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आबकारी नीति मामला : सीबीआई ने कहा, क्रेडिट नोट के जरिए कमीशन मुहैया करा रहा था ढल

Rani Sahu
20 April 2023 3:03 PM GMT
आबकारी नीति मामला : सीबीआई ने कहा, क्रेडिट नोट के जरिए कमीशन मुहैया करा रहा था ढल
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नई दिल्ली, (आईएएनएस)| सीबीआई ने आरोप लगाया है कि ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक शराब व्यवसायी अमनदीप ढल 12 प्रतिशत के बढ़े हुए लाभ मार्जिन में से 6 प्रतिशत कमीशन के भुगतान के लिए आरोपी विजय नायर और साउथ ग्रुप के साथ आपराधिक साजिश में थे।
एक सूत्र ने कहा कि उनकी जांच से पता चला है कि दक्षिण भारत (साउथ ग्रुप) के आरोपी व्यक्तियों द्वारा दिल्ली में थोक और खुदरा शराब व्यापार के एकाधिकार और कार्टेलाइजेशन को सुविधाजनक बनाने के लिए आबकारी नीति के कार्यान्वयन में हेरफेर किया गया था।
यह भी पता चला कि 12 प्रतिशत अप्रत्याशित लाभ मार्जिन में से 6 प्रतिशत एक अन्य आरोपी विजय नायर को प्रदान किया गया। इस तरह नायर को करीब 90-100 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया।
इसमें से 30 करोड़ रुपए हवाला चैनल के माध्यम से मामले में सरकारी गवाह दिनेश अरोड़ा के जरिए अदा किए गए। इस षड़यंत्र के तहत साउथ ग्रुप के आरोपी व्यक्तियों को एल-1 फर्म इंडोस्पिरिट्स में शेयर दिए गए और 65 प्रतिशत लाभ की राशि 29.29 करोड़ रुपये साउथ ग्रुप के आरोपी व्यक्तियों को हस्तांतरित कर दी गई।
उक्त फर्म के भागीदारों के खिलाफ कार्टेलाइजेशन और ब्लैकलिस्टिंग की शिकायतों के लंबित होने के बावजूद आबकारी विभाग द्वारा इंडोस्पिरिट्स को थोक लाइसेंस जारी किया गया था।
ढल मार्च 2021 से आरोपी नायर के संपर्क में थे। ढल नायर और परनोड रिचर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और डियाजियो (यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड) जैसे बड़े निर्माताओं के अधिकारियों के बीच बैठकों की व्यवस्था कर रहा था।
सूत्रों ने कहा कि ढल ने आरोपी विजय नायर के साथ गौरी अपार्टमेंट में साउथ ग्रुप के सभी आरोपी अभिषेक बोइनपल्ली, बुचिबाबू गोरंटला और अरुण आर पिल्लई से भी मुलाकात की। इस प्रकार, उपरोक्त तथ्यों और परिस्थितियों से स्पष्ट रूप से पता चला कि आरोपी ढल साउथ ग्रुप के संपर्क में था। दिल्ली में वर्ष 2021-22 के लिए आबकारी नीति लागू होने से पहले भी ढल दिल्ली में डियाजियो (डीआईएजीईओ) के वितरक थे।
सरकारी गवाह बने दिनेश अरोड़ा ने सीबीआई को बताया कि 19 और 20 जून 2021 को हैदराबाद के होटल कोहिनूर में बोइनपल्ली और नायर के साथ उनकी मुलाकात के दौरान, यह तय किया गया कि बोइनपल्ली उसके माध्यम से आरोपी नायर को लगभग 30 करोड़ रुपये भेजेगा। और यह पैसा थोक विक्रेताओं के 12 प्रतिशत लाभ मार्जिन में से 6 प्रतिशत कमीशन निकालकर वसूल किया जाएगा।
सूत्र ने कहा, अरोड़ा ने सीबीआई को यह भी बताया कि ढल को भारत में आईएमएफएल ब्रांड के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक, दिल्ली के लिए डीआईजीईओ की थोक डिस्ट्रीब्यूटरशिप मिलने की संभावना है। नायर ने अरोड़ा को बताया कि उन्होंने इस संबंध में ढल से बात की है।
अरोड़ा ने यह भी कहा कि ढल को यह कमीशन क्रेडिट नोट के जरिए मुहैया कराना था और इन क्रेडिट नोट को जमा करने की जिम्मेदारी उन्हें दी गई थी।
बोइनपल्ली तीन खुदरा विक्रेताओं, ऑर्गनोमिक्स इकोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, अवंतिका कॉन्ट्रैक्टर्स लिमिटेड और ट्राइडेंट चेम्फर लिमिटेड की ओर से क्रेडिट नोट के लिए बातचीत करते थे। जबकि राघव मगुंटा रेड्डी मैगुंटा एग्रो फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से क्रेडिट नोट्स के लिए बातचीत कर रहे थे।
आगे कहा कि नई आबकारी नीति 2021-22 के तहत 2 रिटेल जोन को नियंत्रित करने वाली एसीई फाइनेंस कंपनी को 34,55,912 रुपए के क्रेडिट नोट दिए गए। नायर के निर्देश पर ढल ने ये अतिरिक्त क्रेडिट नोट दिए।
इसके अतिरिक्त ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से एसीई फाइनेंस कंपनी को 4.97 करोड़ रुपये के क्रेडिट नोट दिए गए, जिसके एवज में एसीई फाइनेंस कंपनी से बोइनपल्ली को अरोड़ा के माध्यम से बराबर नकद राशि हस्तांतरित की गई।
--आईएएनएस
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