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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
पुलिस ने मामले में मोहम्मद मुस्तफा और मोहम्मद हुसैन शेख को रामफल चौक इलाके से गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों के 11 पासपोर्ट, बांग्लादेश सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के 10 फर्जी स्टाम्प बरामद किए हैं। शुरूआती जांच में पता चला है कि आरोपी अब तक करीब 20 नागरिक के फर्जी कागजात बना चुके हैं।
बांग्लादेश से इलाज करवाने आए लोगों के फर्जी कागजात तैयार करने वाले दो बांग्लादेशी नागरिकों को दिल्ली की द्वारका साउथ थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मोहम्मद मुस्तफा और मोहम्मद हुसैन शेख को रामफल चौक इलाके से गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों के 11 पासपोर्ट, बांग्लादेश सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के 10 फर्जी स्टाम्प बरामद किए हैं। शुरूआती जांच में पता चला है कि आरोपी अब तक करीब 20 नागरिक के फर्जी कागजात बना चुके हैं। इस मामले में पुलिस एक अस्पताल की भूमिका की भी जांच कर रही है।
जिला पुलिस उपायुक्त एम. हर्षवर्धन ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस की सुरक्षा को लेकर पुलिस सभी थाना इलाके में तलाशी अभियान चला रही है। 13 अगस्त को द्वारका साउथ थाने में तैनात एएसआइ हरिओम और सिपाही महेश को जानकारी मिली कि रामफल चौक इलाके में दो बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं और अवैध गतिविधि में लिप्त हैं। पुलिस ने एक मकान पर दबिश देकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि बांग्लादेश से लोग इलाज करवाने के लिए भारत आते हैं। वह इन नागरिकों के लिए एजेंट का काम करते थे। कई लोग यहां पर किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट करवाने आते हैं। इस प्रक्रिया के लिए कई कागजातों की जरूरत होती है और विभिन्न प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। जांच में पता चला कि वहां से आने वाले लोग कागजात लेकर आते थे, लेकिन प्रक्रियाओं से गुजरने के दौरान कुछ कागजात कम होने पर लोग आरोपियों से संपर्क करते थे। इस दौरान आरोपी मरीजों का पासपोर्ट अपने पास रख लेते थे और उनके फर्जी कागजात तैयार कर दे देते थे। इसके एवज में वह संपर्क करने वाले लोगों से मोटी रकम हासिल करते थे। पैसा मिलने के बाद वह उन्हें पासपोर्ट वापस कर देते थे।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि इस मामले में अस्पताल की भूमिका की भी जांच की रही है। आशंका है कि अस्पताल की मिलीभगत से आरोपी ठगी को अंजाम दे रहे हो। पुलिस अस्पताल से पूछताछ कर इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अब तक इन लोगों की मदद से कितने लोगों का अस्पताल में इलाज हो चुका है। पुलिस ने अस्पताल से इलाज करवाने वाले लोगों के कागजात मंगवाए हैं और इसकी जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल की संलिप्तता आने पर उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।