दिल्ली-एनसीआर

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर की सुंरग का काम पूरा

Manish Sahu
29 Aug 2023 3:58 PM GMT
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर की सुंरग का काम पूरा
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दिल्ली एनसीआर: दिल्‍ली-गाजियाबाद- मेरठ आरआरटीएस यानी रैपिडएक्‍स की सुरंग बनाने का काम आज पूरा हो गया. अंतिम सुरंग दो किमी. लंबी है, जो आनंद विहार स्‍टेशन से शुरू होकर वैशाली मेट्रो के सामने खत्‍म हुई है. आरआरटीएस कॉरिडोर की पूरी टनल बनाने के कार्य को 18 महीने से भी कम समय में किया गया है.
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने एनसीआरटीसी के निदेशकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में रिमोट बटन दबाकर टनल ब्रेकथ्रू की शुरुआत की. सफल ब्रेकथ्रू के साथ ही टनल बोरिंग मशीन टनल का निर्माण कार्य बाहर निकल आई. सुदर्शन 4.4 को आनंद विहार में निर्मित लॉन्चिंग शाफ्ट पर टनल बनाने के लिए उतारा गया था, जो अब वैशाली रेट्रीविंग शाफ्ट से बाहर निकल रहा है.
देश के पहले आरआरटीएस कॉरिडोर के भूमिगत खंड की कुल 12 किमी की लंबाई में समानांतर सुरंगों को बोर करने के लिए कुल सात (7) अत्याधुनिक सुदर्शन, टनल बोरिंग मशीनों (टीबीएम) का उपयोग किया गया है. कॉरिडॉर का शेष 70 किमी लंबा भाग एलेवेटेड है, जिसके लिए लगभग 80% वायाडक्ट बनाने का काम पूरा हो चुका है.
आरआरटीएस टनलो के निर्माण के लिए 80,000 से अधिक प्री-कास्ट सेगमेंट का उपयोग किया गया है. इन उच्च परिशुद्धता वाले प्री-कास्ट टनल सेगमेंट्स को कडकड्डूमा, नई दिल्ली और शताब्दी नगर, मेरठ में स्थापित अत्याधुनिक कास्टिंग यार्ड में बनाया गया. टनलिंग की प्रक्रिया में, सात सेग्मेंट्स को जोड़कर एक टनल रिंग का निर्माण किया जाता है.
इन सेग्मेंट्स और रिंग्स को बोल्ट्स की सहायता से जोड़ा जाता है. रैपिडएक्स टनलों का व्यास 6.5 मीटर है जो 180 किमी प्रति घंटे की समान डिजाइन गति के साथ चौड़े एवं ऊंचे रोलिंग स्टॉक के लिए विश्व में निर्मित अन्य टनलों के वैश्विक बेंचमार्क की तुलना में काफी अनुकूलित है. देश में अन्य रेल-आधारित शहरी सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों की तुलना में, यह पहली बार है जब इतने बड़े आकार की सुरंग का निर्माण किया जा रहा है.
दिल्ली में आनंद विहार भूमिगत रैपिडएक्स स्टेशन से दोनों ओर ट्रेनों के आने-जाने के लिए कुल 4 सुरंगों का निर्माण किया गया है. लगभग 3 किलोमीटर लंबी दो समानांतर सुरंगें आनंद विहार स्टेशन को न्यू अशोक नगर स्टेशन से जोड़ने के लिए हैं जबकि लगभग 2 किलोमीटर लंबी समानांतर सुरंगें आनंद विहार स्टेशन को साहिबाबाद स्टेशन से जोड़ने के लिए बनाई गयी हैं.
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