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दिल्ली पुलिस ने किया बड़ा खुलासा: आतंकियों के निशाने पर ऐतिहासिक इमारतें
दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की गिरफ्त में मौजूद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई व कनाडा में बैठे खालिस्तान आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला समर्थित आतंकी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा व नौशाद ने सनसनीखेज खुलासा किया है। ये आतंकी दिल्ली में ऐतिहासिक जगहों व इमारतों पर हमला करना चाहते थे। इसके लिए आईएसआई ने इनको ग्रेनेड भेजे थे।
इन्होंने दिल्ली के कुछ ऐतिहासिक जगहों की रेकी कर ली थी। आरोपियों ने ये भी खुलासा किया है कि आईएसआई के अफसरों का विश्वास हासिल करने के लिए उन्होंने हिंदू लड़के को जानबूझकर हत्या करने के लिए चुना था। उसकी हत्या के बाद नौशाद के पास पैसे आए थे।
स्पेशल सेल की जांच में ये बात सामने आई है कि नौशाद जेल में लश्कर ए तय्यैबा व हरकत अल अंसार के आतंकी अशफाक के संपर्क में आया। इसके बाद वह लालकिले हमले के दोषी आतंकी आरिफ के संपर्क में आया। अशफाक ने नौशाद को लश्कर के आतंकी सोहैल से मिलवाया। सोहैज ने नौशाद को जेहादी बनाया।
सोहैल उसे ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजने वाला था। सोहैल के कहने पर नौशाद पाकिस्तान जाने के लिए पासपोर्ट बनवाने के लिए वर्ष 2019 में नेपाल दो बार गया। नेपाल में जिस अफसर को इसका पासपोर्ट बनाना था, वह रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार हो गया था। नौशाद जगजीत जहांगीरपुरी में रहने के दौरान वारदातों की तैयारियों के साथ ड्रग्स व हथियारों की तस्करी कर रहे थे।
खालिस्तानी आतंकी के संपर्क में था अर्श डल्ला: कनाडा में बैठा आतंकी अर्श डल्ला खालिस्तानी आतंकी गुरवंत सिंह पन्नू के सीधे संपर्क में है। अर्श डल्ला ने जग्गा को पंजाब के शिवसेना के उपाध्यक्ष अनिल अरोड़ा की हत्या करने के निर्देश दिए थे। अर्श डल्ला ने उपाध्यक्ष की हत्या की करने के बाद जगजीत को एक करोड़ देने देने का वायदा किया था। शिव सेना नेता की हत्या 27 से 31 जनवरी के बीच हत्या करनी थी।
जग्गा ने दिसंबर महीने के आखिर में शिवसेना नेता की हत्या करने के लिए रेकी कर ली थी। वहीं, पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि सोहैल ने जग्गा व नौशाद को हिंदू नेताओं की दिल्ली व पंजाब में हत्या करने के लिए कहा था। इन्हें हिंदू नेताओं की हत्या करने के लिए मोटी रकम का लालच दिया गया था।
27 को बजरंग दल के नेता को मारना था: आतंकियों ने पूछताछ में बताया है कि सोहैल ने होशियारपुर, पंजाब के बजरंग दल के नेता जितेंद्र कुमार की हत्या करने के निर्देश दिए थे। नेता की हत्या करने के बाद उन्हें 50 लाख रुपये देने का आश्वासन दिया गया था। उन्हें नेता की हत्या 27 जनवरी को करनी थी। इसके लिए जग्गा ने रेकी कर ली थी।
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके से गिरफ्तार आतंकवादी नौशाद अली ने दिल्ली पुलिस के सामने अहम खुलासे किए हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि उसे अपने पाकिस्तानी आकाओं से निर्देश मिले थे और उसने दो बार नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भागने की कोशिश की थी। हालांकि इसमें वह नाकाम रहा।
जैश-ए-मोहम्मद के चार सदस्यों की याचिका पर एनआईए से मांगा जवाब
दिल्ली उच्च न्यायालय ने जैश-ए-मोहम्मद के चार सदस्यों की याचिका पर बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी से जवाब मांगा है। याचिका में आतंकी गतिविधियों के लिए युवाओं की भर्ती और ट्रेनिंग के एक मामले में उन्हें दी गई आजीवन कारावास की सजा को चुनौती दी गई है। जस्टिस सिद्धार्थ मृदुल और तलवंत सिंह की पीठ ने चार अलग-अलग याचिकाओं पर नोटिस जारी कर एनआईए को अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
अदालत ने इस मामले को अगली सुनवाई मार्च के लिए सूचीबद्ध किया है। एक ट्रायल कोर्ट ने पिछले साल 28 नवंबर को बिलाल अहमद मीर, सज्जाद अहमद खान, मुजफ्फर अहमद भट और मेहराजुद्दीन चोपन को एक ट्रायल कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनवाई थी। इसके अलावा इशफाक अहमद भट्ट को आजीवन कारावास और तनवीर अहमद गनी को पांच साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। ट्रायल कोर्ट ने माना कि सभी दोषी भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रच रहे थे।
दोषी न केवल जैश के सदस्य थे, बल्कि आतंकवादियों और जैश ए माेहम्मद के सदस्यों को हथियार, गोला-बारूद, रसद और विस्फोटक प्रदान करने में भी उनकी मदद कर रहे थे। ट्रायल कोर्ट ने कहा था कि आरोपी जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों को उग्रवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने सहिर उनके लिए रकम इकट्ठा करने से भी जुड़े हुए थे। उनके खिलाफ 120 बी आईपीसी के साथ-साथ यूए(पी)अधिनियम की धारा 18 के तहतमामला दर्ज किया गया।