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DGGI कि रेड : क्रिप्टोकरेंसी सर्विस देने वाली कंपनियों पर रेड से 70 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा
क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी हुई कंपनियों पर टैक्स चोरी का आरोप लगा है। डीजीजीआई ने इन कंपनियों पर छापा मारकर टैक्स चोरी का मामला पकड़ा है। रिपोर्ट के अनुसार इन छापों में 70 करोड़ के टैक्स चोरी का पता चला है।
'जनता से रिश्ता' को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी सर्विस देने वाली कंपनी वजीरएक्स द्वारा जीएसटी की बड़े पैमाने पर कर चोरी के बाद, जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय ने देश में संचालित क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर छापा मारा। सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया- "क्रिप्टोकरेंसी सेवा कंपनी के लगभग आधा दर्जन कार्यालयों की तलाशी ली गई है और डीजीजीआई द्वारा बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी का पता चला है।"
क्रिप्टो वॉलेट और एक्सचेंज ऐसे प्लेटफॉर्म हैं, जहां व्यापारी और खरीददार बिटकॉइन, एथेरियम, रिपल आदि जैसी डिजिटल संपत्ति के साथ लेनदेन करते हैं। मुंबई सीजीएसटी और डीजीजीआई ने इस छापे के दौरान करीब 70 करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़ा है।
आधिकारिक सूत्रों ने इस छापे के बारे में जानकारी देते हुए आगे कहा कि ये कंपनियां क्रिप्टो क्वाइन की खरीद और बिक्री के लिए सुविधा मध्यस्थ सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इन सेवाओं पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगता है, जिससे ये सभी बचते रहे हैं। इस कार्रवाई में शामिल एक अन्य आधिकारिक सूत्रों ने एएनआई को बताया- "ये कंपनियां बिटकॉइन के आदान-प्रदान में शामिल होने की सुविधा के लिए एक कमीशन ले रहे थे, लेकिन जीएसटी कर का भुगतान नहीं कर रहे थे। इन लेनदेन को डीजीजीआई द्वारा इंटरसेप्ट किया गया था। प्रूफ से यह साबित हुआ कि जीएसटी का भुगतान नहीं हो रहा है।"
'जनता से रिश्ता' को मिली जानकारी के अनुसार इन कंपनियों ने जीएसटी, ब्याज और जुर्माने के रूप में 30 करोड़ और 40 करोड़ का भुगतान किया है। सीबीआईसी ने जीएसटी कानूनों के उल्लंघन के लिए वजीरएक्स सहित क्रिप्टोकरेंसी सेवा प्रदाताओं से 70 करोड़ की वसूली की है।
शुक्रवार को मुंबई जोन के जीएसटी मुंबई ईस्ट कमिश्नरेट ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स से 40.5 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का पता लगाया है। इससे जीएसटी चोरी, ब्याज और जुर्माना से संबंधित 49.20 करोड़ रुपये की वसूली की है।