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डीटीए ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति को लिखा पत्र: भर्तियों पर रोक संबंधी सर्कुलर वापिस ले डीयू वीसी
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली विश्वविद्यालय में 26 अगस्त से सेकेंड ईयर की कक्षाएं शुरु होने वाली है। ऐसे में आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) ने कक्षाएं शुरू होने से पहले दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखा है। जिसमें मांग की है कि 18 मई 2022 को डीयू के असिस्टेंट रजिस्ट्रार ( कॉलेजिज ) द्वारा जारी सर्कुलर को जिसमें यह निर्देश दिए गए हैं कि जिन कॉलेजों में स्थायी ( रेगुलर ) प्रिंसिपल नहीं है वहाँ पर एडहॉक टीचर्स / कर्मचारियों की नियुक्ति ना की जाए उसे वापस लेने की मांगी है।
पत्र में लिखा है कि इसी शैक्षिक सत्र 2022-23 से डीयू में नई शिक्षा नीति लागू हो रही है , संभावना है कि सितम्बर में प्रथम वर्ष (फ़स्र्ट ईयर ) के एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होकर इनकी कक्षाएं भी अक्तूबर से शुरू हो सकती है इसलिए शिक्षकों का वर्कलोड बढ़ेगा । डीटीए अध्यक्ष डॉ.हंसराज सुमन ने बताया कि असिस्टेंट रजिस्ट्रार द्वारा यह सर्कुलर उन कॉलेजों को भेजा गया है जिन कॉलेजों में ऑफिशिएटिंग या एक्टिंग प्रिंसिपल काम कर रहे हैं । उन कॉलेजों में स्थायी प्रिंसिपल की नियुक्ति ना होने तक शिक्षकों व कर्मचारियों की कॉन्ट्रैक्ट , एडहॉक या रेगुलर आधार पर किसी तरह की कोई नियुक्ति नहीं होगी। साथ ही बताया है कि मार्च से जुलाई के बीच कॉलेजों से बहुत से शिक्षक सेवानिवृत्त हुए है । सुमन का कहना है कि यदि उनके स्थान पर एडहॉक शिक्षकों की नियुक्तियां नहीं होंगी तो इस साल से शुरू हो रही राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रवेश लेने वाले छात्रों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ेगा । डॉ. सुमन ने वीसी को लिखें पत्र में बताया है कि डीयू कॉलेजों में एक्टिंग प्रिंसिपल व ऑफिशिएटिंग प्रिंसिपल के समय कॉलेजों में शिक्षकों / कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति व पदोन्नति होती रही है । उन्हें वे सभी पावर दी गई है जो एक स्थायी प्रिंसिपल को मिली हुई है । इसलिए शिक्षकों /कर्मचारियों की नियुक्तियों पर किसी तरह की रोक लगाना अव्यवहारिक है ।