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दिल्ली पुलिस ने एक चोर को किया गिरफ्तार, पेट भरने के लिये करता था वारदातें

Admin Delhi 1
2 Jun 2022 12:04 PM GMT
दिल्ली पुलिस ने एक चोर को किया गिरफ्तार, पेट भरने के लिये करता था वारदातें
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दिल्ली क्राइम न्यूज़ अपडेट: बाहरी जिले के पश्चिम विहार ईस्ट थाना पुलिस ने एक ऐसे बदमाश को पकड़ा है। जिसने मेहनत करने के लिये पहले रुपये उधार लेकर कार खरीदी, जिसको वह कैब की तरह से चलाने लगा। लेकिन कोरोना काल में उसकी कार को किसी ने चोरी कर लिया। अपना और परिवार का पेट पालने के लिये उसने छोटी मोटी चोरी करनी शुरू कर दी। आरोपित की पहचान नांगलोई के रहने वाले रितेश शौकीन उर्फ चुटकी के रूप में हुई है। आरोपित के कब्जे से चोरी किया हुआ लैपटॉप भी जब्त किया है। आरोप के पकड़े जाने के बाद तीन वारदातों का खुलासा हुआ है।

डीसीपी समीर शर्मा ने बताया कि जिले में चोरी व सेंधमारी की लगातार हो रही घटनाओं पर रोकने के लिये थानास्तर पर पुलिस वारदातों की जगह के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही थी। जेल से बाहर आए बदमाशों की लोकेशन पता कर उनकी हरकतों पर नजर बनाए हुए थी। वहीं आरोपी बीते छह मई को पीरागढ़ी स्थित गुरु कृपा कॉम्प्लेक्स में एक दुकान से लैपटॉप चोरी करने में भी दिखाई दिया था। इसी तरह के संदिग्ध को पानी के मीटर चोरी की दो अन्य घटनाओं में भी दिखाई दिया। पुलिस टीम ने उसके रूट को स्केच किया। काफी मशक्कत करने पर पता चला कि आरोपित लैपटॉप बेचने के लिये कुंवर सिंह नगर, एमसीडी पार्क इलाके में घूम रहा है। पुलिस टीम ने मौके पर घेराबंदी की। पुलिस को देखकर जब आरोपित भागने लगा। उसको मौके पर ही दबोच लिया। उससे लैपटॉप भी जब्त कर लिया। आरोपित से पता चला कि वह 12 वीं कक्षा तक पढ़ा था। वे तीन भाई-बहन हैं और उनके पिता की मृत्यु बहुत कम उम्र में हो गई थी, इसलिए उनका पालन-पोषण बहुत खराब स्थिति में हुआ।


इस प्रकार वह बुरी संगत में लिप्त हो गया और मादक द्रव्यों का सेवन करने लगा। लेकिन उसने तब तक अपराध नहीं चुना, बड़े होते-होते उसने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसे का इंतजाम कर कार खरीद ली और कैब की तरह गाड़ी चलाने लगा। लेकिन उनकी कार कोरोना महामारी के दौरान चोरी हो गई जिसने उसे एक अपराधी में बदल दिया। इसके बाद उन्होंने घरों के बाहर लगे पानी के मीटरों में सेंधमारी और चोरी की योजना बनाई। उसने आगे खुलासा किया कि वह कई छोटी-छोटी चोरी में शामिल था लेकिन वे पुलिस में पंजीकृत नहीं थे। इसलिए, वह चोरी करता रहा और बाद में उसने गुरु कृपा कॉम्प्लेक्स, पीरागढ़ी नामक एक दुकान से चोरी भी की।

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