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ऐप डाउनलोड करवाकर कार्ड में सेंधमारी करने वाले पांच बदमाश गिरफ्तार
Rani Sahu
13 Aug 2022 4:08 PM GMT
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उत्तरी जिले की साइबर सेल पुलिस टीम (delhi Cyber Cell Police Team) ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है
नई दिल्लीः उत्तरी जिले की साइबर सेल पुलिस टीम (delhi Cyber Cell Police Team) ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो लोगों के मोबाइल में ऐप डाउनलोड करवाकर उनके क्रेडिट कार्ड में सेंध (withdraw money from credit card) लगाता था. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार (Cyber cell police arrested five miscreants) किया है. जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. आरोपियों के पास से 21 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, 78 सिम कार्ड, सात फर्जी आधार कार्ड, चार क्रेडिट और डेबिट कार्ड और दाे कार बरामद की गयी है. पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है. गिरोह का मुख्य सरगना हिसार निवासी अतुल शर्मा है.
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि बुराड़ी इलाके में रहने वाले सुभाष चंद्र झा के क्रेडिट कार्ड से करीब दो लाख रुपये निकल गये थे. उन्होंने मामले की शिकायत उत्तरी जिले के साइबर थाना पुलिस में दर्ज कराई थी. साइबर थाना के एसएचओ पवन तोमर की देखरेख में एसआई रोहित सारस्वत, रंजीत, गुमान हेड कांस्टेबल राम, कर्मवीर और सुनीता की टीम का गठन किया (delhi Cyber Cell Police Team) गया. पुलिस ने मामले की पड़ताल करते हुए पाया कि खाते से निकाली गई रकम दो जगह भेजी गई है. पुलिस ने बताया कि हरियाणा के हिसार का रहने वाला अतुल शर्मा भी शामिल है, जिसे मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने नाै अगस्त को ही गिरफ्तार कर लिया था.
अतुल से पूछताछ के आधार पर पुलिस टीम ने अन्य आरोपियों (Cyber cell police arrested five miscreants) को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका एक साथी फरार है. उसका नाम शिव है. वह बैंक की फर्जी वेबसाइट बनाता (bank fake website) था. वेबसाइट पर अपने पुराने क्रेडिट कार्ड के जानकारी अपलोड करने के लिए लोगों को फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजता था. वेबसाइट का लिंक भेजने के साथ ही पीड़ित के मोबाइल पर एक ऐप की फाइल भी भेजी जाती थी. वेबसाइट पर क्लिक करते ही पीड़ित के फोन में एक ऐप अपने आप डाउनलोड हो जाता था. जब पीड़ित अपने क्रेडिट कार्ड का विवरण वेबसाइट पर भरता तो उसकी जानकारी आरोपियों के पास खुद ही पहुंच जाती.
कार्ड का विवरण और ओटीपी से क्रेडिट कार्ड से नोब्रोकर, पेटीएम आदि से आरोपी लेनदेन करते थे. आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए टोल फ्री नंबर का उपयोग करते थे. आरोपियों ने दिल्ली के मोती नगर में एक कॉल सेंटर भी खोला हुआ था, जिसके लिए उन्होंने अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक का टोल फ्री नंबर भी ले रखा था. यह नंबर एक ऐप से खरीदा गया था और पीड़ितों को नए अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक के क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए लगातार कॉल किए जाते थे. नए बैंक का क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए लोगों की जानकारी जरूरी होती थी और इनके झांसे में लोग आसानी से आ जाते थे. फिलहाल पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
सोर्स- etv bharat hindi
Rani Sahu
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