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बजट में मोबाइल पर भी मिली खुशखबरी, एलईडी टीवी भी होगा सस्ता
दिल्ली: 2023 का आम बजट गरीब से लेकर मिडिल क्लास परिवारों के लिए राहत लेकर आया है। मोबाइल की बैटरी हो या फिर कैमरे की लेंस, सभी की खरीदारी में लोगों को अब छूट मिलेगी। इसके अलावा एलईडी टीवी के दाम में भी कमी आएगी। हालांकि, चांदी और खिलौने पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ जाने की वजह से बाजार में इस पर खास असर पड़ेगा। विदेश से आने वाले खिलौने की डिमांड कम होगी और देश में लोकल फॉर वोकल स्कीम की रफ्तार बढ़ेगी। मोबाइल और एलईडी टीवी के कारोबारी अमित गोयल ने बताया कि 2023 के आम बजट से एलईडी टीवी, कैमरे की लेंस और मोबाइल बैटरी के एक्साइज ड्यूटी में जो छूट दी गई, उससे टीवी और मोबाइल के पार्ट्स के दाम पर कोई खास असर नहीं डालेगा। बजट के बाद से मोबाइल की बैटरी में 50 से 100 रुपये, कैमरे के लेंस में 100 से 200 रुपये और एलईडी टीवी के दाम में 1000 से 2 हजार की राहत मिल सकती है। हालांकि, यह छूट कुछ विशेष उपकरण के लिए ही है। ऐसे में बजट से मोबाइल फोन के दाम में कोई विशेष असर नहीं पड़ेगा।
चांदी पड़ेगी महंगी
आम बजट में भले ही लोगों को इनकम टैक्स में कुछ राहत मिली है, लेकिन चांदी की खरीदारी उनके लिए महंगी पड़ेगी। दी बुलियन एंड ज्वेलर्स असोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंघल बताते हैं कि बजट से पहले जो चांदी 67 हजार प्रति किलो के हिसाब से बिक रही थी। वह अब करीब 72 हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकेगी। क्योंकि बजट में चांदी के एक्साइज ड्यूटी को 10 से 15 प्रतिशत कर दिया गया है। इसकी वजह से चांदी का जहां-जहां इस्तेमाल होता है। उसके दाम बढ़ सकते हैं।
4 प्रतिशत बढ़ेंगे खिलौने के दाम
खिलौना कारोबारी संजीव मेहरा बताते हैं कि बजट से विदेश से आने वाले खिलौने के दाम में करीब 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। इसकी वजह से विदेशी खिलौने की डिमांड घेटेगी और लोकल फॉर वोकल की गति बढ़ेगी। सरकार की ओर से ग्रेटर नोएडा के पास खिलौने बनाने के लिए अलग-अलग कंपनियों को जमीन भी अलॉट की गईं हैं। जल्द ही यहां खिलौने बनने शुरू हो जाएंगे। संजीव बताते हैं कि दो साल पहले भी खिलौनों की एक्साइज ड्यूटी को 36 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत कर दिया गया था, इससे विदेश से आने वाले खिलौने के दाम बढ़ गए और डिमांड में कमी भी आई।
इलेक्ट्रिक गाड़ियां और साइकल खरीदार दाम घटने के इंतजार में
बजट के बाद साइकल और इलेक्ट्रिक गाड़ियों के बाजार में हलचल दिखने लगी है। साइकल और गाड़ियों के शोरूमों में फोन आने लगे हैं कि बजट लागू होने के बाद रेट में कितना अंतर आएगा। जिन लोगों ने गाड़ियों की बुकिंग करवाई है, वे भी अब इंतजार करने के मूड में हैं। दरअसल बजट में साइकल, लिथियम बैट्री जैसे उपकरण सस्ते होने की बात कही गई है। द्वारका में साइकल शोरूम चलाने वाले विक्रांत अग्रवाल ने बताया कि कई लोगों के कॉल आए हैं और पूछा गया कि कीमतों में कितना असर पड़ेगा? लेकिन सच पूछें तो अभी से कुछ कहा नहीं जा सकता इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए भी राजधानी में काफी बुकिंग हैं। द्वारका सेक्टर 23 में कार शोरूम के मैनेजर सुधीर राजपाल ने बताया कि जिन लोगों की डिलिवरी जनवरी के अंत, फरवरी और मार्च में है, वे जानना चाहते हैं कि गाड़ियों की कीमत पर कितना अंतर पड़ेगा। अभी हमारे पास भी इन सवालों के जवाब नहीं हैं।
'साइकलों की कीमतों में 8 प्रतिशत की कमी हो सकती है'
गुरुग्राम की एक प्राइवेट कंपनी की सीए नेहा शर्मा ने बताया कि साइकलों पर कस्टम ड्यूटी 21 प्रतिशत से कम कर 13 प्रतिशत कर दी गई है। वहीं लिथियम आयन बैटरी को कस्टम ड्यूटी में मिलने वाली छूट को एक साल और बढ़ाया गया है। ऐसे में साइकलों की कीमतों में 8 प्रतिशत की कमी होनी चाहिए। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि साइकल में लगने वाले अन्य सामान महंगे न हो। यानी 10000 रुपये की एक साइकल पर 800 रुपये के करीब की कमी आ सकती है। वहीं ई-गाड़ियों के लिए लिथियम आयन बैटरी की छूट को एक साल के लिए बढ़ाया गया है। ऐसे में मेक इन इंडिया के तहत बैटरी बनाने में जुटे व्यापारियों को इससे राहत मिली है। बैटरी मैन्युफेक्चरिंग के लिए उनका इनवेस्टमेंट कम हो सकता है और ऐसे में देश में अधिक बैटरी का उत्पादन हो सकेगा। उत्पादन बढ़ने से कीमतें कम होंगी।