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गुरुग्राम हादसा : एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में दबे IRS अधिकारी को 17 घंटे बाद सकुशल बाहर निकाला, पत्नी की तलाश अब भी जारी

Renuka Sahu
12 Feb 2022 4:35 AM GMT
गुरुग्राम हादसा : एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में दबे IRS अधिकारी को 17 घंटे बाद सकुशल बाहर निकाला, पत्नी की तलाश अब भी जारी
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फाइल फोटो 

गुरुग्राम सेक्टर-109 स्थित चिंटल्स पैराडिसो सोसाइटी में गुरुवार को भरभराकर छह फ्लैट के हिस्से गिरने के हादसे के 17 घंटे बाद शुक्रवार दोपहर एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में दबे आईआरएस अधिकारी अरुण श्रीवास्तव को सकुशल बाहर निकाल लिया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गुरुग्राम सेक्टर-109 स्थित चिंटल्स पैराडिसो सोसाइटी (Chintels Paradiso Society) में गुरुवार को भरभराकर छह फ्लैट के हिस्से गिरने के हादसे के 17 घंटे बाद शुक्रवार दोपहर एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में दबे आईआरएस अधिकारी अरुण श्रीवास्तव (IRS Officer Arun Srivastava) को सकुशल बाहर निकाल लिया।सोसाइटी में शनिवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा श्रीवास्तव की पत्नी अब भी मलबे में दबी हैं, उनको निकालने का काम जारी है। सोसाइटी के अंदर पुलिस बल तैनात है और बाहरी लोगों को अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।

शुक्रवार सुबह 11 बजे मलबे से बाहर निकालकर अधिकारी को इलाज के लिए निजी अस्पताल भेज दिया गया। आईसीयू में भर्ती कर उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। हादसे में इनकी पत्नी की मौत हो चुकी है। हालांकि, शव को मलबे से बाहर निकालने की मशक्कत समाचार लिखे जाने तक जारी थी।
इस हादसे में आईआरएस अधिकारी अरुण श्रीवास्तव की पत्नी के अलावा एक अन्य महिला की मौत हो गई है। वह महिला डी टावर की दूसरी मंजिल पर बने फ्लैट में रहती थी। सोसाइटी के डी टावर में छठी मंजिल से लेकर दूसरी मंजिल तक बने फ्लैट के ड्राइंग रूम के एक हिस्से का लेंटर भरभराकर गुरुवार शाम करीब छह बजे अचानक पहली मंजिल पर रहने वाले सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के एमडी अरुण श्रीवास्तव के घर में आ गिरा था। मलबे के नीचे चार लोगों की दबे होने की आशंका थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फिर दमकल व एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई थी। शाम सात बजे से राहत बचाव कार्य शुरू हो गया था।
रात में करीब दस बजे दूसरी मंजिल पर रहने वाली महिला एकता भारद्वाज (31) का शव टीम ने मलबे के नीचे से निकाल लिया था, जबकि पहली मंजिल पर आईआरएस अधिकारी अरुण श्रीवास्तव और उनकी पत्नी सुनीता श्रीवास्तव मलबे के नीचे ही दबे हुए थे। रात भर टीम राहत बचाव कार्य में जुटी रही। अगले दिन शुक्रवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा। कड़ी मशक्कत के बाद शुक्रवार दोपहर अधिकारी को सकुशल बाहर निकाल पाई। हालांकि, टीम उनकी पत्नी को नहीं बचा सकी। उनकी साली को बचा लिया गया था।
एसआईटी करेगी जांच, नमूने लिए
गुरुग्राम की सोसाइटी में हुए हादसे की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) करेगा। प्रदेश सरकार के आदेश पर पुलिस आयुक्त के.के. राव ने शुक्रवार को एसआईटी का गठन कर दिया। एसआईटी टीम में दो एसीपी, एसएचओ और जांच अधिकारी को शामिल किया है। एसआईटी टीम पूरे मामले की तेजी से जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेगी। डीसीपी पश्चिम दीपक सहारन ने बताया कि बजघेड़ा थाने में गुरुवार देर रात को मामला दर्ज कर लिया गया। सोसाइटी के लोगों द्वारा शुक्रवार को भी शिकायत दी गई है। शुक्रवार दोपहर को करनाल के मधुबन से फॉरेंसिक की टीम जांच करने के लिए पहुंची। फॉरेंसिक विभाग की सहायक निदेशक गायत्री सिंह ने टीम के दौरा किया।हादसे की जगह से मलबे के सैंपल लिए गए। मधुबन लैब में सैंपल की जांच होगी।
केंद्रीय मंत्री ने घायल का हाल जाना
मलबे के नीचे दबने से घायल हुए केंद्रीय वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक अरुण श्रीवास्तव का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। शुक्रवार दोपहर को केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण व पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल को हिम्मत बंधाई और उनकी पत्नी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें सांत्वना दी। केंद्रीय राज्यमंत्री ने डॉक्टर से घायल के स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि घायल अधिकारी खतरे से बाहर हैं। अश्विनी कुमार चौबे ने मुख्यमंत्री से बातचीत कर बचाव दल व प्रशासन की तत्परता के लिए आभार व्यक्त किया।
उपायुक्त ने जांच के लिए बनाई कमेटी
हादसे की जांच के लिए जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कमेटी गठित कर दी है। कमेटी की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा करेंगे। कमेटी में संबंधित विभागों के अधिकारी और विशेषज्ञ भी शामिल रहेंगे। कमेटी हादसे के पीछे के कारण की जांच करेगी। सात दिन में जांच रिपोर्ट सौंपेगी।
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