दिल्ली-एनसीआर

फर्जी पते पर सामान मंगाकर उद्यमियों से लाखों ठग रहे जालसाज

Admin Delhi 1
10 March 2023 7:08 AM GMT
फर्जी पते पर सामान मंगाकर उद्यमियों से लाखों ठग रहे जालसाज
x

फरीदाबाद न्यूज़: स्मार्ट सिटी में जालसाजों ने उद्यमियों से ठगी करने का नया तरीका ईजाद किया है. वह फर्जी उद्यमी बनकर इन्हें अपना शिकार बना रहे हैं. शहर के उद्यमियों को मोबाइल पर कॉल करके या व्हाट्सऐप पर आर्डर देते हैं और इसके बात वह फर्जी पते पर लाखों रुपये का माल मंगाते हैं.

जालसाज बिना भुगतान किए माल लेकर चंपत हो रहे हैं. जनवरी से अब तक जिले में करीब पांच उद्यमी से एक करोड़ की ठगी हो चुकी है. वहीं, संबंधित थानों की पुलिस मामलों में आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही हैं.

नागपुर में चार लाख का माल मंगाकर हुए फरार: एसजीएम नगर थाना पहुंचकर सुशान्त धवन ने पुलिस को बताया कि वह ट्रैक्टर स्पेयर पार्ट्स की मैन्यूफैक्चरिंग तथा ट्रेडिंग करते हैं. पांच फरवरी को उनके पास महाराष्ट्र के नागपुर से एक फोन आया. फोन करने वाला शख्स अपने आपको एक लोकेश सेठ उर्फ लोकेश टीका राम बताया. साथ ही कहा कि उनकी नागपुर में ऑटो स्पेयर्स संबंधित कंपनी है. पीड़ित ने बताया कि आरोपी फर्जी जीएसटी, कंपनी नाम व विजिटिंग कार्ड भेजकर गलत पते पर करीब चार लाख का माल मंगवाया. इसके बाद पैसे नहीं दिए. एसजीएम नगर थाना की पुलिस मामले की जांच कर रही है.

कंपनी का जीएसटी नंबर भेजकर झांसे में लिया: कोतवाली थाना में उद्यमी विरेंद्र सिंह ने शिकायत में पुलिस को बताया कि वह वेल्डिंग और कटिंग के लिए सामान सप्लाई करते हैं. सितंबर 2022 में उनके पास रोहित गौतम नामक व्यक्ति का फोन आया. वह जयपुर की शर्मा संस कंपनी का कर्मचारी बताया. उसने पीड़ित के मोबाइल फोन पर कंपनी की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट की वीडियो और अपना जीएसटी नंबर भेजा और माल पहुंचाने का आर्डर दिया. पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने झांसे में लेकर 10 लाख रुपये से अधिक का माल मंगाकर पैसे नहीं दिए. आरोपी फटा हुआ चेक देकर फरार हो गया.

तीन उद्यमियों से 50 लाख का माल मंगाकर फरार: जनवरी में सेक्टर-58 थाना क्षेत्र में रह रहे तीन उद्यमियों से राजस्थान जयपुर से ठगी की गई थी. पीड़ित के अनुसार आरोपियों ने उन्हें मोबाइल फोन पर फर्जी कंपनी,फर्जी जीएसटी नंबर आदि भेजा. फिर आर्डर देकर तीनों से कई बार में करीब 50 लाख रुपये का माल गलत पते पर मंगाया. सामान लेने के बाद सभी फरार हो गए. उनसे फोन भी संपर्क नहीं हो रहा. पीड़ित की शिकायत पर सेक्टर-58 थाना की पुलिस जांच कर रही है. मामले में अभी तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं. वहीं, पुलिस का कहना है कि पूछताछ की जा रही है.

ठगी के लिए इन नए तरीकों को अपना रहे:

● सोशल मीडिया से उद्यमी का फोन नंबर निकाल रहे हैं

● उद्यमी को फोन कर किसी कंपनी का कर्मचारी बताते हैं

● फोन पर ही किसी से बात कराकर उसे मालिक बताते हैं

● सामान की जरूरत की बात कर आर्डर देते हैं

● व्हाट्सऐप पर फर्जी कम्पनी का नाम, जीएसटी नंबर, विजिटिंग कार्ड भेजते हैं

● फर्जी पता भेज कर, वहां लाखों का माल मांगवाकर फरार हो जाते हैं

संबंधित थानों की पुलिस सभी मामलों में जांच कर रही है. उद्यमियों से अपील है कि वे मोबाइल पर ऑर्डर देने वालों की सही से जांच करें. जीएसटी नंबर की भी जांच कराएं. साथ ही माल भेजने से पहले उनसे पैसे अवश्य लें.

Next Story