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दिल्ली: नेशनल बुक ट्रस्ट ने DU के हंसराज कॉलेज में किया रीडिंग कॉर्नर का उद्घाटन

Kunti Dhruw
2 March 2022 2:24 PM GMT
दिल्ली: नेशनल बुक ट्रस्ट ने DU के हंसराज कॉलेज में किया रीडिंग कॉर्नर का उद्घाटन
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राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (National Book Trust) ने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के हंसराज कॉलेज (Hansraj College) परिसर में एक रीडिंग कॉर्नर (Reading Corner) स्थापित किया.

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (National Book Trust) ने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के हंसराज कॉलेज (Hansraj College) परिसर में एक रीडिंग कॉर्नर (Reading Corner) स्थापित किया. जहां एनबीटी-इंडिया द्वारा 200 पुस्तकें दान की गई थीं. राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, ने बुधवार 2 मार्च को हंसराज कॉलेज के सहयोग से 'समावेशी पठन समाज बनाने के महत्व' पर एक संवादात्मक सत्र का आयोजन भी किया. इस मौके पर एनबीटी के निदेशक ने कहा कि पुस्तकें सशक्तिकरण और चरित्र निर्माण के महान साधन हैं. अगर यूनिवर्सिटी का प्रत्येक विद्यार्थी कम से कम एक पुस्तक दान करें तो यूनिवर्सिटी विश्व स्तरीय की लाइब्रेरी बन सकती है.

एनबीटी-इंडिया द्वारा कॉलेज परिसर में रीड इंडिया अभियान के एक भाग के रूप में एक रीडिंग कॉर्नर स्थापित किया गया था, जहां एनबीटी-इंडिया द्वारा 200 पुस्तकें दान की गई थीं. इसका उद्घाटन युवराज मलिक, निदेशक एनबीटी द्वारा किया गया. प्रो (डॉ.) रामा प्राचार्य, हंसराज कॉलेज और प्रो. रंजन कुमार त्रिपाठी, जॉइंट डीन ऑफ कॉलेज, डीयू प्रो. (डॉ.) रमा, प्राचार्य, हंसराज कॉलेज ने रीडिंग कॉर्नर स्थापित करने की पहल के लिए कॉलेज को चुनने के लिए एनबीटी को धन्यवाद दिया और छात्रों को रीडिंग कॉर्नर में प्रदान की गई एनबीटी पुस्तकों का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया.
पुस्तकें सशक्तिकरण और चरित्र निर्माण के महान साधन हैं: NBT निदेशक
एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पुस्तकें सशक्तिकरण और चरित्र निर्माण के महान साधन हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उम्र के आधार पर, छात्रों में बड़े सपने देखने और उन सपनों को पूरा करने की दिशा में कड़ी मेहनत करने का साहस होता है. मलिक ने आगे कहा कि यदि महाविद्यालय का प्रत्येक विद्यार्थी कम से कम एक पुस्तक दान करें तो महाविद्यालय विश्व स्तरीय पुस्तकालय का घर बन सकता है.
गुणवत्तापूर्ण पठन को बढ़ावा देने के लिए NBT की सराहना
डीयू के कॉलेजों के संयुक्त डीन रंजन कुमार त्रिपाठी ने भी युवाओं में गुणवत्तापूर्ण पठन को बढ़ावा देने के लिए एनबीटी की पहल की सराहना की. उन्होंने आगे कहा कि अगर छात्र दस पेज भी पढ़ने और रोजाना एक पेज लिखने का सचेत प्रयास करें तो यह जीवन बदलने वाली आदत बन सकती है. इस कार्यक्रम में 200 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और प्रश्न/उत्तर सत्र का हिस्सा बने. कई छात्रों ने रीडिंग कॉर्नर के लिए किताबें भी दान कीं.


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