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नई दिल्ली New Delhi : दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर की दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट में कई स्मारक और भिक्षुओं की हत्या हुई है। वहीं, राव कोचिंग केस सेंटर में कहा गया है कि छात्रों का जीवनयापन किया गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि आर्किटेक्चर में तय वास्तुशिल्प का प्रोटोटाइप से कोचिंग करने के साथ कोचिंग सेंटर को सु ऑर्गेनाइजेशन रूम में लाइब्रेरी बनाने की बात भी कही गई है। इसके लिए नरेला और रोहिणी जैसे एशिया का उदाहरण भी दिया गया है। साथ ही, बेसमेंट के उपयोग को लेकर सामान्य नियम बनाने की सलाह दी जाती है। मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट में एमसीडी के साथ-साथ राव कोचिंग के मालिक को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राव कोचिंग के मालिक और प्रबंधन ने भी बिना बेसमेंट के छात्रों के जीवन की रक्षा की। क्रांतिकारी खोरी के उद्देश्य से उठाए गए इस कदम को चुनौती माना जाए। निरीक्षण करने की बात भी सामने आई: मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट में सड़कों के किनारे बने पानी के नाले पर हुए विध्वंस और उसके ऊपर किए गए अवैध निर्माण के खिलाफ नैतिकता के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जहां राव कोचिंग स्थित है, वहां सड़क के दोनों ओर सभी वस्तुओं के अछूते ने किराने की दुकान को क्षतिग्रस्त कर दिया है।
यही नहीं, रेलवे की सफाई के लिए बनाए गए मेन होल भी बंद कर दिए गए हैं, जिससे कि घरों में सफाई भी नहीं हो पाती। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐडवर्ड्स प्रॉप्स के लिए उपयोग हो रही है, बिल्डिंग के बेसमेंट के प्रयोग को लेकर मोटे तौर पर नियम बनाए गए हैं। मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट के अनुसार, ''राजेंद्र नगर में बेसमेंट के अवशेषों की जानकारी के बाद भी एमसीडी और किराये विभाग के अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया।'' यदि इस संबंध में कार्रवाई की गई तो दुर्घटना होने से बच सकती थी।'' सुनिश्चित करने के मुद्दे को लेकर बैठक की। मेयर ने संपत्ति का दुरुपयोग और बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिए। अवैध रूप से चलने वाले कोचिंग सेंटर को नोटिस जारी कर सील कर दिया जाएगा। इसके साथ ही बेसमेंट में घटित का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटर और दूसरी संस्था की पहचान को लेकर सर्वेक्षण करना होगा। बैठक में सफाई व्यवस्था को स्थापित करने को लेकर भी चर्चा की गई। सभी जोन में कबाड़-कचरा की आतिशबाजी को समाप्त कर दिया गया।
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