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आईटीओ पर 1910 करोड़ की लागत से 35 मंजिला मुख्यालय बनाने के लिए दिल्ली सरकार ने तैयारी की तेज़
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली सरकार ने 1910 करोड़ की लागत से आईटीओ पर बनने वाले करीब 35 मंजिला अपने नए मुख्यालय को बनाने की तैयारी तेज कर दी है। सूत्र बताते हैं कि इस परियोजना को लेकर सलाहकार कंपनी के चयन को लेकर बुधवार को लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय में बैठक बुलाई गई है। एक्सपर्ट कमेटी के सामने टेंडर से शॉर्ट लिस्ट 5 सलाहकार कंपनियां नए मुख्यालय के लिए अपने-अपने ड्राइंग व मॉडल प्रस्तुत करेंगी। इसके बाद ही क्वालिटी कम कॉस्ट बेस्ड सलेक्शन (क्यूसीबीएस) के आधार पर सलाहकार कंपनी का चयन किया जाएगा। चयनित कंपनी के मॉडल व डीपीआर के आधार पर ही नए मुख्यालय का निर्माण होगा। बता दें कि अभी दिल्ली सरकार का मुख्यालय प्लेयर्स बिल्डिंग में चल रहा है, उसे इस ट्विन टावर में शिफ्ट कर दिया जाएगा। एक टावर विकास भवन के प्लाट पर और दूसरा टावर लोक निर्माण मुख्यालय (एमएसओ) व जीएसटी बिल्डिंग को मिलाकर बनेगा। टावर व इसके परिसर को तैयार करने में 53,603 वर्ग मीटर जमीन इस्तेमाल में लाई जाएगी। यह दिल्ली में अभी तक के सबसे ऊंचे टावर होंगे। सलाहकार कंपनी विदेशी एक्सपर्ट की भी मदद ले सकती है। सूत्र बताते हैं कि डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए सलाहकार कपंनी की नियुक्ति होने और निर्माण कार्य के लिए टेंडर आवंटित होने के बाद इसे 36 महीने में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। सलाहकार कंपनी को मास्टर प्लान 2021 के अनुसार फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) के अधिकतम उपयोग की योजना बनानी होगी।
सरकार के नए मुख्यालय में होंगी ये सुविधाएं:
ट्विन टावर बनने से सरकार के सभी विभाग इसमें शिफ्ट हो जाएंगे।
टावर हरित भवन होंगे और इसमें अत्याधुनिक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
टावर में मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यालयों के अलावा मुख्य सचिव,अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों, सचिवों और उनके सहायक कर्मचारियों के दफ्तर होंगे।
आंतरिक साज-सज्जा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
टावर में 2000,1000 और 500 लोगों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम बनाए जाएंगे।
पुस्तकालय,क्रेच, कैंटीन, कैफेटेरिया व फूड कोर्ट आदि होंगे।
वाई-फाई, सीसीटीवी कैमरे, लिफ्ट, एस्केलेटर, सेंट्रलाइ'ड एयर कंडीशनिंग, कांफ्रेंस हॉल के लिए ऑडियो-वीडियो सिस्टम, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट व रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा होगी।
पार्किंग की सुविधा के साथ लैंड स्केपिंग, खुला एरिया व टेरेस गार्डेन होगा।
वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट होंगे।