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18 और 19 अप्रैल को ऑटो-टैक्सी यूनियन हड़ताल पर, सरकार बनाएगी कमेटी
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली सरकार ने कल (शुक्रचार) को ऑटो रिक्शा और टैक्सी किराए की समयबद्ध तरीके से समीक्षा के लिए एक समिति गठित करने की घोषणा की थी। वहीं, इन वाहनों के यूनियनों का कहना है कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि के बाद किराया बढ़ाने की मांग को लेकर वे 18 व 19 अप्रैल को हड़ताल करेंगे। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट कर किराया तय करने के लिए समिति गठित करने की घोषणा की और कहा कि केजरीवाल सरकार राजधानी के ऑटो रिक्शा और टैक्सी यूनियनों की परेशानियां समझती है। उन्होंने ट्वीट किया कि ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण ऑटो व टैक्सी यूनियन किराए में संशोधन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार उनकी चिंताओं को समझती है। परिवहन विभाग द्वारा जल्द ही एक समिति गठित की जाएगी, जो समयबद्ध तरीके से अपनी सिफारिशें देगी।
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विभाग द्वारा सोमवार को समिति को अधिसूचित किए जाने की उम्मीद है। समिति में ऑटो-टैक्सी यूनियनों के प्रतिनिधि,यात्रियों और अधिकारियों को बतौर सदस्य शामिल किया जाएगा। हालांकि विभिन्न ऑटो-टैक्सी यूनियनों के पदाधिकारियों ने 18 अप्रैल को हड़ताल पर जाने की बात दोहरायी है। सर्वोदय ड्राइवर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि राठौड़ ने कहा कि हमें नहीं पता है कि समिति कब गठित होगी और वह क्या सिफारिश करेगी। हमारी मांग सिर्फ किराया वृद्धि की नहीं है, बल्कि यह है कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार सुनिश्चित करें कि सीएनजी की कीमतों को पुराने स्तर पर वापस लाया जाए। उन्होंने कहा कि सभी ऑटो-टैक्सी चालकों की यूनियन हड़ताल पर जाएंगे। कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) की कीमतों में 2.50 रुपए की नई बढ़ोतरी के साथ ऑटो रिक्शा, टैक्सी और कैब चालक यूनियनों के सदस्यों ने अधिकारियों को आगाह किया कि वे गैस की कीमतों में सब्सिडी की मांग के लिए 18 अप्रैल से हड़ताल पर जाएंगे। सैकड़ों ऑटो रिक्शा, टैक्सी और कैब चालकों ने सीएनजी की कीमतों में सब्सिडी की मांग को लेकर 11 अप्रैल को दिल्ली सचिवालय के सामने धरना दिया था। वहां दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के तत्वावधान में विरोध प्रदर्शन किया गया था। बस संचालकों ने भी राजधानी में ऑटो रिक्शा और टैक्सी यूनियन की हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की है। एसटीए ऑपरेटर्स एकता मंच के महासचिव श्यामलाल गोला ने कहा कि पिछले दो वर्षों में हम भी कोविड-19 के असर से प्रभावित हुए हैं और अब सीएनजी की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। हमारे संगठन के सदस्य भी 18 अप्रैल को हड़ताल में शामिल होंगे और उस दिन निजी बसें नहीं चलेंगी। दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा कि सीएनजी की कीमत हर दिन बढ़ रही है और हम सरकार से मांग कर रहे हैं कि हमें प्रति किलोग्राम 35 रुपए सब्सिडी दी जाए। दिल्ली के ऑटो रिक्शा और टैक्सी एसोसिएशन ने छह अप्रैल को मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखकर सीएनजी पर प्रति किलोग्राम 35 रुपए सब्सिडी देने की मांग की थी। राष्ट्रीय राजधानी में अभी सीएनजी की कीमत 71.61 रुपए प्रति किग्रा है।