद्द करते वक़्त अदालत ने कहा "यह कोई साइकिल चोरी का मामला नहीं है''. इतना ही नही, अदालत ने गुरूग्राम पुलिस की कार्य शैली पर भी सवाल उठाया और कहा, "गैंगस्टर और डकैत ढाई करोड़ की रिश्वत पुलिस कमिश्नर आफिस तक जा रहे है. ऐसे में आम आदमी को न्याय के लिए किसी देवता के पास जाना चाहिए"
कोर्ट ने अपने 40 पेज के ऑर्डर में खाकी की कार्यशली को कटघरे में खड़ा करते हुए दर्ज किया कि गैंगस्टर और डकैत करोड़ों रुपये लेकर पुलिस कमिश्नर आफिस में जाते है. खेड़कीदौला थाना क्षेत्र में जी कॉर्प कंपनी ने 50 लाख की चोरी का मामला दर्ज करवाया था. उस वक़्त आईपीएस धीरज सेतिया के पास डीसीपी क्राइम का अतिरिक्त चार्ज था. एसटीएफ की तफ़्तीश में यह सामने आया था कि चोरी के मास्टरमाइंड डॉक्टर सचिंदर जैन नवल ने गैंगस्टर विकास लगरपुरिया, डॉक्टर जीपी सिंह, दिल्ली पुलिस की स्पेशन सेल में तैनात एसएसआई विकास गुलिया और आईपीएस धीरज सेतिया को बेनकाब किया था. शुक्रवार को अदालत ने गैंगस्टर विकास लंगरपुरिया और आईपीएस धीरज सेतिया सहित एक अन्य आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया है.