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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पर्युषण पर्व के अंतिम दिन जैन धर्म के अनुयायियों को शुभकामनाएं दीं और कामना की कि समाज में दया और भाईचारे की भावना सदैव बनी रहे.
दया व भाईचारे की भावना सदैव बनी रहे:
मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि मिच्चछामि दुक्कड़म. संवत्सरी क्षमा पर जोर देती है. मैं कामना करता हूं कि समाज में किसी के प्रति दुर्भावना न हो और दया व भाईचारे की भावना सदैव बनी रहे.
पर्युषण पर्व जैन समुदाय का एक प्रमुख त्योहार है जो सात दिनों तक चलता है और 'संवत्सरी पर्व' में समाप्त होता है. इस दिन, जैन एक-दूसरे को "मिच्चछामि दुक्कड़म" कहकर अपने बुरे कामों के लिए एक दूसरे से क्षमा मांगते हैं हैं और पूरे दिन का उपवास रखते हैं. 'मिच्चछामि दुक्कड़म' प्राकृत भाषा के शब्द हैं. मिच्चछामि का अर्थ ''क्षमा'' और दुक्कड़म का अर्थ ''दुष्ट कर्म या अनजाने में किए गए बुरे कर्मों" के प्रति क्षमा याचना करना. सोर्स-भाषा
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