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दिल्ली: पुलिस ने हथियार तस्करों के साथ कुख्यात सुंदर भाटी गैंग का शार्प शूटर नागेश को किया गिरफ्तार

Admin Delhi 1
16 April 2022 4:35 PM GMT
दिल्ली: पुलिस ने हथियार तस्करों के साथ कुख्यात सुंदर भाटी गैंग का शार्प शूटर नागेश को किया गिरफ्तार
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दिल्ली न्यूज़: नगर कोतवाली पुलिस और एसपी सिटी की सर्विलांस टीम ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। पुलिस टीमों ने कुख्यात सुंदर भाटी व बलराज भाटी गैंग के शार्प शूटर और उसे हथियार मुहैया कराने वाले तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 4 आधुनिक पिस्टल, 2 तमंचे, प्रतिबंधित समेत विभिन्न बोर के 79 कारतूस और 50 हजार रुपए कैश बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि सुंदर भाटी गैंग का शूटर पकड़े गए हथियार तस्करों से अवैध हथियारों की डील करने नया बस अड्डा मेट्रो स्टेशन पर आया था। सूचना के आधार पर वहीं से सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया। एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि चेकिंग करती नगर कोतवाली पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी थी कि जेल में बंद सुंदर भाटी गैंग का शार्प शूटर नागेश उर्फ नागेन्द्र उर्फ बिल्लौरी अवैध हथियारों की डील करने के लिए नया बस अड्डा मेट्रो स्टेशन पर पहुंचने वाला है। सूचना के आधार पर थाना पुलिस और एसपी सिटी की सर्विलांस टीम ने मेट्रो स्टेशन पर फील्डिंग लगा दी और मौके से चार लोग गिरफ्तार कर लिए गए। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया गया। पकड़े गए आरोपियों में गौतमबुद्धनगर निवासी नागेश उर्फ नागेन्द्र उर्फ बिल्लौरी, मेरठ निवासी आकाश और गांव निस्तौली, टीलामोड़ निवासी राहुल कुमार व नितेश डागर शामिल हैं। नागेश के खिलाफ लूट, हत्या और डकैती जैसे संगीन अपराधों के 16 मामले हरियाणा व यूपी के थानों में दर्ज हैं। नागेश ने वर्ष 2015 में हरियाणा की फरीदाबाद कोर्ट में हुई गैंगवार के दौरान एक व्यक्ति की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी।

एसपी सिटी ने बताया कि आकाश, राहुल और नितेश हथियारों की तस्करी का धंधा करते हैं। यह तीनों नागेश को अवैध हथियारों की खेप सप्लाई करने आए थे। राहुल और आकाश के खिलाफ पूर्व में भी केस दर्ज हैं। यह दोनों जेल भी जा चुके हैं। एसपी सिटी ने बताया कि हथियार तस्करों का सरगना मेरठ निवासी रहीस उर्फ मुल्ला और उसका साथी परीक्षतगढ़ मेरठ निवासी विनोद मुखिया अभी फरार हैं। अंदेशा है कि रहीस उर्फ मुल्ला पुलिस से बचने के लिए दुबई भाग चुका है।

पिस्टल रिपेयर कराने तरनजीत गन हाउस पर लाया था आकाश: एसपी सिटी निपुण अग्रवाल की मानें तो शूटर नागेश ने बताया कि उसने 30एमएम की अपनी अवैध पिस्टल को रिपेयर कराने के लिए विनोद मुखिया से संपर्क साधा था। विनोद मुखिया ने इस काम की जिम्मेदार आकाश को सौंपी थी। नागेश की पिस्टल को लेकर आकाश राकेश मार्ग स्थित तरनजीत गन हाउस पर पहुंचा था। लेकिन यह पिस्टल गन हाउस पर रिपेयर नहीं हो सकी। जिसके बाद विनोद ने आकाश को बताया कि वह इस पिस्टल को नागेश के साथियों राहुल और नितेश को सौंप दें। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह चारों इसी सिलसिले में यहां पहुंचे थे। जहां से पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। एसपी सिटी ने बताया कि लाइसेंसधारी गन हाउस पर अवैध हथियारों की रिपेयर किए जाने का मामला बेहद संगीन है। वह इस संबंध में डीएम से शिकायत कर तरनजीत गन हाउस का ऑडिट कराने को पत्र लिखेंगे। एसपी सिटी का कहना है कि गन हाउस के मालिक या किसी कर्मचारी की अगर कोई मिलीभगत पाई गई तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

हथियार तस्करी में आकाश को पकड़ चुकी है एसटीएफ: एसपी सिटी की मानें तो फरार रहीस उर्फ मुल्ला अवैध हथियार तस्करी करने वाले गैंग का सरगना है। पूछताछ में आरोपी आकाश ने बताया कि वह रहीस मुल्ला से अवैध हथियार लेकर आगे सप्लाई करता था। बरामद हथियार भी उसने रहीस से ही लिए थे। एसपी सिटी का कहना है कि आकाश जियो कंपनी की अंडरग्रांउड केबल डालने का काम करता है। हथियार तस्करी के मामले में यूपी एसटीएफ टीम वर्ष 2018 में आकाश को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस का कहना है कि आकाश हथियारों की सप्लाई के लिए कई बड़े गैंग्स के बदमाशों के संपर्क में रहता है।

अलीगढ़ की जेल में मिले थे नागेश और विनोद: पुलिस का कहना है कि फरार विनोद मुखिया शातिर किस्म का लुटेरा है। उसके खिलाफ भी कई केस सामने आए हैं। एसपी सिटी ने बताया कि शार्प शूटर नागेश उर्फ बिल्लौरी और विनोद मुखिया की मुलाकात अलीगढ़ की गभाना जेल में हुई थी। जहां विनोद लूट के एक मामले में बंद था। जेल से बाहर आने के बाद दोनों एक दूसरे के संपर्क में बने हुए हैं। पुलिस का कहना है कि विनोद लूट व चोरी की घटनाओं के साथ साथ अवैध हथियारों की तस्करी का भी धंधा करता है।

बलराज भाटी की एके.47 के बारे में हुई नागेश से पूछताछ: एसपी सिटी ने बताया कि नागेश को पकडऩे के लिए एसटीएफ की टीम भी लगी थी। पुलिस से बचने के लिए नागेश अधिकांश समय जंगलों में ही बिताता था। जब भी उसे साथियों से संपर्क करना होता था तो वह जानकारों का मोबाइल लेकर उन्हें वीडियो कॉल करता था। एसपी सिटी का कहना है कि नागेश के पकड़े जाने के बाद एसटीएफ से उन्हें एक इनपुट मिला। बताया गया कि मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात बदमाश बलराज भाटी की एके.47 नागेश के पास थी। इस संबंध में नागेश से पूछताछ की गई, लेकिन उसने जानकारी होने से इन्कार कर दिया। पुलिस को शक है कि जिस तरह से नागेश हथियारों का जखीरा एकत्र कर रहा था उससे लगता है कि वह किसी बड़ी वारदात की साजिश रच रहा था।

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