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गैंग के चार लोग गिरफ्तार, अजमेर शरीफ जाकर उड़ाए 2000 लोगों के मोबाइल

Admin4
19 Jun 2022 3:48 PM GMT
गैंग के चार लोग गिरफ्तार, अजमेर शरीफ जाकर उड़ाए 2000 लोगों के मोबाइल
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गैंग के चार लोग गिरफ्तार, अजमेर शरीफ जाकर उड़ाए 2000 लोगों के मोबाइल

गैंग खास तौर पर बृहस्पतिवार और शुक्रवार के दिन अजमेर जाकर वारदात को अंजाम देता था। इसके बाद चोरी के मोबाइल को दिल्ली के जाफराबाद में शाहरुख नामक रिसीवर को अच्छे दामों पर बेच दिया जाता था।

मोबाइल चोरों का एक गैंग दिल्ली से अजमेर जाता, वहां आए जायरिन के मोबाइल चोरी कर उनको दिल्ली लाकर बेच देता था। मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने आकिल उर्फ बिट्टू गैंग के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान उस्ताद आकिल उर्फ बिट्टू (25), अशरफ उर्फ छोटे (23), इमरान उर्फ शाहरुख (27) और परवेज (30) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 15 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गैंग खास तौर पर बृहस्पतिवार और शुक्रवार के दिन अजमेर जाकर वारदात को अंजाम देता था। इसके बाद चोरी के मोबाइल को दिल्ली के जाफराबाद में शाहरुख नामक रिसीवर को अच्छे दामों पर बेच दिया जाता था। गैंग बीते कुछ ही दिनों के भीतर करीब 2000 से अधिक मोबाइल चोरी कर दिल्ली ला चुका है। पुलिस को मामले में शाहरुख की तलाश है। अपराध शाखा की टीम पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।

अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि उनकी टीम को पता चला कि एक गैंग दिल्ली से अजमेर शरीफ की दरगाह जाकर वहां मोबाइल चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा है। इंटरस्टेट सेल, क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर सत्येंद्र मोहन व अन्यों की टीम ने आरोपियों की जानकारी जुटाना शुरू कर दी। शनिवार टीम को खबर मिली कि गैंग अजमेर से दिल्ली प्राइवेट बस में सवार होकर धौलाकुंआ एरिया में आने वाला है। सूचना के बाद पुलिस की टीम ने तड़के 5.15 बजे ट्रैप लगाकर चोरों आरोपियों को दबोच लिया। इनकी तलाशी लेने पर इनके पास से 15 महंगे मोबाइल फोन बरामद हुए। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि यह दिल्ली के निजामुद्दीन या अजमेर की दरगाह पर मोबाइल चोरी के लिए जाते थे। चूंकि दरगाह पर जाए जायरिन अपनी इबादत में व्यस्त होते थे, ऐसे में आरोपी बड़ी आसानी से वारदात को अंजाम देते थे।

आरोपी महंगे फोन देखकर उनको टारगेट करते थे। ग्रुप में चलने के दौरान सभी कंपनी के मोबाइल का कोडवर्ड होता था। जिस जेब में मोबाइल रखा होता था, उसके लिए भी अलग-अलग कोड थे। 20 से 25 मोबाइल उड़ाने के बाद यह दिल्ली लौट आते थे। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को चूंकि दरगाह पर ज्यादा भीड़ होती है, ऐसे में यह इन दोनों दिनों को ही दरगाह पहुंचकर वारदात को अंजाम देते थे। बाद में मोबाइल शाहरुख को लाकर बेच दिए जाते थे। पुलिस को अब शाहरुख की तलाश है। उस्ताद आकिल को पिछले दिनों इसी मामले में अजमेर पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन वह जमानत पर जेल से रिहा हो गया। इसके बाद दोबारा इसी तरह की वारदातों को अंजाम देने लगा।

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