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Delhi: तीन उम्रकैद के सजायाफ्ता को क्यों छोड़ने लगा कोर्ट!

Sanjna Verma
11 Jun 2024 5:04 AM GMT
Delhi: तीन उम्रकैद के सजायाफ्ता को क्यों छोड़ने लगा कोर्ट!
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New Delhiनई दिल्ली: 'वो लोगों के लिए बहुत बड़ा खतरा है। उसे रिहा मत करो। अगर वो जेल से बाहर आ गया, तो मुझे पूरा यकीन है कि वो फिर से किसी का बलात्कार करने की कोशिश करेगा। वो उस वक्त भी मेरी हत्या करना चाहता था और जेल से निकलने के बाद फिर मुझे मारना चाहेगा...।' ये डर है उस रेप पीड़िता का, जिसका दोषी अब जेल से परोल पर बाहर आ रहा है। इस रेपिस्ट को साल 2000 में उसके कुकर्मों के लिए कोर्ट ने तीन आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। लेकिन अब, उसकी रिहाई को सुरक्षित मानते हुए उसे परोल पर रिहा किया जा रहा है।पीड़िता ने कोर्ट से गुहार लगाई है कि इस दरिंदे को रिहा ना किया जाए। जिस रेपिस्ट को परोल पर रिहा किया जा रहा है, वो इससे पहले भी कई महिलाओं को अपना शिकार बना चुका है। पीड़िता के साथ उसने साल 1999 में
Rape
किया था। उस वक्त भी वो बलात्कार के ही एक और मामले में 9 साल की सजा काटने के बाद रिहा हुआ था। पीड़ित महिला के पति निमोनिया की वजह से अस्पताल में भर्ती थी। शाम को जब महिला अपने पति से मिलकर घर लौटी, तो वो चुपके से उसके घर में दाखिल हो गया। उस समय घर में केवल महिला और उसकी दो साल की बेटी थी। अपनी दूसरी बेटी को महिला एक सहेली के घर पर छोड़कर गई थी।
चाकू की नोंक पर किया था बलात्कार
अस्पताल से आने के बाद महिला नहाई और अपनी बेटी को सुलाकर दूसरे कमरे में बिस्तर पर आकर एक किताब पढ़ने लगी। तभी ली हिल नाम का ये शख्स वहां पहुंचा और चाकू का डर दिखाकर मिला के साथ बलात्कार किया। इसके बाद उसने महिला की हत्या करने की भी कोशिश की, लेकिन वो किसी तरह बच गई। बाद में ली हिल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। 15 साल बाल 2014 में कानूनी प्रक्रिया के तहत महिला की मुलाकात जेल में उसके रेपिस्ट से कराई गई, ताकि ये तय किया जा सके कि उसे रिहा किया जाए या नहीं। उस वक्त भी पीड़िता ने कहा था कि उसके अंदर कोई बदलाव नहीं आया है।
मेरी जिंदगी और मेरे परिवार को बर्बाद कर दिया
मामला इंग्लैंड के एशर शहर का है, जहां ये महिला अब डर और दहशत के साए में जी रही है। पीड़िता ने 25 साल पुरानी उस मनहूस शाम को याद करते हुए बताया, 'जब ली हिल ने मेरे साथ रेप किया तो कहा था कि वो मौज-मस्ती करने के इरादे से ही मेरे घर में घुसा था। वो इसी तरह महिलाओं को अपना शिकार बनाता है। मेरे हिसाब से ये इंसानियत के खिलाफ है। ये क्रूरता से भी परे है। हममें से कोई नहीं जानता कि वह क्या करने जा रहा है और यही बात मुझे डरा रही है। 25 साल पहले मेरी जिंदगी और मेरे परिवार को बर्बाद करते हुए उसने मेरे मन की शांति को छीन लिया था।' Parole Boardने ली हिल की रिहाई की पुष्टि की है, लेकिन साथ ही कहा है कि जनता की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है।
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