- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- दिल्ली समेत पूरा उत्तर...
दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत शीत लहर और घने कोहरे की चपेट में है। दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को लोगों ने कड़ाके की ठंड का सामना किया। मौसम विभाग के अनुसार, अभी तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। नए साल तक अभी तापमान ऐसी ही ऊपर-नीचे होता रहेगा। दो दिन अभी शीत लहर व सर्दी परेशान करती रहेगी। वहीं कश्मीर के ज्यादातर इलाकों में तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है। कई इलाकों में पानी की आपूर्ति लाइनें व डल झील के अंदरूनी हिस्से भी जम गए हैं।
पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं से उत्तर भारत के मैदानी इलाके में लोग ठंड से कांप रहे हैं। रविवार की तरह सोमवार को भी दिल्ली-एनसीआर शीत लहर और घने कोहरे चपेट में रहा। कड़ाके की सर्दी का असर यह रहा कि दिल्ली में सोमवार को सीजन का सबसे अधिक ठंडा दिन दर्ज हुआ। अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों में ही गिरावट हुई। अलग-अलग स्थानों पर शीत लहर की स्थिति होने के कारण दो इलाकों में अधिकतम तापमान 11 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि तीन इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
सोमवार सुबह दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर की स्थिति और घने कोहरे की चादर रही। इस वजह से पालम में सुबह 5:30 बजे दृश्यता घटकर 50 मीटर पर पहुंच गई। पंजाब के बठिंडा में दृश्यता 0, अमृतसर, अंबाला में 25, हिसार में 50 रही। सड़क और रेल यातायात भी प्रभावित हुआ।
दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान में बड़ी गिरावट हुई। अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 15.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम पांच डिग्री दर्ज हुआ। रविवार को अधिकतम तापमान 16.2 और न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस रहा था। अभी दो से तीन दिन तक शीत लहर व सर्द दिन की स्थिति बने रहने की संभावना है। कोहरा भी परेशान करता रहेगा।
मंगलवार को अधिकतम तापमान 17 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रहने की संभावना है। सोमवार को राजस्थान में कहीं-कहीं पर गंभीर शीत लहर और हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर शीत लहर की स्थिति रही। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में अधिकांश स्थानों पर दिल्ली में कई स्थानों पर और उतराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर सर्द दिन से अति सर्द दिन की स्थिति रही।