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सरकारी स्कूल के छात्र सीखेंगे फॉरेन लैंग्वेज, दिल्ली के 58 स्कूलों में पढ़ाई जाएगी फ्रेंच, जर्मन और जापानी भाषा

SANTOSI TANDI
10 Aug 2023 8:10 AM GMT
सरकारी स्कूल के छात्र सीखेंगे फॉरेन लैंग्वेज, दिल्ली के 58 स्कूलों में पढ़ाई जाएगी फ्रेंच, जर्मन और जापानी भाषा
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स्कूलों में पढ़ाई जाएगी फ्रेंच, जर्मन और जापानी भाषा
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अब छात्रों के लिए फॉरेन लैंग्वेज की क्लासेस भी चलेंगी. डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन दिल्ली की तरफ से नोटिफिकेशन जारी करके इसकी जानकारी दी गई है. नोटिस में कहा गया है कि दिल्ली के 58 स्कूलों में फ्रेंच, जर्मन और जैपिनीज भाषा की क्लासेस चलेंगी. हालांकि, सरकारी स्कूलों के कक्षा 6 से 8वीं तक फॉरेन लैंग्वेज की पढ़ाई होगी.
नोटिस में कहा गया है कि छात्रों को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जा रहा है. छात्रों के भाषाई कौशल को बढ़ाने के लिए, शिक्षा निदेशालय दिल्ली ने 58 सरकारी स्कूलों में तीन विदेशी भाषाओं- फ्रेंच, जर्मन और जापानी को शुरू करने का निर्णय लिया है.
क्लास 6 से 8 तक लैंग्वेज क्लास
दिल्ली शिक्षा निदेशालय की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, विदेशी भाषा सीखने से छात्रों में नए चैलेंजेस को फेस करने की क्षमता बढ़ेगी. साथ ही उन्हें इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर इससे काफी मदद मिलेगी. यह उन छात्रों के लिए कई अवसर लेकर आएगा जो इंटरनेशन लेवल पर काम करना चाहते हैं.
फिलहाल इसमें राज्य के 58 सरकारी स्कूलों को जोड़ा गया है. पिछले साल दिल्ली सरकार ने पायलट फेज में फ्रेंच लैंग्वेज प्रोग्राम 30 सरकारी स्कूलों में शुरू किया था. ये भाषा सीखने के विकल्प क्लास 6 से 12 तक के बच्चों को दिया गया था. अब कक्षा 6 से 8वीं तक के लिए फ्रेंच, जर्मन और जैपिनीज भाषा की क्लास कराई जाएगी.
छात्रों के लिए लगेगी ऑनलाइन
दिल्ली के सरकारी स्कूलों को हाईटेक बनाने की ओर एक और कदम बढ़ाया गया है. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन अनुपस्थिति को लागू किया है. ऐसे में स्कूलों के कक्षा शिक्षक टैब या स्कूल कंप्यूटर सिस्टम का उपयोग करके छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करेंगे. साथ ही रिकॉर्ड का असर छात्रों के फाइनल रिजल्ट पर भी पड़ेगा.
सर्कुलर में आगे कहा गया है कि क्लास टीचर द्वारा दर्ज की गई मैन्युअल उपस्थिति को किसी भी उद्देश्य के लिए नहीं माना जाएगा. परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन उपस्थिति रिकॉर्ड को अंतिम माना जाएगा. कक्षा शिक्षक और स्कूल द्वारा ऑनलाइन जमा किए गए छात्रों की उपस्थिति डेटा मुख्यालय स्तर पर दिखाई देगी.
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