दिल्ली-एनसीआर

Delhi :बोर्ड परीक्षाओं के दौरान मुफ्त उपलब्ध होंगे Sanitary Pads, मिलेगी ब्रेक लेने की इजाजत

Tekendra
13 Jun 2024 1:15 PM GMT
Delhi :बोर्ड परीक्षाओं के दौरान मुफ्त उपलब्ध होंगे Sanitary Pads, मिलेगी ब्रेक लेने की इजाजत
x
नई दिल्ली Newdelhi :केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को स्कूलों को जारी परामर्श में कहा कि मासिक धर्म से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए छात्राओं को 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के दौरान आवश्यक विराम लेने की अनुमति दी जानी चाहिए तथा सभी परीक्षा केंद्रों पर मुफ्त सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराए जाने चाहिए। मंत्रालय ने इस बात पर गौर किया कि लड़की के समग्र कल्याण के लिए मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन जरूरी है और यह उसके शैक्षणिक प्रदर्शन के रास्ते में नहीं आना चाहिए।सभी केंद्रों पर मुफ्त सैनिटरी पैड उपलब्ध हो
मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी स्कूलों, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) और नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस) के लिए परामर्श जारी किया है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए सभी केंद्रों पर मुफ्त सैनिटरी पैड उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि आवश्यकता पड़ने पर लड़कियों को परीक्षा के दौरान आवश्यक स्वच्छता उत्पाद उपलब्ध हो सकें।''
छात्राओं को सशक्त बनाने पर भी जोर शिक्षक
इसने कहा, ‘‘छात्राओं को मासिक धर्म से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने, असुविधा को कम करने और परीक्षा के दौरान ध्यान केंद्रित करने के लिए आवश्यक विराम लेने की अनुमति दी जानी चाहिए।'' मंत्रालय ने कहा, ‘‘छात्राओं, शिक्षकों teacher और कर्मचारियों के बीच मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।'' मंत्रालय ने छात्राओं के साथ उनकी मासिक धर्म संबंधी जरूरतों के संबंध में सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार करने के महत्व पर जोर दिया है और साथ ही उन्हें परीक्षाओं में आत्मविश्वास के साथ भाग लेने और अपनी शैक्षणिक क्षमता हासिल करने के लिए सशक्त
Empowered
बनाने पर भी जोर दिया है।
छात्राओं को सशक्त बनाने पर भी जोर शिक्षक
इसने कहा, ‘‘छात्राओं को मासिक धर्म से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने, असुविधा को कम करने और परीक्षा के दौरान ध्यान केंद्रित करने के लिए आवश्यक विराम लेने की अनुमति दी जानी चाहिए।'' मंत्रालय ने कहा, ‘‘छात्राओं, शिक्षकों और कर्मचारियों के बीच मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।'' मंत्रालय ने छात्राओं के साथ उनकी मासिक धर्म संबंधी जरूरतों के संबंध में सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार करने के महत्व पर जोर दिया है और साथ ही उन्हें परीक्षाओं में आत्मविश्वास के साथ भाग लेने और अपनी शैक्षणिक क्षमता हासिल करने के लिए सशक्त बनाने पर भी जोर दिया है।
Next Story