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दिल्ली डेंगू संक्रमण: अस्पतालों में संक्रमण का चौथा स्ट्रेन, जो एक साथ पूरे परिवार को चपेट में ले सकता हैं
फाइल फोटो
जनता से रिस्ता वेबडेसक | कोरोना महामारी के बीच अब डेंगू संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ रहा है। पहली बार दिल्ली के अस्पतालों में डेंगू संक्रमण का चौथा स्ट्रेन भी मिल रहा है, जो एक साथ पूरे परिवार या फिर एक से अधिक सदस्यों को चपेट में ले रहा है। इससे पहले दिल्ली एम्स ने डेंगू के स्ट्रेन 2 यानी डी-2 के प्रसार की पुष्टि की थी। लेकिन अब अस्पतालों में दोनों ही तरह के स्ट्रेन मिल रहे हैं जिन्हें डॉक्टर काफी गंभीर मान रहे हैं। दिल्ली सरकार के लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार का कहना है कि डेंगू संक्रमण के चार स्ट्रेन होते हैं जिनमें से दूसरा और चौथा काफी गंभीर व जानलेवा हो सकता है। फिलहाल दोनों ही स्ट्रेन संक्रमित मरीजों में मिल रहे हैं। हालांकि यह भी स्थिति है कि ओपीडी में बुखार और अन्य लक्षणों से ग्रस्त रोजाना 200 से 300 मरीज आ रहे हैं लेकिन सभी डेंगू प्रभावित नहीं मिल रहे हैं। इन्हें वायरल या फिर अन्य तरह की मौसमी बीमारी भी हो सकती है। चूंकि इन सभी बीमारियों के लक्षण लगभग एक जैसे हैं इसलिए मरीज को घबराने की जरूरत नहीं है। दरअसल दिल्ली में डेंगू संक्रमण काफी आगे बढ़ चुका है। देश के शीर्ष नौ राज्यों में दिल्ली भी शामिल हैं जहां सितंबर के बाद से सर्वाधिक डेंगू मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इसकी वजह से अस्पतालों की व्यवस्था भी लड़खड़ा चुकी है। 'अमर उजाला' पिछले कई सप्ताह से लगातार अस्पतालों से लाइव रिपोर्ट और बिस्तरों के साथ साथ संसाधनों के अभाव के चलते सरकारी दावों की हकीकत भी उजागर कर रहा है।
राम मनोहर लोहिया में एक व्यक्ति में मिला चौथा स्ट्रेन
नई दिल्ली स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 59 वर्षीय एक व्यक्ति में डेंगू का चौथा स्ट्रेन मिला है जिसे फिलहाल आईसीयू में भर्ती करना पड़ा है। करीब तीन दिन तक अस्पताल में बिस्तर न होने की वजह से मरीज की हालत बिगड़ती चली गई लेकिन आखिर में एक बिस्तर खाली होने पर डॉक्टरों ने तत्काल मरीज को शिफ्ट किया। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज की हालत नाजुक बनी हुई है।
रोज 300 मरीज आ रहे हैं
सर गंगाराम अस्पताल के वरिष्ठ डॉ. एसपी बायोत्रा का कहना है कि हमारे पास जितनी भी क्षमता है, हम उससे कहीं ज्यादा पिछले डेढ़ साल से काम कर रहे हैं लेकिन पहले कोरोना और अब डेंगू ने पूरा सिस्टम ही बदल दिया है। इस समय हर दिन उनके यहां 300 से ज्यादा डेंगू संदिग्ध, वायरल, मलेरिया, चिकनगुनिया, सामान्य फ्लू या फिर कोविड संदिग्ध मरीज आ रहे हैं। इनमें से कुछ को ही उनके बिस्तर मिल पा रहा है क्योंकि अस्पताल इस समय में पूरी तरह से भरा है।