- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- दिल्ली एनसीआर: दिल्ली...
दिल्ली एनसीआर: दिल्ली पुलिस ने आम्र्स एक्ट में एक ईनामी बदमाश को धर दबोचा
दिल्ली एनसीआर न्यूज़: लोनी स्थित सलाम होटल के मालिक से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगने और रंगदारी की रकम न देने पर फायरिंग करने वाले सवा लाख रुपए के ईनामी बदमाश पवन उर्फ कल्लू को दिल्ली पुलिस ने मामूली आम्र्स एक्ट की धारा में गिरफ्तार किया है। जबकि गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद पुलिस को कुख्यात बदमाश पवन की हत्या जैसे कई संगीन मामलों और रंगदारी मांगने के मामले में तलाश थी। जिसकी वजह से गाजियाबाद पुलिस ने पवन पर 1 लाख रुपए और नोएडा पुलिस ने 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर रखा था। पवन लगातार यूपी पुलिस की रडार पर था। गाजियाबाद पुलिस उसे पकडऩे के काफी करीब भी पहुंच चुकी थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने पवन को रहस्यमय हालात में पकडक़र स्थानीय पुलिस की मंशा पर पानी फेर दिया। जबकि लोनी पुलिस पवन पर शिकंजा कसने के लिए उसके गुर्गों और मददगारों पर लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही थी।
इस कड़ी में लोनी पुलिस ने पहले तो उसके गैंग से जुड़े आधा दर्जन से अधिक बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा और फिर उसके मददगार एवं लोनी विधायक के करीबी धनुष गुर्जर को भी बीती 19 मार्च को उठाकर जेल भेज दिया था। बताया गया है कि भाजपा विधायक के करीबी एवं पवन को संरक्षण प्रदान करने वाले धनुष गुर्जर के जेल चले जाने के बाद ईनामी बदमाश को खुद के मारे जाने का डर सताने लगा था। उसे चिंता सता रही थी कि गाजियाबाद पुलिस उसे मुठभेड़ में ढेर कर सकती है, ऐसे में वह यूपी से तीर हो गया और खुद की जान बचाने के लिए उसने दिल्ली में पनाह ले ली। जहां दिल्ली पुलिस ने चेकिंग के दौरान उसे अवैध तमंचे के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पवन का यूं जेल चले जाना गाजियाबाद पुलिस को हजम नहीं हुआ। एसपी ग्रामीण डा.ईरज राजा का कहना है कि वह अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए दिल्ली पुलिस के आलाअधिकारियों को पत्र लिखेंगे।
पवन की रडार पर था 'पवन': पुलिस की मानें तो दिसम्बर 2020 में लोनी थानाक्षेत्र के गांव सिरौली में जैनेन्द्र उर्फ जैनी की घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद जैनी हत्याकांड में पैरवी कर रहे भाई सुरेन्द्र की मई 2021 में चिरौड़ी में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इन दोनों ही मामलों में पवन उर्फ कल्लू का नाम प्रकाश में आया था। वहीं, लोनी स्थित सलाम होटल के मालिक से पवन उर्फ कल्लू ने बीते साल 27 अक्तूबर को 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी। रंगदारी न देने पर 30 अक्तूबर को पवन ने अपने साथियों के साथ होटल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दहशत का माहौल पैदा कर दिया था। इस मामले में लोनी पुलिस ने दो अलग.अलग केस दर्ज किए थे। पवन को गिरफ्तारी के लिए जिले के पूर्व एसएसपी पवन कुमार ने एसपी ग्रामीण ईरज राजा के नेतृत्व में टीम का गठन किया था। कुख्यात बदमाश पवन उर्फ कल्लू लगातार पूर्व एसएसपी पवन कुमार की रडार पर रहा। कई बार ऐसा हुआ कि ईरज राजा और उनकी टीम पवन को पकडऩे के काफी करीब पहुंच गई, लेकिन अंत समय में वह फिसल गया। सूत्रों की मानें तो पूर्व एसएसपी पवन कुमार की मंशा कुख्यात बदमाश पवन को मुठभेड़ में ढेर करने की थी। जिसके खौफ की वजह से हत्यारोपी पवन अपनी जान बचाता घूम रहा था। सूत्रों का कहना है कि एसएसपी पवन कुमार के निलंबन के बाद एसपी ग्रामीण ईरज राजा ने पवन की चौतरफा घेराबंदी कर दी थी। जिससे घबराकर उसने दिल्ली का रुख कर लिया।
पुलिस ने धनुष को उठाकर तोड़ दी थी पवन की कमर: सूत्रों की मानें तो लोनी पुलिस बीते लम्बे समय से फरार बदमाश पवन उर्फ कल्लू की तलाश में जुटी थी। पुलिस कई बार उसके संभावित ठिकाने पर दबिश दे चुकी थी, लेकिन पवन हत्थे नहीं चढ़ सका। जिसके बाद पुलिस ने पवन के करीबियों की कुंडली खंगाली तो चौंकाने वाली बात सामने आई। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि लोनी के भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर का करीबी धनुष गुर्जर लगातार कुख्यात बदमाश पवन के संपर्क में है। वह बदमाश से व्हाट्सएप कॉल पर संपर्क साधता है। पुलिस से बचने में वह पवन उर्फ कल्लू की मदद भी कर रहा है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटा कर बीती 19 मार्च को उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। भाजपा विधायक के करीबी धनुष को जेल भेजकर पुलिस ने पवन की कमर तोड़ दी। जिसके बाद पवन को अपने सिर पर एनकाउंटर का खतरा मंडराता दिखाई देने लगा था।
काम नहीं आई दिल्ली पुलिस संग हुई कॉर्डिनेशन मीटिंग: सवा लाख रुपए के इनामियां बदमाश पवन उर्फ कल्लू की दिल्ली में गिरफ्तारी से स्थानीय पुलिस हैरान व परेशान है। पुलिस का कहना है कि पवन की गिरफ्तारी से चंद रोज पूर्व दिल्ली पुलिस के आलाअधिकारियों के साथ यूपी पुलिस के आलाअधिकारियों की पुलिस लाइन में कॉर्डिनेशन मीटिंग हुई थी। जिसमें एक दूसरे राज्य के वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी में एक दूसरे का सहयोग करने की बात तय की गई थी। यहां तक तय किया गया था कि दोनों राज्यों की पुलिस संयुक्त कार्रवाई कर वांछितों को पकड़ेगी। लेकिन पवन की गिरफ्तारी में ऐसा नहीं हुआ। जिसकी वजह से एसपी ग्रामीण ईरज राजा ने दिल्ली पुलिस के आलाअधिकारियों से अपनी शिकायत दर्ज कराने की बात कही है।