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चीन के लिए जासूसी के आरोपी पत्रकार राजीव शर्मा को दिल्ली हाईकोर्ट ने दी जमानत, जानिए क्या है पूरा मामला?

Renuka Sahu
7 Jan 2022 6:02 AM GMT
चीन के लिए जासूसी के आरोपी पत्रकार राजीव शर्मा को दिल्ली हाईकोर्ट ने दी  जमानत, जानिए क्या है पूरा मामला?
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फाइल फोटो 

चीन के लिए जासूसी के आरोपी फ्रीलांस जर्नलिस्ट राजीव शर्मा को शुक्रवार को जमानत मिल गई।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चीन के लिए जासूसी के आरोपी फ्रीलांस जर्नलिस्ट राजीव शर्मा को शुक्रवार को जमानत मिल गई। दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत गिरफ्तार किए गए फ्रीलांस जर्नलिस्ट राजीव शर्मा को पैसों के बदले में चीनी खुफिया अधिकारियों को गोपनीय और संवेदनशील जानकारी प्रदान करने के आरोप में जमानत दे दी।

राजीव शर्मा की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने दावा किया था कि रक्षा संबंधी अहम गोपनीय सूचनाएं चीनी खुफिया एजेंसी को देकर उन्होंने डेढ़ साल में 40 लाख रुपये कमाए थे। राजीव शर्मा को प्रत्येक सूचना के बदले 1000 डॉलर मिलते थे। स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया था कि राजीव शर्मा चीनी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' में रक्षा मामलों पर लेख लिखते थे और वर्ष 2016 में चीनी एजेंट के संपर्क में आए थे। वह कुछ चीनी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में भी थे।
वह 2016 से 2018 तक चीनी खुफिया अधिकारियों को संवेदनशील रक्षा और रणनीतिक जानकारी देने में शामिल थे। इसके लिए वह विभिन्न देशों में कई स्थानों पर चीनी खुफिया अधिकारियों से भी मिलते थे। इन मीटिंग्स में भारत-चीन सीमा मुद्दे पर, सीमा पर सेना की तैनाती और सरकार द्वारा तैयार रणनीति आदि की जानकारी साझा की जाती थी।
चीनी मीडिया के लिए भी लिखे आर्टिकल
डीसीपी यादव ने बताया था कि दिल्ली के पीतमपुरा निवासी राजीव शर्मा लगभग 40 साल पत्रकारिता में हैं। भारत में कई मीडिया संस्थानों में एक पत्रकार के रूप में अपनी सेवाएं देने के अतिरिक्त उन्होंने एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में चीनी मीडिया एजेंसी ग्लोबल टाइम्स के लिए भी कई आर्टिकल लिखे हैं।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली पुलिस ने फ्रीलांस जर्नलिस्ट राजीव शर्मा को चीन की खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से पैसे लेकर देश की रक्षा, सैन्य खरीद, सीमाओं पर सेना की योजना से जुड़े दस्तावेज देने के आरोप में 14 सितंबर, 2020 को गिरफ्तार किया था और बाद में पुलिस ने एक चीनी महिला और नेपाली युवक को भी गिरफ्तार किया था। इन पर शेल कंपनियों के माध्यम से पत्रकार राजीव शर्मा को बड़ी मात्रा में रुपये देने का आरोप है। इस मामले में 60 दिन के भीतर आरोप पत्र दाखिल नहीं किए जाने के आधार पर दिल्ली हाईकोर्ट ने 4 दिसंबर 2020 को शर्मा की जमानत मंजूर कर ली थी। राजीव शर्मा ने हाईकोर्ट से कहा था कि उसे झूठे मामले में फंसाया जा रहा है और उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है।
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