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डीयू के 12 कॉलेजों में दिल्ली सरकार से बौद्ध अध्ययन विभाग खोले जाने की मांग
दिल्ली एजुकेशन न्यूज़: आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ( डीटीए ) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पत्र लिखा है। पत्र में दिल्ली विश्वविद्याल से सम्बद्ध और दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित कॉलेजों में बौद्ध अध्ययन विभाग व डॉ. अम्बेडकर अध्ययन सेंटर खोलने की मांग की है ।
डीटीए अध्यक्ष डा.हंसराज सुमन ने बताया कि डीयू में बौद्ध अध्ययन विभाग की स्थापना वर्ष 1957 में हुई थी। इसे यूजीसी द्वारा सेंटर फॉर एडवांस स्टरडीज की मान्यता प्राप्त है। डीयू के विभागों में स्नातकोत्तर स्तर पर सभी विषयों की पढ़ाई होती है। जो विषय स्नातकोत्तर स्तर पर पढ़ाए जाते हैं उन्हीं विषयों को कॉलेज स्तर पर पढ़ाया जाता है लेकिन बौद्ध अध्ययन डीयू के एक मात्र सत्यवती कॉलेज ( सांध्य ) में ही पढ़ाया जाता है। जबकि स्नातकोत्तर स्तर पर विश्व के सर्वाधिक देशों से छात्र डीयू में स्नातकोत्तर ,एमफिल /पीएचडी ,डिग्री ,डिप्लोमा कोर्स आदि करने के लिए बौद्ध अध्ययन विभाग में एडमिशन लेते हैं । सुमन ने चिंता व्यक्त की है कि जिस तरह से डीयू के विभागों के विषयों की पढ़ाई स्नातक स्तर पर कॉलेजों में होती है उसी तरह से दिल्ली सरकार के वित्त पोषित सभी कॉलेजों में स्नातक स्तर पर बौद्ध अध्ययन को पढ़ाया जाना चाहिए। इसी के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के सामने दिल्ली सरकार के वित्त पोषित सभी कॉलेजों में बौद्ध अध्ययन की शिक्षा दिए जाने को लेकर बौद्ध अध्ययन विभाग खोले जाने की मांग दोहराई है। उन्होंने कहा कि एसी सदस्यत रहते हएु 2017 से 2019 के बीच डीयू के कॉलेजों में स्नातक स्तर पर बौद्ध अध्ययन विषय लगाने की कई बार मांग की थी। जिस पर कुलपति द्वारा आश्वासन भी दिया गया