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दिल्ली एनसीआर: युवकों को सोशल मीडिया में फसाकर ठगी करने वाला फर्जी क्राइम अधिकारी हुआ गिरफ्तार
क्राइम न्यूज़ अपडेट: गाजियाबाद पुलिस ने सोमवार को एक ऐसे गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया पर वीडियो कॉलिंग कर हजारों लोगों से ठगी कर चुका है। आरोपित क्राइम ब्रांच अधिकारी विक्रम राठौर बनकर पहले फेसबुक पर लड़की के नाम से फर्जी आईडी बनाता था और फिर फेसबुक के माध्यम से लोगों को फंसाता था। उसके बाद वह उस आईडी पर अश्लील व आपत्तिजनक फोटो लगाता था। उसी सोशल मीडिया आईडी से लोगों से चैट करते हुए वह उनके व्हाट्सएप नंबर लेकर उनके साथ अश्लील वीडियो चैट/कॉल शुरू करता था। जिसके स्क्रीन शॉट व वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद कॉलर को ब्लैकमेल करने का काम शुरू होता था। सीधे तौर पर पैसे की मांग होती थी, नहीं देने पर आपत्तिजनक वीडियो को वायरल करने की धमकी देने लगता था। इन्हीं में से कुछ लोग क्राइम ब्रांच का अधिकारी, आईटी हेड, सोशल मीडिया मैनेजर बनकर लोगों को डराने का काम करते थे, जिससे वह पैसे खाते में ट्रांसफर कर दें।
पुलिस अधीक्षक दीक्षा शर्मा ने बताया कि इनके सिम पूर्वोत्तर राज्यों की फर्जी आईडी पर रजिस्टर्ड होते थे। फर्जी आईडी की सिम को आरोपी का बहनोई उपलब्ध कराने में मदद करता था। इस गिरोह का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है। उन्होंने बताया कि आरोपी जासिम पुत्र लखपत निवासी बाईखेडा फिरोजपुर झिरका नूॅह राजस्थान को देर रात मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के खिलाफ साइबर सेल में पिछले काफी समय से शिकायत मिल रही थी। जिनकी गिरफ्तारी के लिए टीम प्रयास कर रही थी। लेकिन आरोपी बीच-बीच में अपनी लोकेशन बदल - बदल कर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। उन्होंने बताया कि गिरोह में आरोपित का बहनोई समेत चार लोग फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी जल्दी ही हो जाएगी। उन्होंने बताया कि जासिम शातिर दिमाग का अपराधी है, जो फर्जी नंबर से फेसबुक पर लड़की के नाम से फर्जी आईडी बनाता है और फेसबुक पर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर चैट करता है। शुरूआती बातचीत करते-करते प्यार का नकली नाटक करते हुए लोगों का व्हाटस्प नंबर ले लेते थे। फिर अपने फर्जी नंबर से व्हाटस्प नंबर पर विडियो कॉल व चैट करते थे। लोगों को पहले लड़की बनकर झूठी प्यार की बातें कर उकसाते थे, फिर वीडियो कॉल करने से पहले दूसरे मोबाइल से मोबाइल के पास रखकर अश्लील वीडियाे दिखाकर सामने वाले की रिकार्डिंग कर लेते थे।