- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- गजेंद्र चौधरी के...
गजेंद्र चौधरी के परिजनों को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में मिली नौकरियों पर अब होगी जांच
एनसीआर न्यूज़: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में बगैर चुनाव कराए 8 साल से यूनियन का अध्यक्ष बने बैठे गजेंद्र चौधरी खुद, पत्नी, दो बेटे, भतीजे, बहू, तीन रिश्तेदारों को अथॉरिटी में फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने में घिरने के बाद अब अथॉरिटी में स्टाफ कोटे से दो अलग-अलग नाम से प्लॉट अलॉट कराने में घिरते नजर आ रहे है। मेरठ मैडिकल निवासी नीलकमल की ओर से पीएम, सीएम को भेजे पऋ गजेंद्र चौधरी पर डब्ल प्लॉट आवंटन का आरोप लगाया है।
कर्मचारी भवन आवंटन पॉलिसी: नील कमल का कहना है कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की कर्मचारी भवन आवंटन पॉलिसी में नियम है कि यदि किसी व्यक्ति को जिसमें उसकी पत्नी को किसी योजना के तहत दो भूखंड आवंटित हो जाते है तो उनको ऐसी स्थिती में दोनों भूखंडों में से एक भूखंड को अथॉरिटी में सरेंडर करना पडेगा। जो कि नियम अनुसार अनिवार्य है। यदि कर्मचारी द्धारा नियम का उल्लंघन किया जाता है तो अथॉरिटी दोनों भूखंडों में से एक भूखंड का आवंटन निरस्त करते हुए जब्त करेगी। इसके साथ ही भूखंड की जमा धनराशी भी जब्त कर ली जाएगी। नील कमल का आरोप है कि गजेद्र चौधरी ने अपने पद का दुरूप्योग करते हुए अपने स्वयं के नाम सी 268, डी01-25318 प्लॉट 200 वर्ग मीटर दूसरा 60 वर्ग मीटर रिसेल में लेकर उसको स्टाफ कोटे में 200 वर्ग मीटर कनर्वट करवा लिया। बाद में इसी प्लॉट को अपने पिता के नाम हस्तारन्तरण कर दिया गया। इसके बाद अपनी पत्नी के नाम जो कि अथॉरिटी में नौकरी पर है। उनके नाम भी बी-133 ईएमपी 01-77018- 200 वर्ग मीटर प्लॉट फिर से आंवटन करा लिया। जो कि नियम विरूद्ध है।
मामले में जांच की मांग: नील कमल ने सीईओ ऋतु महेश्वरी से मांग की है कि इस मामले की जांच कमेटी गठित कर करवाई जाए। इस तरह से अथॉरिटी में घोटाला कर दो भूखंड आवंटन कराने के मामले में कार्रवाई की जाए। नील कमल ने यूपी के सीएम से मांग की है कि गजेंद्र चौधरी ने एसीईओ अमनदीप डूली से साठ -गांठ करके खुद, पत्नी, दो बेटे विकास चौधरी, विवेक चौधरी, भतीजे मनीष खारी, भतीजे नवाब खारी, भतीजे की पत्नी मितलेस, रिश्तेदार अमित कुमार भाटी, रितिक, लवॉश भाटी को फर्जी तरीके से नौकरी लगवा दी गई। अब ग्रेटर नोएडा की सीईओ ऋतु महेश्वरी ने जांच शुरू करा दी है। इससे गजेंद्र चौधरी की मुश्किल बढने लगी है।