दिल्ली-एनसीआर

बढ़ते बेरोज़गारों के चलते कैब ड्राइविंग क्षेत्र बना नौकरी पाने की जगह

mukeshwari
4 Jun 2023 11:13 AM GMT
बढ़ते बेरोज़गारों के चलते कैब ड्राइविंग क्षेत्र बना नौकरी पाने की जगह
x

नई दिल्ली । चीन में बढ़ती बेरोज़गारी के बीच लोग कार सर्विस ड्राइवर बनने के लिये ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं, इसके चलते चीन के कई शहरों में इस तरह के आवेदनपत्र पर रोक लगा दी है। चीन की बिखरती अर्थव्यवस्था का आलम ये है कि अभी कुछ महीनों पहले ही पढ़े लिखे डिग्री धारक युवाओं ने फ़ूड डिलीवरी ब्वाय की नौकरियां पकड़ना शुरु कर दिया था, चीन में बच्चों की स्कूल की फीस और खाने का खर्च निकालने के लिये कॉर्पोरेट जगत की सफ़ेद कॉलर वाली नौकरियों से निकाले गए मैनेजमेंट, सॉफ्टवेयर प्रशिक्षित लोग, वित्तीय विशेषज्ञ के तौर पर काम करने वालों की नौकरियां चली गईं तब उन्होंने फ़ूड डिलीवरी ब्वाय का काम पकड़ लिया, उस समय पूरे चीन में ऐसे लोगों की बाढ़ सी आ गयी थी जो कोरोना के कारण अपनी नौकरियां खो चुके थे। ऐसे में इन पढ़े लिखों ने चीन के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले कम पढ़े लिखे लोगों की नौकरियां खाना शुरु कर दिया था।

अब ऐसी ही हालत चीन की कैब सर्विस के लिये भी हो रही है, क्योंकि अब यही पढ़े लिखे, नौकरी से निकाले गए लोग कैब चालक की नौकरियों के लिये ऑनलाइन आवेदन भर रहे हैं। आवेदन करने वाले लोगों की संख्या इतनी ज्यादा है कि कई शहरों में दीदी कैबजैसी सर्विसेज़ ने इनके आवेदन पर ही रोक लगा दी है। मध्य चीन के हुनान प्रांत के छांगशा शहर प्रशासन ने एक नोटिस जारी किया जिसके तहत ये कहा गया था कि 16 मई से वो कैब ड्राइवर के आवेदन को स्वीकार नहीं करेंगेऔर इससे पहले जितने लोग आवेदन करेंगे उनका आवेदन पत्र सामान्य तरीके से प्रॉसेस किया जाएगा। इस नोटिस के जारी होने के बाद अंतिम तिथि के पास आने से पहले ही ढेरों लोग अपनी आवेदन प्रक्रिया पूरी कर लेना चाहते थे। छांगशा शहर की तर्ज़ पर सुदूर दक्षिणी चीन के हाएनान प्रांत के सानया शहर प्रशासन ने भी ऐसा ही नोटिस जारी किया था जिसमें कहा गया था कि 4 मई के बाद कोई भी कैब ड्राइविंग लाइसेंस के लिये आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। हाएनान प्रशासन ने साथ में एक नोटिस भी जारी किया जिसमें लिखा था कि जिस तेज़ी से लोग ड्राइविंग के लिए आवेदन कर रहे हैं उसके बाद पहले से ही भीड़ से भरी हाएनान की सड़कों पर और ज्यादा भीड़ हो जाएगी जिससे यहां रहने वालों को काम पर जाने में रोज़ाना परेशानी का सामना करना पड़ेगा। छांगशा और हाएनान के साथ चीन के कई दूसरे शहरों ने भी ऐसे बिज़नेस ऐप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगा दिया। शानतुंग प्रांत की राजधानी चिनान, स्वाइनिंग और तोंगवान प्रशासन ने लोगों को ऑनलाइन टैक्सी रिज़र्व करने से पहले आगाह किया है कि सावधानी बरतें।

