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दिल्ली: पुलिस ने ड्रग्स को बेचने दिल्ली आए युवक को किया गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम न्यूज़: लॉकडाउन में कामधंधा बंद होने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक नेपाली नागरिक ने अपने भाई द्वारा दी गई ड्रग्स को बेचने की कोशिश की जिससे उसकी आर्थिक तंगी कम हो जाती है और वो अमीर बनने की कतार में लग जाता। लेकिन आरोपित बाहरी जिला की एएटीएस पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपित की पहचान आरव तमांग उर्फ दीपक के रूप में हुई है। आरोपित के कब्जे से चार सौ ग्राम अच्छी क्वॉलिटी की चरस बरामद की है। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत कई लाख रुपये आंकी जा रही है। पुलिस उसके भाई को भी पकडऩे की कोशिश कर रही है। पुलिस को शक है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय गैंग है। डीसीपी समीर शर्मा ने गुरुवार को बताया कि जिले को ड्रग्स को लेकर जीरो टॉलरेंस करने के लिये थानास्तर और विशेष टीमों के जरिये ड्रग्स तस्करों और उसको बेचने वालों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। इसमें टीमें कई बार कामयाब भी हुई हैं। बीते मंगलवार को एएटीएस में तैनात एएसआई रणधीर सिंह को सूचना मिली थी कि तमांग नामक एक नेपाली ड्रग सप्लायर कुछ अज्ञात व्यक्तियों को चरस देने शाम के वक्त पश्चिम विहार स्थित भेरा एन्क्लेव रोड पर आएगा। एसीपी अरुण कुमार चौधरी की देखरेख में पुलिस टीम को आरोपित को पकड़ने का जिम्मा सौंपा गया। पुलिस टीम ने मौके पर घेराबंदी की। शाम करीब चार बजकर 40 मिनट पर एक नेपाली मूल का संदिग्ध व्यक्ति भेरा एन्क्लेव गोल चक्कर के पास देखा गया। पुलिस टीम को देखते ही आरोपित ने भागने की कोशिश की। लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया था। उसे मौके पर ही दबोच लिया। उसकी तलाशी लेने पर चार सौ ग्राम चरस जब्त की। आरोपित आरव तमांग उर्फ दीपक निठारी, सेक्टर-31, दादरी, नोएडा, गौतमबुद्धनगर (यूपी) में रहता है। पश्चिम विहार पश्चिम में उसके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। आरोपित से पूछताछ करने पर पता चला कि वह पैसा कमाने के लिए भारत आया था। इसलिए उसने नोएडा में चाउमीन बेचना शुरू कर दिया, लेकिन लॉकडाउन के बाद वह वापस नेपाल चला गया। अगस्त 2021 में फिर से दिल्ली लौट आया।
लेकिन वह पर्याप्त पैसा नहीं कमा रहा था। जबकि उसका छोटा भाई पुण्य ड्रग्स बेचकर अमीर हो रहा था। इसलिए, उसने अपने भाई पुण्य के साथ संबंध बनाए, जो उसे आगे बेचने के लिए ड्रग्स देता है। उसने आगे खुलासा किया कि उक्त 400 ग्राम चरस भी उसके भाई पुण्य ने बेचने के लिए दिया था लेकिन उसे पुलिस ने दबोच लिया। उसके भाई पुण्य के सभी संभावित ठिकानों और उन्हें पकड़ने के लिए किसी भी सिंडिकेट पर छापेमारी की जा रही है।