पिछले दो वर्षों में जब से चीन में रोज़गार के साधन तेज़ी से कम होने लगे हैं तभी से ढेरों पेशेवर लोगों ने खाना डिलीवरी करने वाली सर्विस को ज्वाइन करना शुरु कर दिया है, खासकर वो नौजवान पेशेवर जो अभी अकेले हैं और कम वेतन में अपने क्षेत्र विशेष का काम ढेर सारे मानसिक दबाव के कारण नहीं करना चाहते वो काम करने के घंटे अपने अनुसार चुनते हैं, इससे वो उतना काम करते हैं जितने पैसों की उन्हें ज़रूरत होती है, बाकी समय वो अपने लिये जीते हैं। नैशनल ऑनलाइन कार हेलिंग सुपरविज़न इंफॉर्मेशन इंटरैक्शन प्लैटफ़ॉर्म से मिले ऑनलाइन डाटा के अनुसार चीन में 30 अप्रैल तक 309 कैब सर्विस कंपनियों ने बिज़नेस लाइसेंस लिया था, इसके अलावा 54 लाख ऑनलाइन कैब सर्विस के लिये ड्राइवरों ने लाइसेंस हासिल किये इसके अलावा 23 लाख वाहनों को ट्रांसपोर्ट गाड़ियों के लिये ट्रांसपोर्ट सर्टिफ़िकेट जारी किया गया। मात्र ढाई वर्ष में 102 कैब सर्विस कंपनियों को व्यावसायिक लाइसेंस जारी किया गया जो पहले की तुलना में 49 फीसदी की बढ़त दिखा रहा है, इसी तरह से 28 लाख 61 हज़ार ऑनलाइन कैब ड्राइवर लाइसेंस जारी किये गए और ये 112.4 फीसदी की बढ़ोतरी दिखा रहा है।

कैब ड्राइविंग और कंपनियों में अभूतपूर्व इज़ाफ़ा देखने के बावजूद इनके ग्राहकों में कोई वृद्धि नहीं देखी गई। वहीं दूसरी तरफ़ डिलीवरी ब्वाय के क्षेत्र में ढेर सारे बेरोज़गार युवाओं के घुस आने से इनकी कमाई में बहुत तेज़ी के साथ गिरावट दर्ज हुई है। चीन की सबसे बड़ी कैब सर्विस दीदी कैब के अनुसार कम्युनिस्ट पार्टी के बेतुके कानूनों की वजह से उसके व्यापार को बहुत घाटा हुआ है, वर्ष दर वर्ष दीदी कैब को 19 फीसदी का घाटा उठाना पड़ा है जो 20 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर है। दीदी कैब का वर्ष 2022 का घाटा ही 3.4 अरब अमेरिकी डॉलर का था हालांकि ये घाटा वर्ष 2021 में हुए 7 अरब डॉलर की तुलना में कम था। इस घाटे के चलते दीदी कैब को बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी करना पड़ा था, दूसरी तरफ़ फ़ूड डिलीवरी सर्विस मेईथ्वान कंपनी को वर्ष 2021 में 3 अरब 34 करोड़ अमेरिकी डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था, इसका अंजाम भी वही हुआ मेईथ्वान कंपनी को बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों की छंटनी करना पड़ा। इससे साफ़ तौर पर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि चीन की अर्थव्यवस्था उसकी खुद की बेवकूफ़ियों के कारण किस तरह के गर्त में गिरती जा रही है, लोगों में कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ़ रोष और उबाल दोनों है, लेकिन तानाशाही शासन ने कब किसी रोष को उबलने दिया है, उसे तो लोहे के जूतों तले लोगों को दबाना आता है। ऐसे में चीन के हालात आने वाले दिनों में कैसे होंगे कह पाना मुश्किल है।

mukeshwari

mukeshwari

प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।

    Next Story